बैरिया बलिया : द्वाबा हॉस्पिटल में हुआ ऑपरेशन , जच्चा बच्चा की हुई मौत , परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
बैरिया के द्वाबा हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान जच्चा की स्थिति हुई खराब तो डॉक्टर ने मरीज को किया रेफर
एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल के चक्कर लगाते हुई जच्चा बच्चा की मौत
35 हज़ार लेकर डॉक्टर ने किया था ऑपरेशन
शशि कुमार की रिपोर्ट
बलिया 15 नवम्बर 2018 ।। बलिया जनपद में अनस्किल्ड चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन करने से जच्चा बच्चा दोनो की मौत होने का समाचार है । घटना बैरिया के द्वाबा हॉस्पिटल की बतायी जा रही है । बताया जाता है कि प्रसव पीड़ा के बाद स्थानीय बैरिया थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव की रहने वाली सोनी वर्मा(22 वर्ष) पत्नी शिवप्रसाद वर्मा को पति द्वारा बुधवार की रात डेढ़ बजे द्वाबा हॉस्पिटल लाया गया । सोनी वर्मा की हालत को देखते हुए मौजूद चिकित्सक ने 35 हजार जमा करने पर ऑपरेशन की हामी भरी । परिजनों ने तत्काल रुपये जमा कर दिया । मरीज को आपरेशन थियेटर में ले जाकर आपरेशन किया जाने लगा । इसी बीच मरीज की हालत बिगड़ने लगी । चिकित्सको ने आनन फानन में परिजनों को दूसरे अस्पताल के लिये भेज दिया , परिजनों को उस अस्पताल ने भी दूसरे अस्पताल भेज दिया । यहां पहुंचने पर बताया गया कि द्वाबा अस्पताल ने रेफर वाला कागज नही दिया है , इसलिये हम इलाज नही कर सकते है । पुनः परिजन जब सोनी को लेकर द्वाबा हॉस्पिटल पहुंचे सोनी के प्राण पखेरू उड़ गये ।
बलिया 15 नवम्बर 2018 ।। बलिया जनपद में अनस्किल्ड चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन करने से जच्चा बच्चा दोनो की मौत होने का समाचार है । घटना बैरिया के द्वाबा हॉस्पिटल की बतायी जा रही है । बताया जाता है कि प्रसव पीड़ा के बाद स्थानीय बैरिया थाना क्षेत्र के गंगापुर गांव की रहने वाली सोनी वर्मा(22 वर्ष) पत्नी शिवप्रसाद वर्मा को पति द्वारा बुधवार की रात डेढ़ बजे द्वाबा हॉस्पिटल लाया गया । सोनी वर्मा की हालत को देखते हुए मौजूद चिकित्सक ने 35 हजार जमा करने पर ऑपरेशन की हामी भरी । परिजनों ने तत्काल रुपये जमा कर दिया । मरीज को आपरेशन थियेटर में ले जाकर आपरेशन किया जाने लगा । इसी बीच मरीज की हालत बिगड़ने लगी । चिकित्सको ने आनन फानन में परिजनों को दूसरे अस्पताल के लिये भेज दिया , परिजनों को उस अस्पताल ने भी दूसरे अस्पताल भेज दिया । यहां पहुंचने पर बताया गया कि द्वाबा अस्पताल ने रेफर वाला कागज नही दिया है , इसलिये हम इलाज नही कर सकते है । पुनः परिजन जब सोनी को लेकर द्वाबा हॉस्पिटल पहुंचे सोनी के प्राण पखेरू उड़ गये ।
इसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल पर ही धरना शुरू कर दिया ।
इस संबंध में जब थानाध्यक्ष बैरिया से बात की गयी तो उनका कहना था कि अभी तक परिजनों की तरफ से तहरीर नही मिली है , घटना की जानकारी मिली है । तहरीर मिलते ही हॉस्पिटल के खिलाफ वैधानिक कार्यवाई की जाएगी ।
बता दे कि इस अस्पताल में जितने भी चिकित्सको का बोर्ड लगा है उनमें किसी के आगे सर्जन(एमएस) नही लिखा है , न ही किसी एन्थिसिया का ही नाम है । ऑपरेशन के रूल्स के अनुसार ऑपरेशन के दौरान एन्थिसिया की मौजूदगी जरूरी है । द्वाबा क्षेत्र में बिना सर्जरी की डिग्री और एन्थिसिया के दर्जनों अस्पताल संचालित है लेकिन बलिया का सीएमओ कार्यालय इनकी मान्यता ऑन कॉल के आधार पर देकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्ति पा लेता है । यह भी नही जांच करता है कि अस्पताल संचालक जिस डॉक्टर का नाम ऑन कॉल दर्शा रहा है वह अस्पताल से कितनी दूरी पर रहता है । सूत्रों की माने तो जनपद के अधिकांश प्राइवेट अस्पतालों के ऑन कॉल सर्जन जनपद के बाहर के है जो अपना अस्पताल स्वयं चलाते है । समाचार लिखे जाने तक अस्पताल और परिजनों के बीच समझौता (ब्लड मनी) होने के प्रयास चल रहा था , ऐसा सूत्रों ने खबर दी है ।
मृतक के पति शिवप्रसाद वर्मा का आरोप सुनिये ----
बेड पर पड़ी सोनी की लाश
अस्पताल परिसर में रोते बिलखते परिजन