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सपा मुखिया का बड़ा हमला : रामपुर व आजमगढ़ में भाजपा की जीत पर चुनाव आयोग को कहा धृतराष्ट्र, भाजपा को कहा जनमत लूटने वाली कौरवी सेना

 


लखनऊ ।। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी पर आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में साजिश से जीत हासिल करने का बड़ा आरोप लगाया। सपा प्रमुख ने कहा कि इस पार्टी ने सत्ता के लालच में सभी लोकतांत्रिक मान्यताओं को ध्वस्त कर दिया। अखिलेश ने एक बयान में कहा कि आजमगढ़ और रामपुर संसदीय उपचुनाव में बीजेपी ने सत्ता का खुलकर दुरुपयोग किया है। यूपी में सत्तारूढ़ सरकार ने छलबल से जनमत को प्रभावित करने की साजिश रची है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सत्ता ने प्रदेश में सभी लोकतांत्रिक मान्यताओं को ध्वस्त कर दिया है।

अलोकतांत्रिक एवं निम्नस्तर के हथकंडे अपनाने का लगाया आरोप

अखिलेश यादव ने रामपुर व आजमगढ़ में सपा की हार के बाद आरोप लगाया है कि "भाजपा ने अपने पक्ष में जबरन मतदान के लिए सभी अलोकतांत्रिक एवं निम्नस्तर के हथकंडे अपनाए। मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया, उन्हें डराया धमकाया गया, पुलिस ने तमाम कार्यकर्ताओं को थानों में जबरन अवैध तरीके से बैठा लिया। पोलिंग एजेंटों को मतदान केन्द्रों से बाहर कर दिया गया।" पूर्व सीएम ने दावा करते हुए कहा, "रामपुर में जहां मुस्लिम क्षेत्र में 900 वोट थे, वहां छह वोट पड़े और जहां 500 वोट थे वहां कुल एक वोट पड़ा। यह लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का मजाक नहीं तो क्या है? भाजपा की ये जीत बेईमानी, छल, सत्ताबल, लोकतंत्र और संविधान की अवहेलना करने से हई है। जोर जबर्दस्ती, प्रशासनिक सरकारी मशीनरी की दमनकारी तथा चुनाव आयोग की धृतराष्ट्र दृष्टि तथा भाजपाई कौरवी सेना की जनमत अपहरण का भी नतीजा है। इसे आप चुनाव कैसे कह सकते हैं?"





"साल 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के अहंकार को तोड़ देगा"

अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ जिस जीत का दावा कर रहे हैं, उस तथाकथित जीत से जनता हतप्रभ है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता बीजेपी के इस अहंकार को तोड़कर रख देगी। इससे पहले अखिलेश ने एक ट्वीट में कहा, "भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या की क्रॉनॉलॉजी: नामांकन के समय चीरहरण, नामांकन निरस्त कराने का षड्यंत्र, प्रत्याशियों का दमन, मतदान से रोकने के लिए दल-बल का दुरुपयोग, काउंटिंग में गड़बड़ी, जन प्रतिनिधियों पर दबाव, चुनी सरकारों को तोड़ना, ये है आज़ादी के अमृतकाल का कड़वा सच!"

गौरतलब है कि आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर दोनों सीटें सपा से छीन लीं। आजमगढ़ सीट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई थी। वहीं, रामपुर सीट भी इसी तरह से आजम खां के त्यागपत्र देने की वजह से खाली हुई थी।