लालू यादव का तंज, 'का हो नीतीश? कुछ शर्म बचल बा कि नाहीं'

7 फरवरी 2019 ।।
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी और सभी केस की सुनवाई दिल्ली के साकेत कोर्ट में किए जाने के आदेश पर विरोधी दलों ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. आरजेडी सुप्रीमो और चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू यादव ने तंज कसते हुए ट्वीट कर कहा, 'का हो नीतीश? कुछ शर्म बचल बा कि नाहीं'.
वहीं, नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार में शर्म ही नहीं बची है. आरजेडी नेता ने एक न्यूज चैनल की एक खबर को रीट्वीट करते हुए कहा, 'शर्म होगी तो करेंगे ना?? शर्म तो इन्होंने जिस दिन जनादेश की डकैती करी थी उसी दिन उतार फेंकी थी. जिसमें शर्म नहीं बची हो उसे क्या कहते है?'
वहीं, नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार में शर्म ही नहीं बची है. आरजेडी नेता ने एक न्यूज चैनल की एक खबर को रीट्वीट करते हुए कहा, 'शर्म होगी तो करेंगे ना?? शर्म तो इन्होंने जिस दिन जनादेश की डकैती करी थी उसी दिन उतार फेंकी थी. जिसमें शर्म नहीं बची हो उसे क्या कहते है?'
वहीं, एक दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी की अंतरात्मा गंगा में डूब बंगाल की खाड़ी में समाहित हो गई है. इतनी कड़ी टिप्पणी के बाद भी सीएम चुप्पी साधे हुए हैं. नीतीश जी बलात्कारियों के असल संरक्षक है. मधुबनी शेल्टर होम भी इनके खास का है.
आपको बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर से नीतीश सरकार को फटकार लगाई है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप बच्चों के साथ इस तरह का बर्ताव करते हैं. आप इस तरीके की चीजों की इजाजत नहीं दे सकते.
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को बिहार की सीबीआई अदालत से दिल्ली के साकेत कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि दिल्ली से पटना दो घंटे का रास्ता है. हम चीफ सेक्रेट्री को भी यहां खड़ा कर सकते हैं.
लालू यादव का तंज, 'का हो नीतीश? कुछ शर्म बचल बा कि नाहीं'
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
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February 07, 2019
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