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ईओ बलिया का निलंबित होना तय,निदेशक प्रशासन का चार्ज मनीष पांडेय को

 


मधुसूदन सिंह

लखनऊ ।। सूत्रों से मिली बड़ी खबर के अनुसार विगत 4 सालों से बलिया में भ्रष्टाचार का खेल खेलते हुए और अपने ऊपरी आकाओं से वरदहस्त प्राप्त अधिशाषी अधिकारी बलिया दिनेश विश्वकर्मा के दुर्दिन शुरू होने वाले है । इसकी पहली झलक अपनी अध्यापक पत्नी का बलिया से मऊ स्थानांतरण कराने में लगे इस ईओ को कल मिल गई जब मऊ की जगह बाराबंकी के देहाती क्षेत्र में तबादला हो गया । स्थानीय मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के कई शिकायती पत्रों को भी अपनी शासन में अच्छी पकड़ के चलते ठंडे बस्ते में डलवाने वाले की इस बार कुंडली मे शनि की साढ़ेसाती आ गयी है ।

सूत्रों की माने तो बार बार पहुंच रही शिकायतों को स्वयं मुख्यमंत्री योगी जी ने संज्ञान लिया है और भ्रष्टाचार के लगभग तीन दर्जन आरोपो से घिरे ईओ दिनेश विश्वकर्मा को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है । सूत्रों ने तो यह भी बताया है कि इसके खिलाफ कार्यवाही न करने की ही वजह से नगर आयुक्त लखनऊ मनीष पांडेय को निदेशक प्रशासन का भी अतिरिक्त चार्ज सौपा गया है । अपने स्थानांतरण के जुगाड़ में लगे ईओ विश्वकर्मा को संभवतः आज निलंबन का आदेश मिल जाय ।

सूत्रों ने यह भी बताया है कि इस ईओ के लिये बलिया नगर पालिका के कुछ सभासद व नगर पालिका का एक चर्चित चतुर्थ श्रेणी कर्मी पूरे दमखम के साथ लखनऊ में प्रयासरत है । सूत्रों से मिली खबर अगर सही होती है तो ईओ के खिलाफ शिकायतों की जांच में आम को इमली बताने वाले जांच अधिकारियों पर भी कार्यवाही हो सकती है ।

ईओ बलिया के खिलाफ कुछ बड़े भ्रष्टाचार के आरोप

1 - नगर में साफ सफाई के लिए लगाई गई एजेंसी को बिना जमानत धनराशि के कार्य आवंटन

2 - बिना अधिकार के अपनी अध्यापक पत्नी का मेडिकल क्लेम का स्वयं भुगतान करना और ऑडिट द्वारा घोटाला कहने पर लगभग 2लाख 80 हजार को वापस जमा कर दिया जाना

3 - एक फर्म को 1 लाख 80 हजार की जगह 18 लाख का भुगतान करना और ऑडिट द्वारा घोटाला कहने पर लगभग 10 माह बाद नगद रूप से लगभग 80 प्रतिशत धनराशि जमा कराना, जबकि यह फर्म के खाते से सीधे होनी चाहिये थी जमा

4 - शहर में लगे लाइट हाउसों व मशीनरी की खरीद में भारी घोटाला