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बलिया में सुदखोरों के आतंक से दूसरी आत्महत्या : नौकरी लगाने के नाम पर पहले ठगा गया, फिर सुदखोरों ने चूसा खून, अब वीडियो बनाकर कर ली आत्महत्या


फ़ाइल फोटो -मृतक 

मधुसूदन सिंह

बलिया।। आज भी जनपद मुख्यालय सुदखोरों के आतंक से मुक्त नही हुआ है। सुदखोरों के आतंक ने बलिया में असलहा व्यवसायी नन्दलाल के बाद दूसरी जान रविवार को ली है। एक युवक ने 2 लाख नौकरी दिलवाने में मध्यस्थता करने के नाम पर दिलवाने और फिर उसको  कर्ज के रूप में मानकर 15 लाख देने के बाद भी ज़ब सुदखोरों से प्रताड़ित होने से आजीज आ गया तो वीडियो में अपनी दर्द भरी पूरी दास्तान बता कर जहरीला पदार्थ खा  लिया जिससे अस्पताल में उसकी मौत हो गयी है।

मृतक ने जहरीला पदार्थ खाने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमे किससे कर्ज लिया है और किसको कितना दिया है, उसका पूरा उल्लेख है। यही नही अपनी पत्नी का गहना किसके यहां गिरवी रखा है, यह भी लिखा है। मृतक ने मुख्यमंत्री योगी जी को प्रधानमंत्री बनने की दुआ भी करने की बात लिखते हुए अपनी पत्नी के गहने और दिये गये अधिक पैसे को योगी जी से पत्नी को दिलाने की मार्मिक अपील भी की है। मृतक ने कहा है कि सुदखोर लोग गली में, घर पर, पत्नी बच्चो के सामने इतना जलील कर रहे है कि अब जीने का कोई मतलब नही रह जाता है।



सुदखोरों क आतंक से आत्महत्या का मामला एक बार फिर रविवार की शाम शहर कोतवाली क्षेत्र के विजयीपुर मोहल्ले में देखने को मिला, जहां  शिवेंद्र कुमार सिंह उर्फ डींकू  36 पुत्र सुशील कुमार सिंह ने जहर खाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर ली है । सुसाइड करने से पहले युवक ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

नौकरी के लिये मध्यस्थता पड़ी भरी 

मिली जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र के विजयीपुर निवासी शिवेंद्र कुमार सिंह डींकू 36 पुत्र सुशील कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें उल्लेख किया है कि कुछ साल पहले दो लड़कों से मुलाकात हुई थी। जिसमें से एक लड़के का नाम संदीप कुमार निवासी मोरिया, तहसील मेहनगर, जिला आजमगढ़ तथा दूसरा वरुण चतुर्वेदी पुत्र विनोद चतुर्वेदी निवासी जवही दियर, बलिया से हुई थी। जिन्होंने नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपए मांगे थे। जिनको हमने दे दिया था। इसके बाद इन लोगों ने फर्जी लेटर एवं आई कार्ड हमें दे दिया। मैं समझा मेरी नौकरी लग गई है। फिर उन्होंने बताया कि अभी पाँच सीट खाली है। तुम और लड़के बताओ, तुम्हें प्रति लड़का एक लाख रुपए रुपए देंगे।








इसके बाद मैंने अपने दोस्तों से नौकरी के बारे में बात कहीं। जिसमें से एक दोस्त शहर कोतवाली के बनकटा निवासी अर्पित सिंह पुत्र रविंदर सिंह ने मुझे दो लाख रुपए नौकरी के नाम पर दिए। चुकी मैं मध्यस्थ था। मैंने उस पैसे को जवही दीयर निवासी वरुण चतुर्वेदी को दे दिया था, लेकिन कई साल बीत गए नौकरी नहीं मिली। जिसके बाद अर्पित सिंह ब्याज सहित पैसे की मांग करने लगा। इसके बाद मैंने पांच प्रतिशत ब्याज के साथ पैसे लौटा दिया, लेकिन वे 10 प्रतिशत ब्याज के साथ पैसे की मांग कर रहे हैं। उनके द्वारा कहा गया कि अगर 10 प्रतिशत ब्याज के साथ पैसे नहीं दोगे तो तुम्हारे लड़के को जान से मार देंगे और तरह-तरह से उनके परिवार के लोग घर पर आकर मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित करने लगे है । जिससे तंग आकर मैं आत्महत्या कर रहा हूं।

इनको बताया है आत्महत्या के लिये कसूरवार 

इस मामले में आजमगढ़ निवासी संदीप कुमार, जवही दीयर निवासी वरुण कुमार चतुर्वेदी एवं शहर कोतवाली के बनकटा निवासी अर्पित सिंह मुख्य आरोपी है। जिनसे पैसा वसूली कर मेरी पत्नी पूजा सिंह को देने की कृपा की जाए, क्योंकि मेरी पत्नी के सभी गहने गिरवी रखे गए हैं। मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री जी आप मेरे साथ न्याय करेंगे।

मृतक युवक के दो बच्चे भी हैं। घटना के बाद पत्नी और बच्चों का रोते-रोते बुरा हाल है।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अंत्य परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। खबर लिखें जाने तक थाना कोतवाली में तहरीर नही मिलने के कारण मुकदमा पंजीकृत नही हो सका था।


मृतक का बयान ---