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रसड़ा बलिया : ब्रेकिंग न्यूज - नेहरू आईटीआई के बच्चे गणपति आईटीआई में प्रेक्टिकल की परीक्षा देते पकड़ाये, एसडीएम रसड़ा ने पकड़ कर 27 छात्रो को किया कोतवाल रसड़ा के हवाले, कोतवाल ने मीडिया कर्मियों को नही बनाने दी वीडियो

ब्रेकिंग न्यूज - नेहरू आईटीआई के बच्चे गणपति आईटीआई में प्रेक्टिकल की परीक्षा देते पकड़ाये
एसडीएम रसड़ा ने पकड़ कर 27 छात्रो को किया कोतवाल रसड़ा के हवाले
कोतवाल ने मीडिया कर्मियों को नही बनाने दी वीडियो
संजीव बाबा की रिपोर्ट

रसड़ा बलिया 24 जनवरी 2019 ।।
   उप जिलाधिकारी रसड़ा ज्ञान प्रकाश यादव ने नेहरू आईटीआई के छात्रों को गणपति आईटीआई अधौगिक प्रशिक्षण संस्थान गुरगुजपुर (सवरा ) में नेहरू आईटीआई की सील वाली कॉपियों के साथ परीक्षा देते हुए पकड़ा है । गणपति आईटीआई पर उप जिलाधिकारी को 27  स्टुडेंट प्रेक्टिकल की परीक्षा देते हुए मिले जबकि 32 कॉपियां पकड़ी गयी । गणपति आईटीआई के प्रिंसिपल 5 कापियों के ज्यादे होने के सम्बंध में एसडीएम रसड़ा को जबाब नही दे पाये । एसडीएम रसड़ा ने सभी 27 छात्रों को और 32 कॉपियों को कोतवाल रसड़ा के हवाले करके इसकी सूचना आईटीआई के उच्चाधिकारियों को दे दी है । खबर की जानकारी होने पर कोतवाली पहुंचे मीडिया कर्मियों को वीडियो बनाने/फोटो लेने से कोतवाल रसड़ा द्वारा रोके जाने का समाचार है ।
बताया जाता है कि इस समय आईटीआई के छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं चल रही है जो स्वकेंद्र पर ही होती है । आज मुखबिर की सूचना पर गणपति आईटीआई पहुंचे एसडीएम रसड़ा ने देखा कि प्रायोगिक परीक्षा दे रहे छात्रों को जो कापियां दी गयी है उसपर नेहरू आईटीआई लिखा हुआ है जबकि जहां परीक्षा चल रही थी वह गणपति आईटीआई है , यही नही परीक्षा देते हुए 27 छात्र मिले जबकि 32 कापियां पायी गयी । आखिर किस अधिकारी के आदेश से नेहरू आईटीआई के छात्र गणपति आईटीआई में परीक्षा दे रहे है ? का जबाब जब एसडीएम रसड़ा को नही मिला तो सभी छात्रों और कापियों को पुलिस के हवाले कर दिया ।
आईटीआई के अधिकारियों को प्रशासन ने सूचना दे दी है , उनकी जांच होने के बाद ही अगली कार्यवाई होगी ऐसा सूत्रों ने बताया है । लेकिन एक बात तय है कि आईटीआई की परीक्षाओं में नकल की गंगा पूरे रफ्तार से बह रही है , इसमें आईटीआई के विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता से इंकार नही किया जा सकता है । अब यही प्रकरण इस सवाल का जबाब दे देगा । सूत्रों की माने तो लीपापोती का खेल शुरू हो गया है । लेकिन अधिकारियों को इस बात का जबाब तो देना ही होगा कि आखिर किन परिस्थियों में एक स्कूल के छात्र दूसरे स्कूल में प्रायोगिक परीक्षा दे वो भी अपने स्कूल की कॉपी पर ?