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पूनम पांडेय के प्रयास से बढ़े मानदेय की मिलने की आशा व संगिनियों में बढ़ी आशा

  "स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बढ़े हुए मानदेय से वंचित आशा कार्यकर्त्रीयाँ व संगिनीयाँ : पूनम पांडेय



    बलिया । कोरोना काल के इस संकट की घड़ी में कम मानदेय पर कोरोना वारियर्स के रूप में अहम योगदान निभाने वाली आशा कार्यकर्त्रीयाँ और संगिनीयाँ विभाग की कारस्तानी के कारण हर माह नुकसान उठा रही है। राज्यसरकार द्वार बढ़ोत्तरी हुई 750 रुपए की धनराशि पिछले 17 माह से न मिलने के कारण आक्रोश व्याप्त है। वही अब पूनम पांडेय के प्रयास से जल्द मिलने की आशा बढ़ गयी है ।

बता दे कि जिला आशा संघ की जिलाध्यक्ष पूनम पांडेय ने कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी व सीएमओ को पत्र लिखकर इन कोरोनावरियर्स का मानदेय अति शीघ्र भुगतान की मांग की थी ।  कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों के अधिकतर स्वस्थ्यकेन्द्रों पर बढ़ी हुई धनराशि का भुगतान हो रहा है।परन्तु बलिया जिला में कार्यरत आशाओं और संगिंनीयों को राज्य सरकार द्वारा बढ़ा हुआ मानदेय नही मिला है। अधिकारियों को स्वयं सोचना चाहिए कि ये खुद कम मानदेय पर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों, महिलाओं सहित अन्य लोगो की स्वस्थ्य की जिम्मेदारियां सम्भाल रही है। लेकिन विभाग के उच्चाधिकारियों को सिर्फ लूट खसोट से मतलब है। पूनम पांडेय ने तत्काल आशाओं का मानदेय का भुगतान करने की मांग की अन्यथा सांकेतिक आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगी।
 बजट फेल होने के बाद पूर्व सीएमओ ने जारी किया लेटर
     तत्कालीन सीएमओ डॉ. पीके मिश्रा ने बजट फेल होने के बाद स्वास्थ्यकेन्द्र प्रभारियों को आशाओं व सँगनियों को भुगतान का लेटर जारी किया था।   विभाग के इस रवैए से जनपद में कार्यरत 32 सौ के आसपास आशा कार्यकर्त्रीयाँ व संगिनीयाँ आहत है। विभाग के इस कारिस्तानी पर पूनम पांडेय ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की सचिव  से मोबाइल से बात कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने मामले को संज्ञान लेकर पूरे प्रकरण के सम्बंधित पत्रावली हवाट्सएप पर मंगाकर महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को इस बाबत पूरी जानकारी दी, और सीएमओ बलिया को तत्काल भुगतान में आ रही दिक्कतों को दूर कर जल्द भुगतान का निर्देश दिया। वही बिलम्ब होने के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया है।