एसओ ने फरियादी से कहा- कप्तान अगर निगाह टेढ़ी कर लेगा तो मैं तुमको गोली मार दूंगा- ऑडियो वायरल,हुआ लाइन हाजिर
गोली मारने की धमकी देने वाला एसओ
ए कुमार
कौशाम्बी ।। यूपी के कौशांबी जिले में पश्चिम शरीरा थाना प्रभारी राजेश सिंह का एक कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल ऑडियो में साफ सुना जा सकता है रंगबाज़ थानेदार फरियादी से अभद्रतापूर्ण बात कर उसे गोली मार देने की धमकी दे रहा है। रंगबाज़ थानेदार का यह कोई पहला मामला नही है, विवादों से उनका पुराना नाता रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस कथित ऑडियो की पड़ताल की गई। पड़ताल में यह बातें निकलकर सामने आई कि इलाके के घासीपुर गांव के रहने वाले पिंटू तिवारी से विगत माह भर पूर्व परिवार वालो से झगड़ा हो रहा था। तभी घटना की सूचना पिंटू तिवारी ने जरिये फोन एसओ पश्चिम शरीरा को दिया था। जिस पर रंगबाज़ थानेदार ने फरियादी से पूंछा मारपीट में कोई मरा की नही, इस पर पीड़ित ने कहा कि कोई मरा तो नही है। फिर थानेदार ने कहा कि झगड़ा खत्म होने के बाद मैं आऊंगा। पीड़ित फरियाद ने जवाब दिया कि अगर आप नही आओगे तो मैं पुलिस कप्तान को फोन कर बता दूंगा। बस यही कहना उसका गुनाह हो गया।
फरियादी पिंटू तिवारी की यह बात एसओ को बहुत नागवार लगी। फिर क्या शुरू हुआ पुलिसिया खेल और पिंटू तिवारी के विपक्षी की तहरीर पर पुलिस फटाफट एफआईआर दर्ज करना शुरू कर दिया। दो अलग-अलग मामला दर्ज करने के बाद एसओ साहब ने खूंखार अपराधी पिंटू तिवारी के घर पर दबिश डालकर जमकर उत्पात मचाया और परिवार के लोगो को भद्दी-भद्दी गालियां दी।
पुलिस दबिस की खबर जब कथित अभियुक्त पिंटू तिवारी को हुई तो उसने एसओ राजेश सिंह को फोन कर अपनी बात रखनी चाही। फिर क्या इस खूंखार तिवारी का नाम सुनते ही एसओ साहब का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बदजुबानी की सभी हदें पार करते हुए एसओ साहब ने कहा कि तुम मेरी शिकायत पुलिस कप्तान से करने की धमकी दे रहे थे। हमारा कप्तान इतना सस्ता नही है। पुलिस कप्तान अगर नजर टेढ़ी कर लेगा तो मैं तुमको गोली मार दूंगा। जिसके बाद से रंगबाज़ एसओ का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वैसे तो पुलिस महकमे में इस बदजुबान थानेदार का कारनामा जगजाहिर है और इसका विवादों से भी काफी गहरा नाता रहा है। प्रयागराज शहर में हुए बहुचर्चित करेली मदरसा कांड का सह-अभियुक्त रहने के बाद भी इसकी सपा सरकार में तूती बोलती थी। माफिया डॉन अतीक अहमत के गैंग से इसका नाम जुड़ने के बाद यह तीन सालों तक फरारी काटा और फिर सरेंडर होकर सलाखों के पीछे गया था।
प्रयागराज पश्चिम सीट से बसपा विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हुए गोलीकांड में हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूजा पाल ने मामला दर्ज कराया था। इससे पहले पुलिस और सीबीसीआईडी ने मामले की जांच की थी, लेकिन 22 जनवरी 2016 को उच्चतम न्यायालय ने जांच का कार्य सीबीआई को सौंप दिया था। जिस मामले में सीबीआई ने इस रंगबाज़ एसओ से भी पूछताछ की थी। अब सवाल यहां बड़ा हो जाता है कि सब इंस्पेक्टर राजेश सिंह के पोस्टिंग के समय पर क्या विभाग के जिम्मेदारों ने पुलिस कप्तान से यह सच छिपाया था। या फिर इसके पीछे की कहानी ही कुछ और थी। फिलहाल इन सभी सवालों के साथ वायरल हो रहे इस कथित ऑडियो पर जवाब आना भी अभी बाकी है।
कौशांबी थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा राजेश सिंह द्वारा फरियादी को गोली मार दिए जाने की धमकी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान ने पश्चिम सरीरा थानेदार राजेश सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है एवं प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी को दी गई बाद जांच नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी पश्चिम शरीरा थाने के नए थानेदार संजय शर्मा बनाए गए हैं अभी तक वह पुलिस लाइन में थे जहां से उन्हें राजेश सिंह के लाइन हाजिर के बाद संजय शर्मा को चार्ज दिया गया है।


