भासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने लगाया भाजपा पर चुप्पी साधने के लिये बड़ा मंत्रालय व पैसा देने के ऑफर का गम्भीर आरोप ,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव बाद बताया भविष्य
भासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने लगाया भाजपा पर चुप्पी साधने के लिये बड़ा मंत्रालय व पैसा देने के ऑफर का गम्भीर आरोप
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का भी चुनाव बाद बताया भविष्य
आरक्षण में विभाजन और गरीब सवर्णों को आरक्षण से कम कुछ भी स्वीकार नही
भाजपा ने साधी चुप्पी
मधुसूदन सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
बलिया 1 दिसम्बर 2018 ।। ज्यो ज्यो लोक सभा चुनाव का वक्त नजदीक आता जा रहा है , भाजपा सरकारों पर विपक्षी दलों के साथ साथ सहयोगियों के भी हमले तेज होते जा रहे है । एक तरह भाजपा के सहयोगी संगठनों की आड़ में भाजपा नेताओं द्वारा राम मंदिर निर्माण के मुद्दे के सहारे धार्मिक भावनाओं को कैश कर चुनावी बैतरणी पार करने की योजना को शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा अयोध्या आकर अपहृत करने और "पहले मंदिर फिर सरकार " का नारा देकर जनमानस में असहज स्थिति में लाने का काम करके भाजपा की सारी गणित बिगाड़ने का काम किया है । वही दलित अध्यादेश और पिछड़ी जातियों के सहारे आगामी लोक सभा चुनाव में फिर से विजय का पताका लहराने के मंसूबे को यूपी सरकार में सहयोगी और मंत्री ओमप्रकाश राजभर के आरक्षण में विभाजन और गरीब सवर्णों को भी आरक्षण की दिनप्रतिदिन की जा रही मांग भाजपा के सामने एक नई ही चुनौती पैदा कर दी है । हमेशा भाजपा का आरोप रहता था कि आरक्षण में चाहे वो ओबीसी का हो , या दलितों का हो केवल कुछ जाति विशेष को भी लाभ मिलता है, इसमें वर्गीकरण होना चाहिये , आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिये । आज इसी मुद्दे को ओमप्रकाश राजभर जब अपना राजनैतिक उद्देश्य बना लिये है तो भाजपा को जबाब देते नही बन पा रहा है । योगी सरकार का ही मंत्री जब सरकार पर ही गंभीर आरोप लगाता है , ओबीसी दलित आरक्षणों में विभाजन और गरीब सवर्णों को आरक्षण देने की मांग को अनसुनी करने का भाजपा सरकार पर आरोप लगाता है तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के बोल अपने ही सहयोगी मंत्री के खिलाफ बिगड़ जाते है । जिसका जबाब भी ओमप्रकाश राजभर संडीला की अपनी एक जनसभा के माध्यम से देकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की भविष्यवाणी भी कर देते है कि चुनाव बाद क्या होगा ? यही नही सबसे बड़ा आरोप तो यह लगा देते है कि भाजपा के लोग मुझसे कह रहे है कि बड़ा मंत्रालय ले लो , पैसा ले लो , लेकिन अपनी मांग को मांगना बन्द कर दो । कहा कि मैने भाजपा नेताओं को बता दिया है कि आरक्षण में विभाजन कर दो , गरीब सवर्णों को भी आरक्षण दे दो , यही मेरा सबसे बड़ा मंत्रालय और पैसा होगा । अगर यह नही दोगे तो आगामी चुनाव में जनता हिसाब कर देगी । साथ ही अपने ऊपर गाहे बगाहे टिप्पड़ी करने वाले भाजपा नेताओं को भी ताकीद करते हुए श्री राजभर ने अपने आप को जलता हुआ सूरज बताते हुए कहा कि मुझको छूने की कोशिश करोगे तो जल जाओगे बर्बाद हो जाओगे । बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी कांत बाजपेई के जैसा हश्र होने की भविष्यवाणी करने के बाद भी भाजपा नेताओं की चुप्पी ओमप्रकाश राजभर के आरोप जनता के बीच लोकप्रिय हो रहे है जो भाजपा की सेहत के लिये ठीक तो नही कहा जा सकता है । आजकल भाजपा अपने विरोधियों से ज्यादे सहयोगियों की खिलाफत से ज्यादे परेशान दिख रही है । क्योकि राम मंदिर के मुद्दे में शिव सेना का और ओबीसी दलित को लुभाने के प्रयासों में भासपा का लगाया जा रहा तड़का जनमानस में लोकप्रियता तो जुटा ही रहे है ।