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गोरखपुर : पूर्व मंत्री के साये में चल रहे नकली शराब के धंधे का भंडाफोड़ , 5 व्यक्ति हिरासत में

  पूर्व मंत्री के साये में चल रहे नकली शराब के धंधे का भंडाफोड़ , 5 व्यक्ति हिरासत में
ए कुमार की रिपोर्ट

गोरखपुर 1 जनवरी 2019 ।।
  पूर्व मंत्री के साये में चल रहा था जहर का कारोबार, नकली शराब का हो रहा था, बड़े पैमाने पर कारोबार । जी हां, गोरखपुर पुलिस ने पूर्व मंत्री पप्पू जायसवाल के संरक्षण में चल रहे नकली शराब के कारोबार का पर्दाफाश किया है और इस धंधे में शामिल पांच लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं । गिरफ्तार लोगो के पास से नकली शराब बनाने में प्रयुक्त होने वाली रेक्टीफाइड स्प्रिट, 31 शीशी नकली शराब, बारकोड स्टीकर, एक तमंचा और बड़ी मात्रा में खाली शीशी और ढक्कन बरामद हुआ है ।
   बता दे कि आज गोरखपुर के बेलीपार थाना क्षेत्र में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है । पुलिस ने नकली शराब बनाने वाले कारोबारियों पर शिकंजा कसा है, ये कारोबारी पूर्व मंत्री के संरक्षण में अपना कारोबार चला रहे थे ।यही नही बेलीपार निवासी नकली शराब के चर्चित कारोबारी अर्जुन जायसवाल और उसका भतीजा विशाल भी इस कारोबार में शामिल थे। उनकी तलाश की जा रही है, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि बेलीपार के थानेदार अनिल सिंह अपनी टीम के साथ सेवाई बाजार में वाहन चेकिंग कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने बाइक सवार एक युवक के पास से 40 लीटर रेक्टीफाइड स्प्रिट मिला , जिसके साथ उसे गिरफ्तार किया गया। उसकी पहचान गगहा क्षेत्र के भलुआन निवासी दिलीप सिंह के रूप में हुई, उससे पूछताछ में नकली शराब के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ । दिलीप सिंह से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बाद में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर महराजगंज जिले के आमकोट, बृजमनगंज निवासी सुनील कुमार कन्नौजिया, पनियरा क्षेत्र के बरगदवां निवासी धलेंद्र राय और कप्तानगंज, कुशीनगर के गाडरवाड निवासी लक्ष्मण गुप्त सहित चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया ।




  आरोपितों से पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक दक्षिणी ने बताया कि वे सभी पूर्व मंत्री पप्पू जायसवाल के ठेके वाली देशी शराब की दुकानों में काम करते हैं,
 । पप्पू जायसवाल और उनके मैनेजर देवेंद्र सिंह के कहने पर रेक्टीफाइड स्प्रिट से शराब तैयार करते हैं, और उनके ठेके की दुकान से इसे बेचते हैं । डंवरपार, बेलीपार के अर्जुन जायसवाल और उसका भतीजा विशाल जायसवाल, रेक्टीफाइड स्प्रिट की खेप उपलब्ध कराते हैं । बता दें कि इससे पहले भी अर्जुन और विशाल का नाम नकली शराब के कारोबारियों को रेक्टीफाइड स्प्रिट उपलब्ध कराने के मामले में आ चुका है । उनके विरुद्ध दर्जन भर से अधिक मुकदमें भी दर्ज हैं, लेकिन हर मुकदमे में उन्होंने गिरफ्तारी के विरुद्ध स्टे ले रखा है ।




  पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, पुलिस की माने तो पूर्व मंत्री और तमाम शराब माफियाओ के संरक्षण में चल रहे इस कारोबार की जैसे ही पुलिस को जानकारी मिली पुलिस ने तबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए शराब बनाने वाले नकली समानो को जप्त कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है, बाकी के खिलाफ भी कार्यवाही शुरू कर दी है ।