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कूटरचित दस्तावेज के आधार पर नाबालिग बन गया ग्राम प्रधान

 


बलिया ।। जनपद के क्षेत्र पंचायत गड़वार  अंतर्गत एकौनी गांव में कूटरचित दस्तावेज के आधार पर एक नाबालिक के ग्राम प्रधान बनने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बता दे कि प्रधान बनने के लिये कम से कम  21वर्ष की आयु होनी चाहिये जब कि वर्तमान प्रधान की 19 वर्ष10 माह ही बतायी जा रही है । चुनाव लड़ने के लिये ग्राम प्रधान ने उम्र साबित करने के लिये आधार कार्ड पर दर्ज उम्र को दस्तावेज के रूप में प्रस्तुत किया है जिसमे उम्र 21 वर्ष से ऊपर है । वही शैक्षणिक दस्तावेज के रूप में कक्षा 8 उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र लगाया है ।

सारा खेल इसी प्रमाण पत्र ने खोल दिया है । बता दे कि कक्षा 8 पास का सर्टिफिकेट जिस विद्यालय के नाम का नामांकन पत्र के साथ लगाया गया है,उस विद्यालय की मान्यता प्राथमिक की ही है यानी कक्षा 5 तक ही पढ़ाई होती है जबकि इस विद्यालय के नाम से कक्षा 8 का सर्टिफिकेट दर्शाया गया है ।


ग्राम प्रधान राहुल पासवान जिस प्राथमिक विद्यालय में पढ़े है उस के प्रधानाचार्य के अनुसार इनकी जन्मतिथि 14 जून 2001 है और ये कक्षा 5 उत्तीर्ण का सर्टिफिकेट लेकर गये है । जबकि आधार कार्ड के अनुसार जन्मतिथि 15अगस्त1998  है । इतना ही नही चुनाव में शिक्षा के सम्बंध में कक्षा 5 उत्तीर्ण की जगह कक्षा 8 उत्तीर्ण का  गलत सर्टिफिकेट लगाया गया है ।


यह मामला जनसूचना से उजागर हुआ है ।प्राइमरी में पढ़ने की बात भी प्रधान ने स्वीकार की लेकिन फर्जी सर्टिफिकेट पर चुप्पी साध ली है । उम्र के सम्बंध में ग्रामीण के जो आरोप है उस पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने भी मुहर लगा दी है । यह मामला उजागर होने के बाद अब देखना है कि यह नाबालिक प्रधान गांव के प्रधान पद पर बना रहता है या छुट्टी हो जाएगी। बता दे कि अनपढ़ होने पर भी प्रधान बनने में कोई रोड़ा नही है लेकिन जालसाजी करके सर्टिफिकेट प्रस्तुत करना बहुत बड़ा गुनाह है 


बाईट - प्रधानाचार्य इस्लामिया स्कूल फेफना बलिया-



बाईट -विजय प्रकाश सिंह ग्रामीण 



नव निर्वाचित प्रधान -राहुल पासवान



जिस विद्यालय का फर्जी सर्टिफिकेट लगा है उस विद्यालय के प्रधाना चार्य -अवधेश सिंह का बयान