कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की बांसडीह क्षेत्र में आयी बाढ़ ने बढ़ाई चिंता
- जिला प्रशासन से बाढ़ व कटान पीड़ितों की तत्काल मदद की मांग की
बलिया।। कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद प्रदेश के नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने विधानसभा क्षेत्र बांसडीह में बाढ़ से हुई तबाही से चिंतित हो उठे हैं। उन्होंने इस गहरा दुःख प्रकट करते हुए कहा कि सरयू (घाघरा) नदी में आई प्रलयंकारी बाढ़ ने मेरे क्षेत्र में व्यापक नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने जिला प्रशासन से पीड़ितों की तत्काल मदद करने की मांग की है।
उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष ने समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' के माध्यम से दूरभाष पर जारी अपने बयान में कही।
किसानों की जीविका का मुख्य साधन खेती है, जो इस बाढ़ के कारण बर्बाद हो गई। ऊपर से बारिश के पानी से जलजमाव के कारण हालात और खराब हो गए हैं। पिछले वर्ष भी मेरे इलाके में अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी। जिसके सम्बन्ध में बार-बार कहने के बाद भी उन्हें एक धेला मुआवजा नहीं मिला। इस बार बाढ़ से फसल के साथ-साथ कटान के कारण खेत भी नदी में विलीन हो गए। साथ ही साथ नदी के किनारे के कई गांवों का अस्तित्व भी खतरे में है। उन गांवों के अनेकों घर भी नदी में समा गए। उससे पशुपालकों की दयनीय स्थिति हो गई है। श्री चौधरी ने कहा कि बाढ़ और जलजमाव के कारण पशुओं को चारा नहीं मिल पा रहा है। जिला प्रसाशन से मैं आग्रह के साथ कहना चाहता हूं कि अपनी पूरी ताकत के साथ राहत एवं बचाव कार्य करे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की बर्बाद हुई फसल, घर व खेत आदि का मुआवजा तत्काल दे। राहत की व्यवस्था के लिए आकलन करा कर प्रस्तव सरकार के पास भेजे। मैं खुद शासन से उसे स्वीकृत करा के भिजवाने की कोशिश करूंगा। बेहद भावुक होते हुए रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों से मैं आज अपने लोगो से दूर हूं। जिसका मुझे अत्यधिक अफसोस है, लेकिन फिर भी इस आपदा से संबंधित विभाग के लोगों से हर समय सम्पर्क में हूं। श्री चौधरी ने कहा कि मैने पार्टी से जुड़े नेताओं को भी निर्देश दिया है कि हर पल बाढ़ प्रभावित इलाकों में ही रहें। लोगों की परेशानी में हाथ बटाएं। कहीं कोई दिक्कत हो तो तुरन्त मुझे भी सूचित करें। इस संकट की घड़ी में अपने क्षेत्र में न होने से मन बहुत बेचैन है, फिर भी मैं हर घड़ी मानसिक रूप से अपने क्षेत्र के लोगों के साथ हूं।
श्री चौधरी ने कहा कि अस्वस्थ होने के कारण भले ही मेरा शरीर बांसडीह विधान सभा क्षेत्र में नहीं है, लेकिन मेरा मन हर पल हर क्षण बांसडीह क्षेत्र में है। लोगों की परेशानियों को सुन कर मन द्रवित हो जा रहा है। मैं अपनी विवशता को कोसता रहता हूँ। बस ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूं कि मेरे क्षेत्रवासियों की रक्षा करें। मैं जल्द ही अपने लोगों के बीच आने का प्रयास करूंगा।