Breaking News

स्वास्थ्य विभाग में तबादलो पर घमासान : आमने सामने मंत्री व अपर मुख्य सचिव स्वास्थ व चिकित्सा



ए कुमार

लखनऊ ।। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा की आपसी लड़ाई विभाग में हुए स्थानांतरण को लेकर जगजाहिर हो गयी है । उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर चिकित्सको के स्थानांतरण में हुई अनियमितता की शिकायत का जबाब मांगा है । मीडिया में इस चिट्ठी के आते ही हंगामा खड़ा हो गया है । सूत्रों की माने तो अपर मुख्य सचिव की मनमानी से उप मुख्यमंत्री जी पहले से खुन्नस खाये बैठे थे,मौका मिलते ही जबाब तलब कर लिया ।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा को लिखे पत्र में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लिखा है कि मेरे संज्ञान में लाया गया है कि वर्तमान सत्र में जो भी स्थानांतरण किए गये हैं उनमें स्थानांतरण नीति का पूर्णतः पालन नहीं किया गया है। अतः जिन-जिन का स्थानांतरण किया गया है उनके स्थानांतरण किए जाने का कारण स्पष्ट करते हुए उनका सम्पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जाये।



 साथ ही मुझे यह भी अवगत कराया गया है कि लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में स्थित बड़े अस्पतालों, जहाँ विशेषज्ञ डाक्टरों की अत्यन्त आवश्यकता है, से बड़ी संख्या में डाक्टरों को हटा तो दिया गया है लेकिन उनके स्थान पर प्रतिस्थानी की नियुक्तियां नहीं की गयी है। लखनऊ प्रदेश की राजधानी है यहाँ पैसे भी विशेषज्ञ डाक्टरों की पहले से ही कमी है तथा प्रदेश के हर जनपद से गम्भीर मरीजों को लखनऊ के लिए रेफर करके भेजा जाता है ताकि उनका समुचित इलाज सम्भव हो सके, ऐसे में इतने महत्वपूर्ण व बड़े अस्पतालों तथा अन्य जनपदो के बड़े अस्पतालों से इतनी बड़ी संख्या में डाक्टरों का स्थानातरण कर देने व उनके स्थान पर किसी को तैनात न करने के फलस्वरूप चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए क्या किया जा रहा है. पूरा विवरण उपलब्ध कराया जाये।





इसके साथ ही जिन-जिन डाक्टरों का स्थानांतरण किया गया है, क्या यह सत्यापित कर लिया गया है कि स्थानांतरित डाक्टरों की अवधि से अधिक अवधि वाला कोई भी चिकित्साधिकारी उस जनपद / मण्डल / अस्पताल में अब कार्यरत नहीं है?

सबसे तल्ख सवाल उप मुख्यमंत्री ने पूंछते हुए कहा है कि कितने चिकित्साधिकारी विभिन्न स्थानों में सम्बद्ध हैं तथा उनके सम्बद्धीकरण पर निर्णय कब किया जायेगा? सम्बद्ध चिकित्साधिकारियों के विवरण सहित उनकी सूची उपलब्ध करायी जाये।

इस चिट्ठी के बाद स्वास्थ्य विभाग में हुए तबादलों पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है । चिकित्सको का ही नही, कर्मचारियों के भी तबादलों में अनियमितता की खबरे आ रही है । ऐसे में अपर मुख्य सचिव की अगुवाई में हुए तबादलों पर जब विभागीय मंत्री ने ही सवाल खड़ा कर दिया है तो फिर कहने को बचा ही क्या है । अपर मुख्य सचिव की तरह की निदेशक प्रशासन की कार्यप्रणाली भी चर्चा में बनी हुई है ।