Breaking News

बाल बाल बचे एसओ दुबहड़,कसा शिकंजा,ग्रामीणों पर नही कर पाएंगे अब जुल्म




मधुसूदन सिंह

बलिया ।। दुबहड़ थानाध्यक्ष अनिल चंद तिवारी की थानेदारी आज मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के हस्तक्षेप से या यूं कहें कि बाल बाल बची है । लेकिन पिछले 6 जनवरी को हुए सड़क जाम व बवाल के नाम पर जो इनकी रंगदारी का दंश आमजन झेल रहा था,उस पर अंकुश लग जायेगा । मंत्री जी ने साफ कहा कि यह देर से उठाया गया कदम जरूर है लेकिन आमजन को नाहक प्रताड़ित करने की किसी को भी छूट नही मिलेगी ।

 बता दे कि थाना प्रभारी अनिल चंद तिवारी को हटाए जाने की मांग पर अड़ी रिंकी सिंह का आमरण अनशन रविवार को जिला चिकित्सालय में इलाज के दौरान मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने जूस पिलाकर समाप्त कराया। यही नही मंत्री ने अपने वाहन से रिंकी सिंह को उनके घर शिवपुर दियर नई बस्ती( बयासी) पहुंचाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कुछ गलतियां हुई हैं, जिन्हें सुधार करने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए उन्होंने उपस्थित जनसमूह से 48 घंटे का समय लिया। कहा कि यह बहुत विलंब से उठाया गया कदम है, परंतु मैं यथाशीघ्र इसकी भरपाई करूंगा। उन्होंने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। बता दे कि रिंकी सिंह ने अपने पुत्र को गलत फसाने,स्वयं व लड़कियों को थानाध्यक्ष द्वारा परेशान करने,कभी भी घर पर आकर अपशब्द कहने की शिकायतों के साथ आमरण अनशन अपने घर पर ही शुरू कर दिया था । शुक्रवार की रात में हालत खराब होने पर जिला चिकित्सालय बलिया भर्ती कराया गया था । जहां आज मंत्री श्री शुक्ल ने पहुंचकर रिंकी सिंह को जूस पिलाकर अनशन तोड़वाया ।

बता दें कि 6 जनवरी को विश्वकर्मा पासवान पुत्र स्व. वीरेंद्र पासवान की अज्ञात ट्रक की चपेट में आने से राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के बयासी ढ़ाले पर मृत्यु हो गई थी। सैकड़ों की संख्या में जनसमूह ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया था। प्रशासन के लोग के पहुंचने के बाद किसी ने ईट पत्थर का प्रयोग कर दिया। भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें 37 नामजद एवं 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसी क्रम में रिंकी सिंह के पुत्र गोलू सिंह व देवर अर्जुन सिंह पर भी मुकदमा कायम हुआ। प्रभारी निरीक्षक द्वारा बार-बार रिंकी सिंह के आवास पर दबिश दी जाने लगी।नाराज रिंकी सिंह ने अमृत महोत्सव में सदर विधायक व मंत्री से पांव पकड़कर निवेदन भी किया। अपनी फरियाद सुनाई, परंतु सुनवाई नहीं हुई। तब उन्होंने 17 मार्च से अपने आवास पर आमरण अनशन एवं आत्मदाह के लिए धरने पर बैठ गई। कहा कि 24 मार्च तक मैं आमरण अनशन पर रहूंगी और 25 मार्च को आत्मदाह जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख करूंगी। 19 मार्च की रात्रि में तबीयत खराब हो जाने के कारण रिंकी सिंह को जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां इलाज चल रहा था। उनकी अनुपस्थिति में छात्र नेता अमित राय अनशन स्थल की कमान संभाले हुए थे। उनकी भी आज दोपहर तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। इस की सूचना मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल जिला चिकित्सालय पहुंचे। मंत्री ने रिंकी सिंह एवं अमित राय से बात की, फिर दोनों लोगो को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया। कहा कि 48 घंटे के अंदर ग्रामीणों की समस्याएं निपटेगी। इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख दुबहर ज्ञानेंद्र राय गुड्डू, प्रेम प्रकाश सिंह पिंटू, शशिकांत सिंह, राहुल मिश्रा, धनजी यादव, राहुल यादव, भुअर यादव, रोहित चौबे, गुड्डू यादव, धनंजय सिंह बिसेन, प्रवीण सिंह, हरेंद्र यादव, मुकेश यादव, रमेश यादव, अजय सिंह आदि उपस्थित थे ।