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मुंशी प्रेमचंद की रचनाओं के पात्र आज भी प्रासंगिक - डा० उपाध्याय

 




भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की करछना इकाई ने मनाया जयंती समारोह  

 भीरपुर  करछना ,  प्रयागराज  ।।  भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की तहसील इकाई करछना के तत्वावधान में मुंशी प्रेमचंद जयंती समारोह का आयोजन सरस्वती बाल मंदिर  गंथियांव मिर्जापुर रोड करछना में लोक कवि रामलोचन सांवरिया की अध्यक्षता में मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि चित्रकूट से पाधारी  स्पाई न्यूज़ की संपादक प्रिया मिश्रा रही और महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय  विशिष्ट अतिथि के रूप में  उपस्थित रहे         समारोह का संचालन करछना तहसील इकाई के अध्यक्ष वेदानंद  वेद ने किया उपस्थित पत्रकारों और कवियों को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि प्रेमचंद की रचनाओं के पात्र आज भी पूर्ण रूप से प्रासंगिक हैं और 100 साल के बाद भी मुंशी प्रेमचंद की रचनाएं यथार्थ के धरातल पर खरी उतरती हैं उनमें आदर्श और यथार्थ का अद्भुत  समन्वय  है वह संघर्ष और कर्म के सिद्धांत का प्रतिपादन करने वाले समर्थ रचनाकार थे 

               विख्यात लोक कवि रामलोचन सांवरिया ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि आज बदलते परिवेश में भी प्रेमचंद अपनी रचनाओं के माध्यम से हम सब आमजन के बीच उपस्थित हैं और उनके पात्र सदैव समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे उन्होंने कई कहानियों के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का जो उद्घोष किया वह आज फलीभूत हो रहा है ऐसे कालजयी रचनाकार को हम भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के माध्यम से स्मरण कर रहे हैं यह सौभाग्य की बात है पत्रकारों को भी उनकी रचनाओं से बहुत ऊर्जा मिलती है चित्रकूट से पधारी स्पाई न्यूज़ की  संपादितका प्रिया मिश्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में पत्रकारों को निष्पक्ष व निडर होकर पत्रकारिता करने की सलाह दी उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ब्रिटिश काल में भी सच लिखने के पक्षधर थे और उन्होंने यथार्थ चित्रण करके अपनी रचनाओं को अमर कर दिया पत्रकार भी यदि  चाहे  तो सच का साथ देकर समाज का बहुत बड़ा उपकार कर सकता है पत्रकार को हमेशा अन्याय का प्रतिकार करना चाहिए  

     स्पाई न्यूज़ के उप संपादक संदीप मिश्रा ने कहा कि हम जब रचना कर्म कर रहे होते हैं तो हमारी लेखनी समाज हित में चलनी चाहिए हम कभी भी पक्षपातपूर्ण सृजन कदापि न करें राजबहादुर यादव वैद्य ने कविता के माध्यम से मुंशी प्रेमचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की इसी प्रकार अरविंद कुमार पटेल शुभम विश्वकर्मा धीरज कुमार मिश्र आदि ने भी अपने सार्थक विचार रखे  हिंदी दैनिक पवन प्रभात के संपादक और पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी  पवनेश  पवन ने कहा कि पत्रकार मुंशी प्रेमचंद्र से प्रेरणा लेकर अपनी लेखनी को जीवंत बना सकते हैं और वह भी सच्चाई की कलम से समाज का बहुत हित कर सकते हैं बशर्ते वे पीत पत्रकारिता से दूर रहें थाना तहसील और ब्लॉक की दलाली से कभी भी सच्चाई की पत्रकारिता नहीं हो सकती 

   युवा पत्रकार  प्रशांत तिवारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आदिकाल से वही स्मरणीय रहा है जिसने सत्य का साथ दिया और वह इतिहास के गर्त में चला जाता है जो असत्य और अधर्म का साथ देता है । इसलिए हमें भी कभी भी किसी वाद में ना फंस कर केवल सच्चाई उजागर करनी चाहिए  

       समारोह के अंत में महासंघ के वरिष्ठ पदाधिकारी जगदंबा प्रसाद शुक्ल के छोटे भाई हनुमान प्रसाद शुक्ल के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और आयोजन संपन्न हुआ जिसमें अनेक स्थानीय कवि और पत्रकार उपस्थित रहे ।