पत्रकारिता का काम सत्य को है खोजना- रमाकांत त्रिपाठी
बरौत कस्बे में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की बैठक संपन्न
प्रयागराज।।पत्रकारिता का काम सत्य को खोजना है। आज सोशल माध्यमों में भाषा भी बदल रही है। उक्त बातें भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी ने बरौत कस्बे में महासंघ के एक कार्यक्रम में कहा साथ ही संगठन के मजबूती पर बल दिया।जिला उपाध्यक्ष अमरजीत बिन्द ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का जमाना है और जैसे-जैसे सोशल मीडिया का प्रचलन बढ़ रहा है, पत्रकारिता एक और नया रूप लेती जा रही है।
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के तहसील अध्यक्ष हंड़िया रजनीश शुक्ला ने कहा कि यदि हम इतिहास पर नजर ड़ालें तो हम यह पायेंगे कि स्वतंत्रता के पूर्व की पत्रकारिता का मुख्य और अहम उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्ति ही था। तहसील उपाध्यक्ष कौशलेश तिवारी और नीतेश मिश्र ने कहा कि पत्रकारिता ने पूरे देश को एकता और अखंडता के सूत्र में बांधने के साथ-साथ पूरे समाज को स्वाधीनता प्राप्ति के लक्ष्य और उद्देश्य से जोड़े रखा।
महासचिव सी.बी बिन्द ने कहा कि आजादी से पहले, पत्रकारिता के समक्ष जन-जन में स्वातंत्र्य चेतना का संचार करना प्रमुख लक्ष्य था, जिसे तत्कालीन अख़बारों ने शिद्दत से निभाया। ब्लाक अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि पत्रकारिता एक ‘मिशन’ थी लेकिन समय के साथ- साथ मिशन “प्रोफेशन” में तब्दील हो गया। जैसे जैसे सामाजिक -राजनीतिक परिदृश्य में परिवर्तन आते गये,पत्रकारिता भी उससे प्रभावित होती गयी।