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तपोवन पार्क में हुई बैठक में महानगर की नई कार्यकारिणी के लिए प्रस्ताव पारित



भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की विभिन्न इकाइयों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू

अयोध्या मे प्रांतीय कार्यकारिणी की 29 को बैठक,6 नवंबर को बलिया मे सम्मेलन 

प्रयागराज।।भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की महानगर प्रयागराज इकाई की आवश्यक बैठक  तपोवन पार्क  प्रयागराज  में   हुई। जिसमें महानगर इकाई की नई कार्यकारिणी के लिए प्रस्ताव पारित किया गया और देश भर की विभिन्न इकाइयों के पुनर्गठन के लिए नामांकन वह चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई ।


भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की प्रयागराज जिला इकाई के अध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में कई बिंदुओं पर प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक का संचालन   राष्ट्रीय महासचिव कार्यालय  श्याम सुंदर सिंह पटेल ने किया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय भी उपस्थित रहे।

      महानगर  इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास केलकर के स्वास्थ्य शिविर दारागंज के महाराष्ट्र मंडल में लगाए जाने के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई और अति शीघ्र महासंघ के स्वास्थ्य शिविर की तिथि घोषित करने का निर्णय लिया गया। प्रयागराज के जिला कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता द्वारा महानगर इकाई के पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा गया जिसे करतल ध्वनि से पारित किया गया और आगामी तिथि को सभी पदाधिकारियों के नामांकन की व्यवस्था हेतु कार्यालय प्रभारी को जिम्मेदारी दी गई। जिला  सचिव आशीष मिश्रा को संवाददाता डायरी में संशोधन के लिए विभिन्न विभागों के नंबर और नाम उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सर्वसम्मति से दी गई।

इस बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और नई   कार्यकारिणी  के लिए नामांकन प्रक्रिया  अगले माह शुरू करने एवं   निष्क्रिय पदाधिकारियों को पद मुक्त करके   सक्रिय लोगों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्रदान करने का अति महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया और यह व्यवस्था दी गई कि जो पदाधिकारी संगठन की बैठकों और कार्यक्रमों के लिए समय नहीं दे पा रहे हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से पद मुक्त कर दिया जाए और उनके स्थान पर नए लोगों को दायित्व सौंपा जाए। इस पर उपस्थित सभी सदस्यों ने करतल ध्वनि से इसका समर्थन किया।





इसी  बैठक में  महानगर  इकाई में कई प्रकोष्ठों   के गठन की प्रक्रिया भी  शीघ्र पूरी करके उन्हें विस्तारित करने का निर्णय लिया गया कि लगातार तीन बैठकों में अनुपस्थित रहने पर सदस्यों को सदस्यता से वंचित करने का विचार प्रस्तावित किया गया है। साथ ही सभी पदाधिकारियों को इसकी जानकारी देने के लिए सभी व्हाट्सएप ग्रुप में सूचना देने की जिम्मेदारी कार्यालय प्रभारी को दी गई है। सभी सदस्य और पदाधिकारियों से आग्रह किया गया कि सभी सदस्य नियमित रूप से बैठकों में भाग लें और अपने विचार संगठन के विस्तार के लिए रखें। बैठक में पिछली  कार्य वाही  की  पुष्टि के बाद नये  प्रस्ताव  शामिल किये  गए।

 इस अति महत्वपूर्ण बैठक में आगामी नये सत्र के लिए नई संवाददाता डायरी 2023  पर भी विचार विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया कि 30 नवंबर से पूर्व सभी वांछित प्रकाशन सामग्री कार्यालय को उपलब्ध करा दी जाए और किसी भी दशा में संवाददाता डायरी 25 दिसंबर 2022 तक प्रकाशित कर दी जाए। इस पर सभी ने हर्ष व्यक्त करते हुए करतल ध्वनि से यह प्रस्ताव पारित किया।अब्दुल मलिक,रतन कुमार,शिवेश कुमार राय के संबोधन के पश्चात राष्ट्रीय संयोजक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय ने अपने सम्बोधन मे बताया कि 29 अक्टूबर को अयोध्या में विशेष प्रांतीय सम्मेलन आयोजित है और 6 नवंबर को बलिया में सम्मेलन तथा 16 नवंबर को जयनगर मधुबनी में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर संगोष्ठी व सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। डॉ उपाध्याय ने बताया कि महासंघ की मासिक पत्रिका को और अधिक उपयोगी तथा नए कलेवर में प्रकाशित करने के साथ-साथ पत्रकारों के लिए उपयोगी विशिष्ट सामग्री इसमें समायोजित की जाएगी और इस वर्ष संवाददाता डायरी में संपादक मंडल व व्यवस्थापक मंडल भी गठित किया जाएगा। संवाददाता डायरी में पृष्ठ संख्या बहु बढ़ाई जाएगी।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में जिला अध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी ने जनपद की सभी तहसील इकाइयों को अतिशीघ्र पुनर्गठित करने का निर्णय लिया और कहा कि संगठन किसी भी पत्रकार का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं करेगा इसके लिए महासंघ को आंदोलन भी यदि करना पड़ेगा तो वह पीछे नहीं रहेगा।श्री त्रिपाठी ने कहा कि विभिन्न तहसीलों के जो पदाधिकारी हैं यदि उनका कुछ भी अंशदान बकाया है तो वह 15 दिन के भीतर केंद्रीय कार्यालय से संपर्क करके उसे जमा कर दें जिससे नए सत्र में उनके नए दायित्व के लिए कोई बाधा ना हो। श्री त्रिपाठी ने यह भी कहा कि जो पदाधिकारी किसी कारणवश सांगठनिक बैठकों में उपस्थित नहीं हो रहे हैं  वह  अन्य संसाधनों को सशक्त करके संगठन को सहयोग दे सकते हैं और कार्यालय के निरंतर संपर्क में रहकर पत्रिका व संवाददाता डायरी को अत्यधिक उपयोगी बनाने में सहयोग कर सकते हैं।