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नाव दुर्घटना के जिम्मेदार दोनों नाविकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, इस दुर्घटना में 4 लोगों की गयीं है जान

 


बलिया।। सोमवार को थाना फेफना अंतर्गत माल्देपुर घाट पर वार ओहार/ मुंडन संस्कार का आयोजन था। जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु  गंगा नदी घाट पर आए हुए थे । मुंडन संस्कार में लोग रस्सी को नाव पर बैठ कर इस किनारे से दूसरे किनारे ले जाकर खूंटा गाड़कर बांधते है और पूजा करते है। इसके बाद ज़ब वापस आते है तो यह मुंडन संस्कार सम्पन्न होता है। इस संस्कार को पूर्ण कराने के लिये नाविकों द्वारा मनमाना पैसा लेकर नाव पर बैठाया जाता है। सोमवार को भी एक पुरानी व छोटी नाव पर नाविकों ने धन के लालच में क्षमता से बहुत ज्यादे श्रद्धालुओं को बैठा लिया गया। जिसके कारण यह नाव गहरे पानी में पहुंचने के बाद डूब गयीं। स्थानीय लोगों और मल्लाहों द्वारा अन्य लोगों को तो बचा लिया गया लेकिन इस दुर्घटना में 4 लोगों की मौत हो गयीं।





घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय व आसपास थानो की पुलिस के साथ जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर, अपर पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार आदि अधिकारी घाट पर पहुंच कर बचाव कार्यों को अपनी देखरेख में शुरू कराया। सोमवार को खोजी टीमों ने तीन शवों को तो निकाल लिया लेकिन एक शव को मंगलवार को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला।

  पुलिस अधीक्षक  राजकरन नय्यर* द्वारा मौके का निरीक्षण करते हुए सभी श्रद्धालुओं को गंगा नदी से बाहर निकालने व बिना अनुमति के गंगा नदी में नाव चलाने वाले व नाव की क्षमता से अधिक सवारियों बैठाने व फरार नाविकों के विरुद्ध कार्यवाही करने के दिशा निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मंगलवार 23.05.2023 को थाना फेफना उ0नि0  मय पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर माल्देपुर शिवमन्दिर के पास से 1. मनुजी पुत्र भरदुल निवासी माल्देपुर थाना फेफना बलिया 2. रामदयाल पुत्र श्यामसुन्दर विन्द निवासी हैवतपुर थाना कोतवाली बलिया को पुलिस हिरासत में लिया  ।

 पूछताछ के क्रम में दोनों ने बताया कि कल माल्देपुर घाट में अपनी नाव में क्षमता से अधिक सवारी बैठाने के कारण हमारी नाव नदी में डूब गयी थी जिससे हम लोग डर कर वहाँ से भाग गए थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना स्थानीय पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए मा. न्यायालय के समक्ष भेज दिया गया । इनके खिलाफ थाना फेफना पर मु0अ0सं0 134/23 धारा 282/304 भादवि दर्ज किया गया है ।