Breaking News

बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस हुई दुर्घनाग्रस्त,5 मरे 45 घायल,पीएम मोदी ने सीएम ममता से ली राहत बचाव कार्य की जानकारी

 


ए कुमार

न्यूजलपाईगुड़ी ।। बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस बंगाल के उत्तरी भाग में मैनागुरी के पास शाम के लगभग 5 बजे डोमोहानी के पास पटरी से उतर गई है। ट्रेन पटना से गुवाहाटी जा रही थी। इस ट्रेन के सभी 12 कोच पलट गये है । यात्रियों को बाहर निकालने के लिये कटर से डब्बो को काटा जा रहा है । इस हादसे में अभी तक 5 लोगों की मौत और 45 लोगों के घायल होने की खबर है और बचाव और राहत कार्य जारी है। यह हादसा मेनागुड़ी के पास शाम पांच बजकर पांच बजे हुआ है। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल सकता है। स्थानीय प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव और राहत कार्य पहुंचाया जा रहा है।

हेल्पलाइन नम्बर हुआ जारी

 हादसे को लेकर रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जो 8134054999 है। इसके अलावा APDJ के कंट्रोल रुम का हॉटलॉइन नंबर है: रेलवे : 050 34666, BSNL : 03564 255190। लोग इन नंबर पर कॉल कर अपने परिजनों के बारे में पता कर सकते हैं।

 12 बोगियां हुई है क्षतिग्रस्त,4 कोच उतरे पटरी से

हादसे में ट्रेन संख्या 15633 (बीकानेर-न्यू जलपाईगुड़ी) एक्सप्रेस की 12 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। आसपास के अस्पतालों में व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय लोग घायलों को ट्रेन की बोगियों से बाहर निकाल रहे हैं। भारतीय रेलवे ने बयान जारी करते हुए कहा कि गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस आज शाम करीब पांच बजे पटरी से उतर गई। 12 कोच प्रभावित हुए हैं। डीआरएम और एडीआरएम दुर्घटना राहत ट्रेन और मेडिकल वैन के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। अंधेरा होने की वजह से यहां जनरेटर भी मंगवाए गए हैं।

4 कोच पटरी से उतर गए हैं। आसपास के इलाके से रेसक्यू ट्रेन को भी भेजा गया है जो लोगों को ऊधर से रेस्क्यू करेगी। इसके अलावा कटिहार से भी एक ट्रेन को भेजा गया है जहां से करीब 4 घंटे यहां पहुंचने में लगते हैं। इस बीच पीएम मोदी ने हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से बात की है।









बचाव व राहत कार्य चुनौती पूर्ण

बचाव और राहत कार्य इसलिए भी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि बोगियों की खिड़कियों से बाहर निकालने में दिक्कत हो रही है। जलपाईगुड़ी के एसपी केअनुसार 45 घायलों को अस्पताल भेजा गया है।अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में कुछ दिक्कतें आ सकती है। हालांकि यहां पर रोशनी के हर संभव इंतजाम किए गए हैं।