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बलिया में लापरवाही,कही लोगो पर पड़ न जाये भारी

 



मधुसूदन सिंह

बलिया ।। कोरोना के नये वेरिएंट ओमिक्रोन ने जहां पूरे विश्व मे हड़कम्प मचा रखा है ,भारत के महानगरों में अपना विकराल रूप दिखाना शुरू भी कर दिया है । ऐसे में बलिया में लोगो का कोरोना के प्रति लापरवाही धीरे धीरे खतरनाक मोड़ पर पहुंचने की तरफ कदम बढ़ाती दिख रही है । लोग कितने लापरवाह है,यह आप शहर के बाजार हो या गांव के चट्टी चौराहे पर लगी भीड़ को देख कर आसानी के यह अनुमान लगा सकते है कि कोरोना के नये वेरिएंट के प्रति कितनी लापरवाही बरती जा रही है ।









नवागत जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह अपनी पूरी ताकत टीकाकरण को शत प्रतिशत तक पहुंचाने में लगे हुए है । जागरूकता को भी जनजन तक पहुंचाने के लिये मातहतों को निर्देशित भी किये हुए है ।लेकिन जागरूकता पैदा करने के लेवल पर अभी वो रिस्पॉन्स नही मिल रहा है, जो मिलना चाहिये । आम लोगो के साथ साथ सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही भी कम नही है । सरकारी कार्यालयों में अधिकतर कर्मी या तो मास्क नही पहने होते है या अगर पहने भी है तो वह नाक के नीचे या गले मे होता है । ऐसी ही सूरत से निपटने के लिये हमारे पड़ोसी जनपद के एक जिलाधिकारी ने तो बिना मास्क वाले कर्मियों का आफिस में प्रवेश पर ही प्रतिबंध लगा दिया है और कार्यवाही किये जाने की चेतावनी भी दी है ।

बलिया मे पिछले तीन दिनों से जिस रफ्तार से नये कोरोना मरीजो की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है, वह काफी चिंताजनक है । 12 जनवरी को कुल 5641 लोगो के टेस्ट के बाद 34 लोगो मे कोरोना पाया गया है । अब जनपद में कुल 96 एक्टिव मरीज हो गये है । अगर यही रफ्तार रही तो गुरुवार को नये कोरोना मरीजो का आंकड़ा हाफ सेंचुरी पार भी जा सकता है,अगर ऐसा होता है तो यह हमारी अपनी लापरवाहियों के चलते ही होगा ।

सिर्फ जिलाधिकारी हो, मुख्य चिकिस्ताधिकारी हो,या अन्य अधिकारियों पर ही कोरोना रोकने की जिम्मेदारी नही है,यह बलिया के प्रत्येक नागरिक की भी जिम्मेदारी है ।कागजो में बताया जा रहा है कि निगरानी समितियों ने 940 ग्रामों का भ्रमण कर लिया है । लेकिन मैं स्वयं शहर के वार्ड नम्बर 13 का निवासी हूं, लेकिन मुझे पिछले 3 दिनों से अपने क्षेत्र में निगरानी समिति का क्रिया कलाप दिखा ही नही ।

 वही सबसे बड़ी लापरवाही कहे या दबंगई शहरी व ग्रामीण इलाकों में प्राइवेट स्कूलों द्वारा बच्चो को टीकाकरण के नाम पर स्कूल बुलाकर शासन की मनाही के बाद पढ़ाई करायी जा रही है । जिलाधिकारी की प्रेरणा और जिला विद्यालय निरीक्षक की तत्परता से 15 से 18 साल के छात्र छात्राओं का टीकाकरण 76000 के पार पहुंचना, सुखद समाचार है । नये सीएमओ की पूरी टीम इस कृत्य के लिये बधाई की पात्र है, लेकिन लापरवाहियां जो आमजन द्वारा की जा रही है,प्राइवेट स्कूलों द्वारा और बाजारों में की जा रही है,वह कही भारी न पड़ जाये, इस लिये अभी से सतर्क होने की जरूरत है ।