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सोचनीय प्रश्न : महिला सीएम बसुंधरा के राज्य में आधी आबादी को टिकट देने में राजनीतिक दलों ने नही ली दिलचस्पी , कुल 2294 उम्मीदवारों में मात्र 8.23 प्रतिशत ही महिला उम्मीदवार

'आधी आबादी' को टिकट देने में कंजूसी, 2294 प्रत्याशियों में महज 189 महिलाएं


24 नवम्बर 2018 ।।
(सचिन कुमार)
राजस्थान विधानसभा चुनावों में हमेशा की तरह इस बार भी महिला प्रत्याशियों की संख्या काफी कम है । एक बार फिर से प्रमुख पार्टियों ने महिलाओं को टिकट देने में कंजूसी दिखाई है. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने 27 तो बीजेपी ने महज 23 सीटों पर महिलाओं को अपना उम्मीदवार बनाया है. चुनाव मैदान में डटे कुल उम्मीदवारों की तुलना में महिलाओं की संख्या मात्र 8.23 प्रतिशत है .


विधानसभा चुनाव के रण में प्रदेश की 200 में से 83 सीटों पर एक भी महिला प्रत्याशी नही है. प्रदेशभर में विधानसभा चुनावों के लिए हुए कुल नामांकन में पुरुष प्रत्याशियों की तुलना में महिला प्रत्याशियों की संख्या केवल 189 है, जबकि पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 2,105 है. कांग्रेस व बीजेपी की दोनों दलों की महिला प्रत्याशियों की संख्या मिलाकर भी कुल 25 प्रतिशत ही हुई है.
कांग्रेस- 27, बीजेपी- 23, बसपा- 14, आप- 10, रालोपा- 09, भारतीय युवा शक्ति- 6, जमींदारा पार्टी- 4, भारत वाहिनी पार्टी- 4, अन्य दल -30, निर्दलीय- 58

कई सीटों पर है महिलाओं का वर्चस्वइसके बावजूद प्रदेश में कई ऐसी सीटें ऐसी है, जहां महिला उम्मीदवार अमूमन पुरुष उम्मीदवारों पर भारी पड़ती रही हैं. इस बार भी वे पुरुष प्रत्याशियों पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं.

झालरापाटन- वसुंधरा राजे, बीजेपी

सूरसागर- सूर्यकांता व्यास, बीजेपी

बानसूर- शकुंतला रावत, कांग्रेस

उदयपुर- गिरिराज व्यास, कांग्रेस

सपोटरा- गोलमा देवी, बीजेपी

नदबई- कृष्णेन्द्र कौर दीपा, बीजेपी

अजमेर साउथ- अनिता भदेल, बीजेपी

राजसमंद- किरण माहेश्वरी, बीजेपी

बस्सी- अंजू धानका, निर्दलीय

कामिनी जिंदल- जमींदारा पार्टी