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नन्दलाल की आत्महत्या,कौन कौन सुदखोर होंगे बेनक़ाब?



मधुसूदन सिंह

बलिया।। दोपहर बाद लगभग ढाई बजे ज़ब स्टेशन मालगोदाम रोड पर स्थित अपने गन हॉउस नामक असलहो की दुकान में ज़ब दुकान के मालिक नन्दलाल गुप्त ने फेसबुक पर लाइव आकर अपनी पीड़ा को व्यक्त करते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी से अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए ज़ब कनपटी पर गोली मार कर आत्महत्या की, तो सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे बलिया में सनसनी फ़ैल गयी। आनन फानन में स्थानीय पुलिस के उच्चधिकारी और जवान पहुंच गये और बॉडी को पीएम के लिये जिला अस्पताल पहुँचाया।



इस आत्महत्या के बाद एक बार फिर सुदखोरों के रक्तरंजीत पंजो की गिरफ्तार में फंस चूका व्यक्ति कैसे तड़पता है, देखने को मिला है। बड़े सुदखोरों की बात करें तो ये वही है जिनकी लगभग दो दशक पहले एक आम जन की तरह जिंदगी थी। लेकिन इन लोगों ने आर्थिक विपन्नता में फंसे व्यक्ति को उच्च दर पर कर्ज देकर ऐसा जाल रचना शुरू किया कि जो इनकी गिरफ्त में फंसा मूलधन का लगभग 10-20 गुना देने के बाद भी अपने आशियानो को इनको कब्जा करने से नहीं रोक सकें। बलिया में लगभग दो दर्जन से अधिक ऐसे सुदखोर सक्रिय है। इनके ऊपर राजनेताओं का बरदहस्त होने के कारण न तो पुलिस, न ही स्थानीय जिला प्रशासन कोई कार्यवाही कर पाता है और पीड़ित सबकुछ गंवा कर या तो आत्महत्या कर लेता है या किराये पर जीवन गुजारने लगता है।







बलिया में लालजी शुक्ला नाम के पुलिस अधीक्षक आये थे जिनके भय से सारे सुदखोर भूमिगत हो गये थे, तो कुछ जेल में पहुंचा दिये गये थे। नन्दलाल गुप्त से आज दो लोगों ने 24 लाख रूपये में इनकी मकान का मुहायदा करा लिया है। इनमे से एक कोतवाली थाना क्षेत्र के, तो दूसरे रसड़ा निवासी व्यक्ति है। सूत्रों की माने तो इसके अलावा नन्दलाल को कर्ज देने वालों में शराब माफियाओ का भी नाम सामने आ सकता है। मृतक नन्दलाल के परिजनों द्वारा अभी तक तहरीर न देने के कारण पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है। लेकिन परिजनों द्वारा तहरीर मिलते ही पुलिस वांछितो को गिरफ्तार करने का भरोसा दिला रही है।

सूत्रों की माने तो आधे दर्जन से अधिक सुदखोर पुलिस के राडार पर आ चुके है। वही नन्दलाल के इस परिस्थिति तक पहुंचने में कोरोना काल और भवानी सिंह खंगारौत के बाद आये जिलाधिकारियों द्वारा असलहे के नये लाइसेंस न जारी करने का भी प्रमुख कारण माना जा रहा है। अब कल ज़ब पुलिस मृतक नन्द लाल बैंक खातों और बही खातों की जांच शुरू करेंगी तो बहुत सारे सफेदपोश चेहरे बेनक़ाब होंगे।