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तमिलनाडु के कॉलेज ने भगत सिंह की जयंती मनाने वाली छात्रा को कॉलेज से निकाला , दिया देशभक्तों के प्रति सम्मान दिखाने का यह इनाम

यूपी के बलिया जनपद के बेल्थरा रोड स्थित इंटर कॉलेज में वंदे मातरम गाने पर मुर्गा बनाने की खबर अभी ठंडी भी नही हुई और तमिलनाडु के कोयम्बटूर में भगत सिंह की जयंती मनाने पर छात्रा को कॉलेज ने निकाला

16 अक्टूबर 2018 ।।

यूपी के बलिया जनपद के बेल्थरा रोड के एक इंटर कॉलेज
में वंदे मातरम गाने पर छात्रों को मुर्गा बनाने की खबर अभी ठंडी भी नही हुई थी कि तमिलनाडु के कोयम्बटूर गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज में एक छात्रा को भगत सिंह की जयंती
 मनाने पर सस्पेंड करने का मामला सामने आया है.।
बताया जा रहा है कि इतिहास के फर्स्ट ईयर की छात्रा
मालती ने 28 सितंबर को भगत सिंह की जयंती मनाई
 थी । जिसके बाद उसके खिलाफ एक्शन लिया गया ।
 सस्पेंशन लेटर में कहा गया है कि भगत सिंह की जयंती
मनाने से कॉलेज की शांति भंग हुई है ।
यह घटनाएं तब घटित हो रही है जब पीएम मोदी देश
 भर में देश भक्ति का जज्बा पैदा करने की मुहिम के
 अंतर्गत देश की आजादी के लिये जान की कुर्बानी देने
 वाले शहीदों के विषय मे वर्तमान पीढ़ी को अवगत
कराने में लगे हुए है वही बलिया या कोयम्बटूर के
विद्यालयों के प्रधानाचार्यो जैसे लोग अपने तो देश
भक्ति को व्यवसाय में बदल चुके है अगर किसी ने देश
भक्तो के प्रति आदर दिखाने का साहस भी किया तो
उसको दंडित करने का काम कर रहे है । यह घटनाएं
 तब और कचोटती है जब ये विद्यालय सरकार के अधीन , सरकारी पैसों से चलते है । अगर ऐसी घटनाओं को
कारित करने वालों पर कठोर कार्यवाई नही होगी तो
 हो सकता है कि किसी अन्य विद्यालय में भी ऐसी घटना सामने आ जाये । तमिलनाडु के कोयम्बटूर के जिस
 छात्रा को कॉलेज से निकाला गया है , छात्रा मालती
पर आरोप है कि उसने हेड ऑफ द डिपार्टमेंट (एचओडी)
के परमिशन के बिना कॉलेज कैंपस में भगत सिंह की
जयंती पर कार्यक्रम रखा. दरअसल, जब मालती ने
प्रिंसिपल से परमिशन मांगी, तो उन्होंने मना कर दिया
और विभागीय स्तर पर बात करने को कहा. उसके बाद एचओडी की छुट्टी होने पर मालती के नेतृत्व में छात्रों ने
 ट्यूटर से परमिशन मांगी थी । 

बताया जा रहा है कि एचओडी की गैरमौजूदगी में ट्यूटर ने भी छात्रों को 
जयंती मनाने की इजाजत नहीं दी ।
लेकिन, छात्रों ने तब तक भगत सिंह 
की जयंती पर कार्यक्रम शुरू कर दिया
 था ।


कॉलेज प्रशासन ने इसे अनुशासनहीनता माना और मालती के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की । छात्रा को भेजे गए सस्पेंशन लेटर में कहा गया हैं, 'अनुमति नहीं देने के बाद भी, मालती ने दूसरे विभाग के छात्रों के साथ बैठक की और इससे कॉलेज कैंपस में शांति भंग हुई है. लिहाजा
 उन्हें कॉलेज से निकाला जाता है.' ।

कॉलेज अब 22 अक्टूबर को मालती से इस मामले में पूछताछ करेगी. फिर फैसला लिया जाएगा कि उसका सस्पेंशन वापस लिया जाय या नहीं. मालती ने पूरे मामले को लोकतंत्र के खिलाफ बताया है ।