Breaking News

अमृतसर रेल हादसे में यूपी के 6 जिलों से 9 लोगो की हुई है मौत , 2 साल के आरुष ने खोया मां बाप , मचा है कोहराम



           21 अक्टूबर 2018 ।।

अमृतसर हादसे ने उत्तर प्रदेश के कई परिवारों को दंश दे दिया है । प्रदेश के कई जिलों के लोग इस हादसे के
 शिकार हो गए. कहीं दो साल के बच्चे ने अपने मां बाप 
और भाई को खो दिया तो कहीं पिता ने अपने दोनों बेटों 
की मौत देखी. कहीं चाचा अपने भतीजे को गोद में लिए
 काल के गाल में समा गया, तो वहीं भतीजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है । सभी पंजाब में बेहतर जीवनयापन के लिए काम करने गए थे ।
जानकारी के अनुसार, अमृतसर हादसे में सुलतानपुर के दंपति और बेटे व अमेठी के एक युवक की जान चली 
गई है. यहां बल्दीराय के सोनबरसा गांव निवासी दो
 भाई 34 वर्षीय दिनेश कुमार और राकेश अमृतसर के 
जोड़ा में पाइप फि​टिंग का काम करते थे. दिनेश अपनी
 पत्नी प्रीति और बेटे अभिषेक व आरुष के साथ रहता था. हादसे के दिन दिनेश अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ रेलवे लाइन पर खड़ा था, जब ट्रेन ने सभी कुचल दिया
. हादसे में दो साल का आरुष ही बचा है ।

वहीं अमेठी के शिवगढ़ के रहने वाले राम तीरथ कश्यप
 भी पंजाब में नौकरी करते हैं. उनका 18 साल का बेटे 
दीपक उस रात अपने दोस्तों के साथ रावण दहन देखने
 गया था. हादसे में उसकी भी मौत हो गई. इस हादसे में आजमगढ़ के कंधरापुर के सवरूपुर खुटौली गांव
 निवासी 20 वर्षीय बृजभान राम और तहबरपुर थाने के रैसिंग पुर गांव निवासी 24 वर्षीय राम मिलन निषाद
 की मौत हो गई , वह अमृतसर में रिश्तेदारों के यहां रहकर नौकरी करते थे ।

गाजीपुर में करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के बगेन गांव निवासी 
22 वर्षीय प्रदीप सिंह कुशवाहा और उनके भतीजे चार
 वर्षीय सार्थक की भी इस हादसे में मौत हो गई. हादसे में प्रदीप के साथ सात साल की काजल भी थी, जो गंभीर 
रूप से घायल है. उसका इलाज चल रहा है , प्रदीप 
सब्जी बेचता था ।

हरदोई भी अमृतसर हादसे का दर्द पसरा मिला. यहां 
दो सगे भाई 45 वर्षीय गिरींद्र और 40 वर्षीय पवन 
कुमार की मौत हो गई. बेहटागोकुल थाना क्षेत्र के 
सुरीजीपुर गांव निवासी आत्माराम अमृतसरकार की 
एक कपड़ा मिल में काम करते थे. उन्होंने अपने दोनों 
बेटों गिरींद्र और पवन को काम के लिए अमृतसर 
बुलाया था ।