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वाराणसी : प्रचार-प्रसार के नए तरीकों से लैस होगा स्वास्थ्य विभाग

प्रचार-प्रसार के नए तरीकों से लैस होगा स्वास्थ्य विभाग


वाराणसी मंडल के ब्लॉकस्तरीय नोडल अधिकारियों की कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला

योजनाओं को समुदाय तक पहुंचाने को लेकर अपनाये जाने वाले विभिन्न तरीकों पर हुई चर्चा

वाराणसी, 06 सितम्बर-2018 ।। योजनाओं को समुदाय तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रचार-प्रसार के नए तरीकों को अपनाने जा रहा है । इसके लिए वह प्रिंट-इलेक्ट्रानिक और मॉस मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया पर भी खास तौर पर फोकस करने जा रहा है/।इसके लिए वृहस्पतिवार को यहाँ वाराणसी मंडल के वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर और चंदौली जिलों के ब्लॉकस्तरीय आईईसी । बीसीसी नोडल अधिकारियों का दो दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उत्तर प्रदेश) और जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में यूपी टीएसयू और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में प्रतिभागियों को लघु फिल्म निर्माण, फेसबुक, ट्विटर व्हाटसएप की हैंडलिंग पर तकनीकी जानकारी दी गयी । इसके साथ ही लोगों ने कार्यशाला में खुद के प्रयास से लघु फिल्म, प्रेस नोट और सोशल मीडिया पर योजनाओं को अपडेट करके भी दिखाया ।
कार्यशाला के माध्यम से यह प्रयास किया गया कि नयी विधाओं का इस्तेमाल कर समुदाय तक सीधा संवाद किस प्रकार स्थापित किया जाए और योजनाओं के बारे में लोगों की राय, फीडबैक तथा सलाह प्राप्त की जा सके ।इन विधाओं के द्वारा अन्य राजकीय विभागों के साथ-साथ पंचायती संस्थाओं तथा गैर सरकारी संगठनों का भी एक साझा मंच स्थापित किया जा सकता है । स्वास्थ्य विभाग के सफल प्रयासों से समुदाय को प्राप्त लाभों पर अभी तक राष्ट्रीय तथा राज्यस्तरीय एजेंसियों द्वारा केस स्टडी किया जाता था, किन्तु अब प्रयास है कि ब्लॉकस्तरीय अधिकारियों के सहयोग से ही प्राप्त सफलताओं की केस स्टडी कर व्यापक रूप से प्रचारित-प्रसारित किया जाए ताकि उससे अन्य लोग भी सीख ले सकें ।
कार्यशाला में यह भी तय हुआ कि ग्रामीण अंचल के बहुत से लोग अब भी प्रिंट और अन्य संचार माध्यमों से अछूते हैं, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मुख्य लक्ष्य मातृ-शिशु मृत्यु दर के साथ ही प्रजनन दर में कमी को प्राप्त करने में आड़े आता है ।इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से गाँव के युवक-युवतियों को नुक्कड़ नाटक-लोक गीत आदि फ़ोक मीडिया के माध्यमों में प्रशिक्षित करते हुए माँ-बच्चे और किशोरियों से सम्बंधित स्वास्थ्य संदेशों को घर-घर तक पहुँचाया जाएगा । कार्यशाला में ब्लॉकस्तरीय नोडल अधिकारियों को सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी), व्यवहार परिवर्तन संचार (बीसीसी) और सामाजिक व्यवहार परिवर्तन (एसबीसीसी) के बारे में विस्तार से बताया गया ।इन गतिविधियों का उपयोग जानकारी पहुंचाने और जागरूकता फ़ैलाने के लिए बहुत ही जरुरी है/।कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर वाराणसी के जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश शर्मा तथा गाजीपुर के जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर अनिल कुमार वर्मा ने लोगों को प्रशिक्षण प्रदान किया । कार्यशाला का संयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी. बी. सिंह और जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश शर्मा ने किया ।