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वेतन वृद्धि व सीपीएफ कटौती के लिये अनुमोदित संविदा शिक्षकों का धरना 10 वे दिन भी जारी



आखिर क्या गलत मांग है"डी.सी.एस.के.महाविद्यालय के अनुमोदित संविदा शिक्षकों का

डॉ सुनील कुमार ओझा की रिपोर्ट

मऊ ।। जनपद के ख्यातिलब्ध डी.सी.एस.के.महाविद्यालय के अनुमोदित स्ववित्तपोषित (संविदा) शिक्षकों का धरना आज दसवें दिन भी अनवरत जारी रहा। विदित हो कि नगर के अति प्रतिष्ठित महाविद्यालय के अनुमोदित स्ववित्तपोषित शिक्षक अपने वेतन वृद्धि एवं भविष्य-निधि (सी.पी.एफ.) कटौती को लेकर महाविद्यालय परिसर में विगत 16 मार्च, 2021 से ही आंदोलनरत हैं। ताकि विश्वविद्यालय से जब अनुमोदन पत्र निर्गत होता है तो सी पी एफ कटौती अनिवार्य रूप से काटी जाय इसका जिक्र होता है है। जब शिक्षक और प्रबंधक के बीच मे संविदा करार होता है तो भी यह बात का  करारनामा स्टाम्प पेपर पर भी होता है जिसका सबूत विश्वविद्यालय से लेकर प्रबंधक और शिक्षक सबके पास होता है लेकिन इसका कोई भी सार्थक पहल लगभग 99% कालेज नही करता क्योकि इसका अभी तक कोई जाँच नही होता और शिक्षक शोषण का शिकार  होता है जब आज शिक्षक मांग कर रहा है तो इस पर कोई ध्यान नही दे रहा है।  धरने के प्रथम दिन से आज तक महाविद्यालय प्रबंध समिति के मंत्री ने धरनारत शिक्षकों की कोई सुधि नहीं लिए और न तो शिक्षकों के साथ कोई सार्थक वार्ता ही किये , जिससे समस्त संविदा शिक्षक आक्रोश में हैं। महाविद्यालय की आर्थिक स्थिति इतनी सुदृढ़ है कि प्राध्यापकों को महाविद्यालय प्रशासन (मंत्री, प्रबंध समिति एवं प्राचार्य) द्वारा गठित वेतन-समिति की सिफारिशों के अनुरूप सम्मानित वेतन दिया जा सकता है। मऊ नगर स्थित इस महाविद्यालय में चल रहे धरने के संबंध में धरनारत शिक्षकों ने माननीय कुलपति, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर , कुलसचिव, पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, वाराणसी मंडल वाराणसी, प्रदेश अध्यक्ष, डॉ.विजय तिवारी, अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित (संविदा) शिक्षक संघ, डॉ. अनुराग मिश्रा, विश्वविद्यालय अध्यक्ष, अनुदानित महाविद्यालय स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ, पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, तथा स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. विवेक पांडेय को भी विगत दिनों पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया है। आज के धरने को अपने वर्चुअल संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विजय तिवारी ने मंत्री प्रबंध-समिति को चेताया कि यदि धरनारत शिक्षकों की मांगे यथावत नहीं मानी जाती हैं तो अनुमोदित स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ आर-पार की लड़ाई शुरू करेगा। 

प्रदेश अध्यक्ष ने मंत्री, प्रबंध-समिति को 31 मार्च 2021 तक का समय दिया है कि इस अवधि में शिक्षकों को वेतन-समिति की सिफारिशों के अनुसार वृद्धि सहित वेतन एवं एरियर का भुगतान अवश्य कर दें, अन्यथा 1अप्रैल,2021 से हम संगठन के लोग धरने में शामिल होकर आर-पार की लड़ाई शुरू कर देंगे। धरने में प्रमुख रूप से डॉ. एस.पी. सिंह दीक्षित, डॉ. पी.के.पाण्डेय, डॉ.जफर अहमद, डॉ.रफीक अहमद, डॉ.दिनेश श्रीवास्तव,डॉ.घनश्याम दुबे, डॉ.बृजेंद्र सिंह,डॉ. प्रशांत पाण्डेय, श्री मनोज उपाध्याय,  अशोक मिश्रा, राम विलास,अभिषेक पाण्डेय , श्याम सुंदर व अन्य लोग उपस्थित रहे।