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नेता जी के सपनो का भारत तभी बनेगा जब हम रहेंगे स्वस्थ,स्वच्छ व सामर्थवान, लगाये वैक्सीन : सीडीओ बलिया



बलिया।। आईसीएस की योग्यता होने के बाद भी नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने आराम की जिंदगी जीने की जगह देश को आजादी दिलाने की कांटो भारी राह चुनी थी। नेता जी चाहते तो ऐशोआराम की जिंदगी देने वाली आईसीएस की नौकरी कर लेते । लेकिन उनके मन मे स्वयं का सुख कोई महत्व नही रखता था,उनका मन गुलामी की जंजीरों में जकड़ी भारत की जनता की पीड़ा से दुखी था,वो सबके दुख को दूर कर सुख देना चाहते थे । नेता जी यह भी जानते थे कि यह आसान काम नही है । तभी तो उन्होंने "तुम मुझे खून दो मै तुझे आजादी दूंगा" जैसा नारा देकर देश पर मर मिटने वालो की फौज को खड़ा कर दिया ।

कहा कि आज एक बार फिर देश बाहरी हमले से जूझ रहा है । यह हमला किसी विदेशी ताकत का नही बल्कि एक अदृश्य वायरस का है । इसको हराने के लिये भी नेता जी का नारा तुम मुझे खून दो मै तुझे आजादी दूंगा,प्रासंगिक है । आज खून देने की नही टीका लगवाने की जरूरत है ।हम इस अदृश्य शत्रु को टीका लगाकर ही भारत से भगा सकते है । आइये हम सब इस पावन अवसर पर यह प्रण ले कि कोरोना को देश से भगाने के लिये लोगो को टीका लगवाने के लिये जागृत करेंगे जिससे एक भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित न रहने पाये ।









 उक्त उदगार मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने कलेक्ट्रेट परिसर में नेताजी की 125 वीं जयंती पर आयोजित पराक्रम दिवस पर व्यक्त करते हुए कहा कि अपने ऐसे पूर्वजों के सपनों का भारत बनाने के लिये हमें स्वस्थ, स्वच्छ, समर्थ भारत बनाने के लिये वैक्सीन लगवानी होगी, कोविड नियमों का पालन करना होगा। 

इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिवार की ओर से नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार, प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी कुमार तिवारी ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पीआरडी के जवानों ने जेपी गुप्ता के नेतृत्व में सलामी दी। 

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद मंत्री, सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने कहा कि आजाद हिंद फौज के पौरुष से ब्रितानी सरकार को घुटनों के बल बैठाने वाले सेनानी नेताजी सुभाषचंद्र बोस के सशस्त्र प्रतिरोध के कारण ही अंग्रेजी सरकार को भारत छोड़कर जाना पड़ा था। कार्यक्रम में सेनानी उत्तराधिकारी संगठन बलिया के जिलाध्यक्ष महेन्द्र सिंह, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष मंजय सिंह, संजीव कुमार सिंह, अफसर आलम , मनीष कुमार, उपेन्द्र, संजय आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।