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बलिया: -बोले डीएम -सम्भावित बाढ़ की स्थितियों से निपटने की युद्ध स्तर पर की जा रही है तैयारियां

बलिया, 9 जुलाई 2018 ।।

   जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत के नेतृत्व और निर्देशन में जनपद में संभावित बाढ़ की स्थितियो से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है ।जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और कहा है कि जिसको जो दायित्व सौंपे गए हैं जो  उनका निर्वाहन पूरी संवेदनशीलता के साथ करें ।कहा कि लोगों की जान, माल व पशुओं सुरक्षा व संरक्षण के लिए पहले से  ही पूरे बंदोबस्त कर लिये जांय।जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों व तहसीलदारों, बाढ़ खंड के अधिकारियो को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन- जिन गांवों में बाढ़ आती है वहां का दौरा अपने स्थानीय कर्मचारियों के साथ कर ले और वहां की स्थितियो को बारीकी के साथ समझ ले ।यही नहीं उन्होंने कहा है कि बाढ़ खंड के अधिकारियों के साथ बांधों के निर्माण , कटान क्षेत्रों आदि का दौरा  भी कर लिया जाए ।जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को हमेशा सजग ,सतर्क व पैनी नजर रखने के  निर्देश  दिए हैं और कहा है कि कटान रोधी जो कार्य चल रहा है युद्ध स्तर पर पूरा किया जाए तथा  जो ठेकेदार समय से कार्य पूरा नहीं कर रहे हैं ,उनको तत्काल नोटिस दी जाए ।यह भी स्पष्ट किया है भुगतान को लेकर भी अधिकारी सजग रहें ,जितना काम करेंगे उतना ही भुगतान किया जाएगा ।जिले के विकास ,निर्माण व कार्यों सोशल सेक्टर की योजनाओं और कानून व्यवस्था के प्रति बेहद सजग ,सतर्क और पैनी नजर रखने वाले जिला अधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं की बाढ़ चौकियों ,बाढ़ राहत केंद्रों ,शरणालयो  आदि का गहन निरीक्षण कर लिया जाए और सभी संबंधित विभाग अभी से अपनी लगाई जाने वाली टीमों का गठन कर ले । चिकित्सा विभाग  द्वारा दवाइयों ,मोबाइल एंबुलेंस डाक्टर पैरा मैडिकल स्टाफ की व्यवस्था  कर ली जाय। राहत सामग्री की व्यवस्था समय से सुनिश्चित कर ली जाए जा रहे हो। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि डीजल ,पेट्रोल और मिट्टी के तेल की उपलब्धता बनाए रखी जाए। बताया  गया खाद्यान्न का टेंडर पूर्व में ही हो गया है तथा मिट्टी का तेल भी आरक्षित कर लिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह बाढ़ से संबंधित टीचिंग लर्निंग मटेरियल  तैयार करायें। क्या करें ,क्या न करें का मटेरियल चार्ट स्कूलों  खासकर बाढ़ प्रभावित गांव के स्कूलों में बनवाकर लगवाया जाए ताकि बच्चे बाढ़ के समय क्या करना है ,क्या नहीं करना है  जानकारी  प्राप्त कर सके और इसके बारे में अपने आसपास के लोगों को बता सकें। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देश दिए गए हैं कि वह नावों का रजिस्ट्रेशन कर ले। जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह राहत चौकियों के पास अस्थाई हैंडपंप लगवाने ,वाटर टैंकर से पानी आदि भिजवाने की व्यवस्था अभी से कर ले। उन्होंने कहा है पशु चिकित्सा अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे ।पशुओं के टीकाकरण ,होने वाली बीमारियों से निपटने के सारे इंतजाम रखें ।बताया गया बाढ़ प्रभावित 384 गांव में पशुओं के टीकाकरण का कार्य चल रहा है 198 गांव के 40 हजार पशुओं का टीकाकरण  हो चुका  है। जिलाधिकारी ने कहा है राहत कैंप के बगल में ही चिकित्सा  कैम्प लगाया जाएगा तथा वहीं पर प्रचार सामग्री का भी डिस्प्ले किया जाएगा ।संक्रामक रोगों से बचाव जानकारी कैंप में पंपलेट आदि के माध्यम से दी जाएगी और इलाज भी किया जाएगा ।उन्होंने कहा सांप काटने का व कुत्ता काटने के इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में रखे जाएं और स्वास्थ्य विभाग की टीमों का गठन कर लिया जाए तथा आशा बहुओं को  सजग कर दिया जाए। विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि क्षेत्र का भ्रमण करें ,हमेशा सतर्क रहें ,बजट की आवश्यकता हो तो उसकी मांग करें ।लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है वह अपनी सड़कें  ,पुल ,पुलिया चेक कर लें ।कहीं पर सड़क ,पुलिया आदि टूटेगी तो वहां के लिए मिट्टी और राबिस आदि का इंतजाम पहले से  स्थान चिन्हित करके  रख ले ।अपर पुलिस अधीक्षक विजय पाल सिंह ने बताया कि बाढ़ चौकियों ,थानों पर कोर्स रहेगा ।बाढ़ की दशा में बाढ़ पीएससी, एनडीआरएफ की जहां जरूरत पड़ती है ,वह मंगाई जाएगी ,वायरलेस सेट ,हैंडसेट लगाए जाएंगे ,जैकेट भी रहेंगे ।राहत सामग्री के वितरण में पुलिस पूरी मदद करेगी।अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंहल  ने भी महत्वपूर्ण  दिशा निर्देश दिए हैं।