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प्राथमिक शिक्षक-प्रधानाध्यापिका झगड़ा कांड : धमकी देने वाली प्रधानाध्यापिका के गांव ही हुआ पीड़ित शिक्षक का अटैचमेंट,शिक्षक जता रहा है जानमाल पर खतरे की आशंका

 


बलिया ।। पिछले 9 मार्च को चिलकहर बीआरसी पर महिला  शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष और प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय द्वारा सहायक अध्यापक मानवेन्द्र सिंह की सरेआम पिटाई प्रकरण में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया द्वारा पीड़ित शिक्षक और आरोपी प्रधानाध्यापिका को रविवार को निलंबित कर दिया गया और दोनों को दो जगह अटैच भी कर दिया गया । इस आदेश के निकलते ही हड़कम्प मच गया है । क्योंकि बीएसए द्वारा सहायक अध्यापक मानवेन्द्र सिंह की जिस प्राथमिक विद्यालय पर सम्बद्ध किया गया है, वह आरोपी प्रधानाध्यापिका रंजना पांडेय का घर वाले गांव का है ।

इस संबद्धता के खिलाफ शिक्षक संघ के पदाधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से आवाज उठाते हुए कहा गया है कि रंजना पांडेय के गांव वाले विद्यालय में शिक्षक की संबद्धता शिक्षक के जानमाल को खतरे में डालना है । पीड़ित शिक्षक ने भी वीडियो संदेश में अपने जान माल को खतरा बताया है । कहा है कि निर्दोष होते हुए भी मुझे निलम्बित किया गया,मुझे इस पर आपत्ति नही है लेकिन मुझे उस गांव में पोस्टिंग दी गयी है जहां की रहने वाली रंजना पांडेय है, जिन्होंने घटना वाले दिन मुझे कटवाने जान से मारने तक की सरेआम धमकी दी थी । ऐसे में मैं पूंछना चाहता हूं कि मेरी पोस्टिंग पांडेयपुर होने से अगर मेरे साथ कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ?





 प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने भी मानवेन्द्र सिंह की पांडेयपुर विद्यालय पर संबद्धता में साजिश की आशंका जतायी है और कहा है कि बीएसए के इस आदेश से मानवेंद्र सिंह पर जान माल का खतरा मंडराने लगा है । कहा है कि  श्रीमती रंजना पांडेय के मुख्य गांव पांडेयपुर न्याय पंचायत सवन के विद्यालय  पर  मानवेन्द्र सिंह की संबद्धता से मानवेन्द्र के ऊपर खतरा बढ़ गया है ।



 वही चिलकहर ब्लॉक शिक्षक संघ अध्यक्ष राधेश्याम सिंह ने तो अपनी पोस्ट में बीएसए से मांग की है कि अपराधी रंजना पाण्डेय को मुरली छपरा में सम्बद्ध और प्रताड़ित मानवेन्द्र सिंह को उनके कार्यरत विद्यालय के किसी नजदीकी विद्यालय पर सम्बद्ध कर नियमानुसार, निष्पक्ष जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई करें। 



वही जांच अधिकारियों से भी बीएसए द्वारा स्पष्टीकरण मांगने को लेकर तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी है । जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने तो इसमें बीएसए के मनमुताबिक रिपोर्ट न देने को कारण बताया है । साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि बीएसए बलिया अपराधी प्रधानाध्यापिका को बचाने में लगे हुए है और दबाव बनाकर रिपोर्ट लगवाना चाह रहे है ।

वही बलिया एक्सप्रेस ने मानवेन्द्र सिंह की संबद्धता और जानमाल के खतरे के सम्बंध में सवाल किया गया तो उनका कहना था कि अगर ऐसी आशंका शिक्षक द्वारा लिखित रूप से दी जाती है तो निश्चित रूप से उसका आदेश संशोधित कर दिया जाएगा ।