सिंगापुर के पासपोर्ट पर लंदन से ब्रसेल्स भागा नीरव मोदी - रिपोर्ट
पीएनबी स्कैम में फरार आरोपी नीरव मोदी सिंगापुर पासपोर्ट के जरिए लंदन से ब्रसेल्स चला गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीरव मोदी ने लंदन में राजनीतिक शरण की मांग की थी, लेकिन मीडिया में इसकी चर्चा बढ़ने पर नीरव मोदी के ब्रसेल्स चले जाने की संभावना जताई जा रही है.। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मीडिया में खबर आने के बाद नीरव मोदी मंगलवार या बुधवार को ब्रसेल्स चला गया. ऐसा लंदन में राजनीतिक शरण की खबरों पर हंगामे के बाद हुआ. कुछ दिन पहले आई रिपोर्ट में सामने आया था कि नीरव मोदी लंदन में राजनीतिक शरण लेने वाला है, जिसके बाद भारतीय आला कमान को उसका ब्रिटेन पहुंचने का इंतज़ार था. क्योंकि इसके बाद ब्रिटिश सरकार से नीरव मोदी के वहां होने की पुष्टि हो जाती ।
कहा जा रहा है कि फरार नीरव मोदी भारतीय पासपोर्ट से नहीं बल्कि सिंगापुर पासपोर्ट से यूके में अलग-अलग जगह घूम रहा है .एक दिन पहले ही ब्रिटिश सरकार ने नीरव मोदी के खिलाफ जारी डिफ्यूजन नोटिस पर जवाब दिया था. नीरव मोदी 13,400 करोड़ के पीएनबी बैंक फ्रॉड में फरार आरोपी है. मामले की जांच अभी चल रही है लेकिन फिलहाल नीरव मोदी की लोकेशन को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है.
सोमवार को सीबीआई ने इंटरपोल से नीरव मोदी और उसके बेल्जियम निवासी भाई निशाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. मंगलवार को मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने नीरव मोदी के परिवार वालों के खिलाफ गैर-जमानती वॉरेंट जारी कर दिया.
इंटरपोल ने भारतीय सरकार को जानकारी दी है कि नीरव मोदी के पासपोर्ट पर 31 मार्च से कोई मूवमेंट नहीं हुई है. अगर वो सिंगापुर पासपोर्ट का इस्तेमाल करके घूम रहा है तो इसमें भारतीय सरकार कुछ नहीं कर सकती क्योंकि उसके भारतीय पासपोर्ट पर गैर-जमानती वॉरेंट जारी है. इसके लिए सिंगापुर सरकार पर दबाव बनाना होगा.
लंदन के भारतीय हाई कमीशन के सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि पैसे से कुछ भी खरीदा जा सकता है इसीलिए नीरव मोदी अगर भारतीय पासपोर्ट का भी इस्तेमाल कर रहा हो तो कुछ कह नहीं सकते. आगे पूछने पर उन्होंने सिंगापुर पासपोर्ट के इस्तेमाल की बात कही.
भारतीय हाई कमीशन के सूत्रों के मुताबिक, "हम नहीं बता सकते कि वो कौन सा पासपोर्ट इस्तेमाल कर रहा है. केवल यूके इमिग्रेशन ही इस बात की जानकारी दे सकती है क्योंकि उन्होंने ही नीरव मोदी को यूके में घुसने की अनुमति दी होगी. अगर कोई भारत आता है तो हम बता सकते है कि वो किस पासपोर्ट से भारत आया है उसी तरह यूके होम ऑफिस को ही पता होगा कि नीरव मोदी किस पासपोर्ट से यूके में घूम रहा है."
उन्होंने आगे बताया " हमें नीरव मोदी के सिंगापुर पासपोर्ट इस्तेमाल करने को लेकर कोई जानकारी नही है, हो सकता है कि उसके पास फेक इंडियन पासपोर्ट हो. ये भी हो सकता है कि नीरव मोदी अपने रद्द पासपोर्ट का ही इस्तेमाल कर रहा हो लेकिन दूसरे देशों को इसकी जानकारी न होने की वजह से उसे अनुमति मिल जाती हो."
भारतीय हाई कमीशन के औपचारिक अनुरोध के बावजूद यूके होम ऑफिस इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा कि आखिर नीरव मोदी किस पासपोर्ट पर घूम रहा है ।
सोमवार को सीबीआई ने इंटरपोल से नीरव मोदी और उसके बेल्जियम निवासी भाई निशाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. मंगलवार को मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने नीरव मोदी के परिवार वालों के खिलाफ गैर-जमानती वॉरेंट जारी कर दिया.
इंटरपोल ने भारतीय सरकार को जानकारी दी है कि नीरव मोदी के पासपोर्ट पर 31 मार्च से कोई मूवमेंट नहीं हुई है. अगर वो सिंगापुर पासपोर्ट का इस्तेमाल करके घूम रहा है तो इसमें भारतीय सरकार कुछ नहीं कर सकती क्योंकि उसके भारतीय पासपोर्ट पर गैर-जमानती वॉरेंट जारी है. इसके लिए सिंगापुर सरकार पर दबाव बनाना होगा.
लंदन के भारतीय हाई कमीशन के सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि पैसे से कुछ भी खरीदा जा सकता है इसीलिए नीरव मोदी अगर भारतीय पासपोर्ट का भी इस्तेमाल कर रहा हो तो कुछ कह नहीं सकते. आगे पूछने पर उन्होंने सिंगापुर पासपोर्ट के इस्तेमाल की बात कही.
भारतीय हाई कमीशन के सूत्रों के मुताबिक, "हम नहीं बता सकते कि वो कौन सा पासपोर्ट इस्तेमाल कर रहा है. केवल यूके इमिग्रेशन ही इस बात की जानकारी दे सकती है क्योंकि उन्होंने ही नीरव मोदी को यूके में घुसने की अनुमति दी होगी. अगर कोई भारत आता है तो हम बता सकते है कि वो किस पासपोर्ट से भारत आया है उसी तरह यूके होम ऑफिस को ही पता होगा कि नीरव मोदी किस पासपोर्ट से यूके में घूम रहा है."
उन्होंने आगे बताया " हमें नीरव मोदी के सिंगापुर पासपोर्ट इस्तेमाल करने को लेकर कोई जानकारी नही है, हो सकता है कि उसके पास फेक इंडियन पासपोर्ट हो. ये भी हो सकता है कि नीरव मोदी अपने रद्द पासपोर्ट का ही इस्तेमाल कर रहा हो लेकिन दूसरे देशों को इसकी जानकारी न होने की वजह से उसे अनुमति मिल जाती हो."
भारतीय हाई कमीशन के औपचारिक अनुरोध के बावजूद यूके होम ऑफिस इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा कि आखिर नीरव मोदी किस पासपोर्ट पर घूम रहा है ।