बलिया में डीजे संचालकों ने बैठक कर दिखाई एकजुटता : कहा सरकार को भी हमारी रोजी-रोटी की करनी होगी व्यवस्था
बलिया में डीजे संचालकों ने बैठक कर दिखाई एकजुटता : कहा सरकार को भी हमारी रोजी-रोटी की करनी होगी व्यवस्था
बलिया 9 सितम्बर 2019 ।। नगर के टाउन हाल बापू भवन के सभागार में डीजे एंड साउंड संगठन के कार्यकारिणी सदस्यों एवं पदाधिकारियों की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। जिसमें डीजे संचालकों ने उच्च न्यायालय द्वारा डीजे बजाने पर रोक लगाए जाने को लेकर विचार विमर्श किया। इस दौरान डीजे संचालकों ने कहा कि इससे हमारी रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। सरकार को इस दिशा में कारगर कदम उठाने होंगे।
इस मौके पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए डीजे संगठन के अध्यक्ष राजू ने कहा कि हम लोगों ने बैंकों से कर्ज लेकर तथा अपने घर के जेवरात को गिरवी रखकर, जमीन बेचकर यह धंधा शुरू किया था। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। परिवार सहित बच्चों की दो जून की रोटी भी समय से मिल रही थी। लेकिन उच्च न्यायालय ने इस तरह का आदेश पारित किया। जिससे कि हम भूखों मरने पर विवश हैं। जबकि राजनीतिक कार्यक्रमों में बड़े-बड़े डीजे और साउंड सर्विस लगाकर लोगों को अपनी बात सुनाई जाती है। इससे ध्वनि प्रदूषण का कहीं कोई खतरा नहीं रहता है। लेकिन जब हम सार्वजनिक कार्यक्रमों में डीजे सिस्टम लगाकर कार्यक्रम को लोगों तक पहुंचाने का कार्यक्रम करते हैं तो इसे लोगों को ध्वनि प्रदूषण का खतरा उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में माननीय उच्च न्यायालय की हम लोगों के लिए कोई रोजी-रोटी का रास्ता निकालें, नहीं तो हम आत्महत्या करने पर विवश होंगे। ऐसी घटनाएं बहुत हो भी रही है। ऐसे में माननीय उच्च न्यायालय को भी हम लोगों का रोजी-रोटी देखते हुए कोई रास्ता बताना होगा। अन्यथा की दशा में हम लोग न्यायालय में भी जाकर इस आदेश के खिलाफ गुहार लगाएंगे। जिससे डीजे बजाने वाले लोगों का भला हो सके। इस मौके पर राजू, छोटू गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार, पीएन, केपी, सुनील गुप्ता, मनोज चौरसिया, बिट्टू, अभिषेक कुमार गुप्ता, दीपक सिंह, हर्षवर्धन, मनजीत, राहुल, प्रदीप, सोनू सहित सैकड़ों डीजे संचालक मौजूद रहे। सभी ने एकजुटता पर बल दिया।
बलिया 9 सितम्बर 2019 ।। नगर के टाउन हाल बापू भवन के सभागार में डीजे एंड साउंड संगठन के कार्यकारिणी सदस्यों एवं पदाधिकारियों की बैठक सोमवार को आयोजित की गई। जिसमें डीजे संचालकों ने उच्च न्यायालय द्वारा डीजे बजाने पर रोक लगाए जाने को लेकर विचार विमर्श किया। इस दौरान डीजे संचालकों ने कहा कि इससे हमारी रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। सरकार को इस दिशा में कारगर कदम उठाने होंगे।
इस मौके पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए डीजे संगठन के अध्यक्ष राजू ने कहा कि हम लोगों ने बैंकों से कर्ज लेकर तथा अपने घर के जेवरात को गिरवी रखकर, जमीन बेचकर यह धंधा शुरू किया था। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। परिवार सहित बच्चों की दो जून की रोटी भी समय से मिल रही थी। लेकिन उच्च न्यायालय ने इस तरह का आदेश पारित किया। जिससे कि हम भूखों मरने पर विवश हैं। जबकि राजनीतिक कार्यक्रमों में बड़े-बड़े डीजे और साउंड सर्विस लगाकर लोगों को अपनी बात सुनाई जाती है। इससे ध्वनि प्रदूषण का कहीं कोई खतरा नहीं रहता है। लेकिन जब हम सार्वजनिक कार्यक्रमों में डीजे सिस्टम लगाकर कार्यक्रम को लोगों तक पहुंचाने का कार्यक्रम करते हैं तो इसे लोगों को ध्वनि प्रदूषण का खतरा उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में माननीय उच्च न्यायालय की हम लोगों के लिए कोई रोजी-रोटी का रास्ता निकालें, नहीं तो हम आत्महत्या करने पर विवश होंगे। ऐसी घटनाएं बहुत हो भी रही है। ऐसे में माननीय उच्च न्यायालय को भी हम लोगों का रोजी-रोटी देखते हुए कोई रास्ता बताना होगा। अन्यथा की दशा में हम लोग न्यायालय में भी जाकर इस आदेश के खिलाफ गुहार लगाएंगे। जिससे डीजे बजाने वाले लोगों का भला हो सके। इस मौके पर राजू, छोटू गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार, पीएन, केपी, सुनील गुप्ता, मनोज चौरसिया, बिट्टू, अभिषेक कुमार गुप्ता, दीपक सिंह, हर्षवर्धन, मनजीत, राहुल, प्रदीप, सोनू सहित सैकड़ों डीजे संचालक मौजूद रहे। सभी ने एकजुटता पर बल दिया।