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आम जनता है त्रस्त, अधिकारी है मस्त, बीजेपी नेता है व्यस्त -मृतुन्जय तिवारी





डॉ सुनील कुमार ओझा

हल्दी बलिया ।। संयुक्त किसान मोर्चा के घटक नव निर्माण किसान संगठन के संयोजक अक्षय कुमार के नेतृत्व में उड़ीसा के किसान बिहार के चंपारण जिला से दो अक्टूबर को सत्याग्रह पदयात्रा कर बलिया के रास्ते 20 अक्टूबर को बनारस पहुंचेंगे। किसानों जत्था सोमवार को क्षेत्र के सीताकुण्ड ढाले पर पहुंचा।जहाँ वरिष्ठ सपा नेता व बेलहरी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि मृत्युंजय तिवारी "बबलू" के नेतृत्व में सभी किसानों का स्वागत कर भोजन कराया गया।



उड़ीसा के किसान नेता अक्षय कुमार ने कहा कि खेती-किसानी पर कब्जे की मुहिम धनकुबेरों और कारपोरेट घरानों का बुनियादी एजेंडा है,कांग्रेस के बाद अब मोदी सरकार चला रही है। जन-आंदोलन और सत्याग्रह के बल पर ही सरकार को झुकाया जा सकता है। किसान जब वोट की ताकत दिखाएंगे, तभी कारपोरेट-राजनीति के बदवाल का एजेंडा खारिज हो पाएगा। किसानों के सत्याग्रह में सभी तबकों के लोग शामिल हो रहे हैं। लड़ाई सिर्फ तीनों कानूनों को खत्म कराने तक सीमित नहीं, देश और लोकतंत्र बचाना भी है।

 वहीं सपा नेता मृत्युंजय तिवारी बब्लू ने कहा कि भाजपा सरकार में आम जनता त्रस्त है अधिकारी मस्त है तो नेता जी लोग काफी व्यस्त है। कोई कुछ बोल दे सरकार किसी न किसी बहाने उनको फसाने का काम कर रही है । किसानों के मुद्दे पर गुंगी बहरी बनी है।जिस तरह सपा लखीमपुर में पूरी शक्ति के किसानों के साथ खड़ी है उसी तरह यहां भी किसानों के लिए लड़ाई चलती रहेगी।भाजपा सरकार में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है,वहीं महंगाई आसमान छूती जा रही है। देश के लिए यह बड़े शर्म का विषय है कि बेरोजगारी हटाने के नाम पर लंबा इंतजार और सरकारी लाठियां ही नौजवानों के हिस्से में आ रहीं हैं।

किसान आंदोलन कर रहे है लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री आज तक किसानों से मिले नही ये अहंकार है।मैने देखा है कि अगर प्रचंड बहुमत से  कोई प्रधानमंत्री बनता है तो वो घमंड में आ जाता है।इन्दिरा गांधी ने भी अपने समय मे देश मे इमरजेंसी लगा दिया था।आज भी वही स्थिति है।

संयोजक हिमांशु तिवारी (उत्तर प्रदेश प्रभारी),स्टेट कोआर्डिनेटर शेषदेव नन्द,उमाकांत भारत ने बताया कि यात्रा में शामिल किसान  बलिया,गाजीपुर होते हुए  20 अक्टूबर को बनारस पहुंचेंगे। किसानों के हक के लिए संघर्षरत पदयात्री करीब 350 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। जिस दिन वाराणसी में पदयात्रा समाप्त होगी, उस दिन पूर्वाचल के सैकड़ों किसान शामिल होंगे।इस मौके पर लक्ष्मी नारायण चौबे, ओमप्रकाश पासवान,बब्बू चौबे, विशम्भर चौबे आदि लोग उपस्थित रहे।