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एक ही पोखरे के सुंदरीकरण के लिये दो दो परिजनाओ से आयी पहली किश्त,घोटाले की योजना का हुआ खुलासा

 


संतोष द्विवेदी

नगरा, बलिया ।।नगरा नगर पंचायत द्वारा उससे बड़ा कारनामा दिखाते हुए एक ही पोखरे का सुंदरीकरण दिखाकर का सिर्फ नाम बदलकर लाखों रुपए डकारने की तैयारी की गई है। पहली बार में मिले पहली किस्त 15 लाख का ढ़ाई महीने में एक चवन्नी भी खर्च नहीं किया तब तक दूसरे नाम से बनाई परियोजना की पहली किस्त 7.80 लाख भी जारी हो गयी।  परियोनाए भी छोटी नहीं है, दोनों क्रमशः 30 व 29.92 लाख  रुपये की स्वीकृति तालाब के सुंदरीकरण के लिए की गयी है। गौरतलब है कि जिस पोखरे के सुंदरीकरण के लिए दो दो बार परियोजनाएं स्वीकृत हुई है, उसका सुंदरीकरण लगभग डेढ़ दशक पूर्व तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश द्वारा कराया गया था। उसके बाद पोखरे के सुंदरीकरण के लिए एक भी ईट नहीं रखी गई। स्थानीय लोग इसे बजट ठिकाने लगाने की योजना बता रहे हैं।



            उत्तर प्रदेश सरकार के तरफ से नगरीय झील, तालाब, पोखरे के संरक्षण के तहत नगरीय क्षेत्र के तालाबों और पोखरों को बचाने तथा सुंदरीकरण के लिए योजना चलाई जा रही है लेकिन नगरा नगर पंचायत शासन की योजनाओं से मिलने वाले धन को पलीता लगाने की तैयारी में है। जिसकी बानगी ब्लाक मुख्यालय के पीछे स्थित तालाब पर  देखने को मिली। जिसे कुछ लोग ब्लाक मुख्यालय के पीछे वाला पोखरा कहते तो कुछ लोग पचफेडवां का पोखरा कहते है। बस इसी नामों को अंधकार में रखकर शासन की योजना को अमलीजामा पहनाने की शुरुआत की गई और दोनों ही नामों से योजनाए अलग-अलग तिथियों में लागत धनराशि के मामूली अंतर के साथ शासन को भेजी गई ताकि साबित हो कि दोनों परियोजना अलग अलग है। 





यह शासन द्वारा योजनाएं पास भी हो गयी।इस योजना के तहत नगरा नगर पंचायत में पहले पचफेड़वा में स्थित तालाब के सुंदरीकरण के लिए आठ अक्तूबर को परियोजना स्वीकृत करायी गयी। जिसके सुंदरीकरण के लिए 30 लाख की परियोजना स्वीकृति हुई। शासन द्वारा उसकी पहली किस्त के रूप में 15 लाख रुपये जारी भी कर दिए गए। वहीं, दुबारा 24 दिसंबर को एक अन्य आदेश में नगरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे स्थित पोखरे के सुंदरीकरण के लिए 29.92 लाख की परियोजना को स्वीकृत करायी गयी। इस बार भी निर्माण शुरू करने के लिए पहली किस्त में 7. 8 लाख की धनराशि भी जारी कर दी गयी है। इस बारे में अधिशासी अधिकारी रामबदन यादव से बात की गई तो पहले तो गोलमोल जबाब देते रहे। बाद में बताया कि दूसरे किसी पोखरे का प्रस्ताव भेजा ही नहीं गया है। दोनों पोखरे एक ही हैं। गलती से एक पोखरे का प्रस्ताव दो बार स्वीकृत हो गया है। वहीं पूर्व ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश ने कहा कि डेढ़ दशक पूर्व जब मै क्षेत्र पंचायत नगरा का ब्लॉक प्रमुख था, उसी समय मेरे द्वारा पंचफेड़वा पोखरे का सुंदरीकरण कराया गया था। उसके बाद पोखरे के सुंदरीकरण के लिए एक भी ईट नहीं रखी गई है।