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नरही थाना जहां कप्तान की नही कारखास की चलती है हुकूमत, एक साल से भैस चोरी की फरियाद लेकर घूम रहा है पीड़ित,

  


मधुसूदन सिंह

बलिया ।। जनपद का नरही थाना ऐसा है जहां पुलिस अधीक्षक के आदेश पर कारखास की पैरवी भारी पड़ती है । जी हां, यह गलत नही सही है । क्योंकि इस थाना क्षेत्र के कुल्हड़िया निवासी बब्बन यादव लगभग 1 साल से थाने से लेकर कप्तान के चौखट तक फरियाद लगा रहे है लेकिन योगी राज में भी इनकी चोरी हुई 5 भैसों की चोरी की रिपोर्ट तत्कालीन कारखास की पैरवी के चलते नही लिखी गयी है । अब यह पीड़ित न्यायालय की शरण मे पहुंच गया है । लगभग एक साल में पुलिस ने न तो कप्तान के आदेश पर एफआईआर लिखी, न ही भैसों का पता ही लगाया, लेकिन पीड़ित ने चोरों का पता लगाकर पुलिस को दिये गये अपने आवेदन में नाम भी उजागर कर दिया, फिर भी एफईएफ दर्ज नही किया जा रहा है ।

पीड़ित ने अपनी फरियाद मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज करायी थी,जिसको स्थानीय पुलिस ने यह रिपोर्ट -कि भैंसे रास्ता भटक कर कही चली गयी है,के आधार पर निस्तारित कराने में तो तेजी दिखाई लेकिन एफआईआर दर्ज करने से न जाने क्यों कतरा रही है । बता दे कि इस क्षेत्र से एक साल के अंदर लगभग 30 से अधिक भैंसे चोरी हो चुकी है,लोग परेशान है लेकिन नरही पुलिस चैन की वंशी बजा रही है । पीड़ित बब्बन यादव का साफ कहना है कि कारखास के चलते उसका एफआईआर दर्ज नही हो रहा है । कहा कि एफआईआर दर्ज न हो इसमें तत्कालीन कारखास को क्या फायदा है,वह समझ नही पा रहा है ।

बता दे कि 4 अप्रैल को बिहार के सेमरी थाना पुलिस ने नरही थाना क्षेत्र से चोरी हुई 5 भैसों के साथ चोरों को भी पकड़ा । भैस के स्वामी नरही पुलिस से संपर्क कर कोशिश करते रहे कि नरही पुलिस सेमरी पुलिस से संपर्क कर गिरफ्तार चोरों से पूंछतांछ करें तो इस क्षेत्र से चोरी हुई सभी भैसों का पता चल जाये,लेकिन नरही पुलिस गयी ही नही ।




किसकी और कितनी भैंसे हुई है गायब

जून के प्रथम सप्ताह में कुल्हड़िया निवासी बब्बन यादव की 5 भैंस गायब है जो आजतक नही मिली है । श्री यादव थाने से लेकर कप्तान तक एफआईआर लिखने की गुहार लगा चुके है लेकिन आज तक न एफआईआर दर्ज हुई है,न ही भैसों का ही पता चल पाया है । पलियाखास निवासी रामशंकर यादव की 9 भैंसे,सुरेंद्र यादव की 3 भैंसे भी चोरी हुई है ।

15 जून को शाहपुर बभनौली से 8 भैंसे चोरी हुई जिसमें से एक भैंस चोरों के चंगुल से छूटकर अपने स्वामी के दरवाजे पर पहुंच गई । पीड़ित पशुपालक रितेश पांडेय,शिवजी यादव,दीनानाथ यादव,संजय यादव भी बब्बन यादव की तरह थाने का चक्कर लगा रहे है लेकिन आज तक न तो इनकी भैंसे ही मिली है,न ही एफआईआर ही दर्ज हुआ है ।

इस थाना क्षेत्र के गंगा के किनारे स्थित शाहपुर बभनौली, कुल्हड़िया, पलियाखास, बड़का खेत,नरही अजोरपुर,मिल्की,मठिया,इच्छा चौबे का पूरा,गंगहरा आदि गांवों के पशु पालक हजारो की संख्या में दियारे में अपने पशुओं को रखकर पशुपालन करते है लेकिन 1 साल के अंदर 30 से अधिक पशुओं के चोरी हो जाने से इन लोगो मे दहशत व्याप्त हो गयी है ।