Breaking News

बलिया : गो आश्रय स्थल में बछड़ो के मरने पर हड़कम्प : एसडीएम रसड़ा ने बीडीओ पशु चिकित्सको संग की जांच

गो आश्रय स्थल में बछड़ो के मरने पर हड़कम्प : एसडीएम रसड़ा ने बीडीओ पशु चिकित्सको संग की जांच
 संतोष द्विवेदी



नगरा बलिया 13 नवम्बर 2019 ।। नगरा ब्लाक के ग्राम पंचायत रघुनाथपुर स्थित गोवंश आश्रय स्थल में बछड़ों की मौत की जांच हेतु बुधवार को उप जिलाधिकारी रसड़ा विपिन कुमार जैन, खंड विकास अधिकारी नगरा राम अशीष, पशु पालन विभाग की टीम के साथ पहुंचे तथा मरे बछड़ों का पोस्टमार्टम किया गया। टीम ने मरे बछड़ों का कारण प्लास्टिक खाना व एनीमिया से होना बताया। वहीं अन्य बछड़ों की भी सेहत की जांच पशु चिकित्सको द्वारा की गई, जिनमें दो की हालत गम्भीर है।
       नगरा ब्लाक के रघुनाथपुर स्थित गोवंश आश्रय स्थल में बछड़ों की मौत की खबर मीडिया में आने के बाद बुधवार को जांच हेतु तहसील एवं ब्लाक के अधिकारी पहुंचे एवं पशु पालन विभाग के चिकित्सको से तीन मृत बछड़ों का पोस्टमार्टम कराएं। एसडीएम रसड़ा विपिन कुमार जैन ने बताया कि दो बछड़ों की मौत प्लास्टिक खाने ( अमहरा) व एक बछड़े की मौत एनीमिया से हुई है। गोवंश आश्रय स्थल में अफसरों की टीम पहुंचने पर नाद चरण में भूसा बछड़े खाते हुए दिखाई दिए। वहीं दो बछड़े मरणासन्न अवस्था में तड़प रहे थे। एसडीएम ने बताया कि चारा उपलब्ध है। जबकि मंगलवार को नाद चरण गोबर से पटी पड़ी थी व चारे का पता नहीं था और बछड़े भूख से बेहाल थे। अफसरों के सामने दो बछड़ों का मरणासन्न अवस्था में तड़पना भी सवाल खड़ा कर रहा है। हालाकि तड़प रहे बछड़ों को पशु पालन विभाग की टीम ने एनीमिया से पीड़ित बताया। यदि इन बछड़ों में टैग नहीं लगे होते और मीडिया वीडियो नहीं बनाई होती तो जांच टीम इस बार भी पिछली बार की तरह सड़क पर मरे पड़े बछड़ों की तरह नकार देती। एसडीएम ने बताया कि आश्रय स्थल में 82 बछड़े मौजूद है। दो मरणासन्न अवस्था में पड़े बछड़ों का उपचार चल रहा है। इससे पहले भी अक्टूबर माह में आधे दर्जन से अधिक बछड़े चारे व रख रखाव के अभाव में काल कवलित हो गए थे, जिन्हें रसड़ा नगरा मुख्य मार्ग के किनारे फेक दिया गया था।