बलिया में एम्बुलेंस संचालकों/कर्मियों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ,मलेरिया विभाग के कर्मचारियों में दहशत
एम्बुलेंस संचालकों / कर्मियों की लापरवाही से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ,मलेरिया विभाग के कर्मचारियों में दहशत
मधुसूदन सिंह
बलिया 13 मई 2020 ।। एक तरफ जहां सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना के संदिग्धों का सैम्पल लेने के लिये विशेष सतर्कता बरतने के लिये दिशा निर्देश जारी किये है । बावजूद इसके बलिया जनपद में कार्यरत एम्बुलेंस कर्मियों की लापरवाही से संक्रमण को रोकने की जगह फैलने का खतरा उतपन्न हो गया है ।
बता दे कि बलिया के सीएमओ आवास के पास सड़क पर एम्बुलेंस कर्मी अपनी गाड़ियों के साथ खड़े रहते है । ये लोग मरीजो के सैम्पल लेकर आने के बाद प्रयोग में आये हुए पीपीई किट ,ग्लब्स,टोपी आदि को बगल में स्थित केंद्रीय स्टोर व मलेरिया विभाग के बीच जो एक छोटी सी जगह है उसी में फेंक दे रहे है । यही नही बहुत सारे ग्लब्स, मास्क ,टोपी तो प्रोफेसर कालोनी की तरफ जाने वाली सड़क के नाले में ही फेक दिये है । यही नही एक टोपी तो अपर पुलिस अधीक्षक के बाउंड्री के कटीले तार में झंडा की तरह फहरा रही है । आंधी पानी का मौसम है, यह उड़कर कहां और किसके संपर्क में आ जायेगा , कहा नही जा सकता है । सबसे बड़ा सवाल यह है कि किस स्वास्थ्य कर्मी ने कोरोना पॉजिटिव की सेम्पलिंग की है, यह पहचान करना तत्काल मुश्किल है । ऐसे में यंत्र तत्र फेके गये ये पीपीई किट,ग्लब्स,मास्क,टोपी का प्रयोग किसी कोरोना पॉजिटिव के सेम्पल लेने में किया गया है कि नही कहना मुश्किल ही नही असंभव है । ऐसे में इन एम्बुलेंस चालको और इस पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को प्रयोग के बाद पीपीई किट, ग्लब्स,मास्क व टोपी को कहां और कैसे डिस्ट्रॉय करना है ,बताना अति आवश्यक हो गया है अन्यथा इनकी इस छोटी सी लापरवाही से संक्रमण फैलने में देर नही लगेगी ।
इस संबंध में जब सीएमओ डॉ पीके मिश्र से बात की गई तो उनका कहना था कि अगर ऐसा हुआ है तो बहुत गलत है । मैं सभी एम्बुलेंस चालको और उस पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को आज ही निर्देशित कर दे रहा हूँ कि प्रयोग करने के बाद पीपीई किट,फेश शील्ड,टोपी,ग्लब्स , मास्क आदि जो भी समान निष्प्रयोज्य हो गये हो उनको नष्ट करने के लिये बताये गये दिशा निर्देशों के अनुसार नष्ट करे, न कि यहां वहां फेक कर संक्रमण फैलाने के कारक बने ।
वही इससे मलेरिया विभाग में दहशत का माहौल है । वही मलेरिया विभाग में भी कुछ कर्मी ऐसे है जो अपने ग्लब्स को सीढ़ियों पर ही फेक दिये है ।
मधुसूदन सिंह
बलिया 13 मई 2020 ।। एक तरफ जहां सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना के संदिग्धों का सैम्पल लेने के लिये विशेष सतर्कता बरतने के लिये दिशा निर्देश जारी किये है । बावजूद इसके बलिया जनपद में कार्यरत एम्बुलेंस कर्मियों की लापरवाही से संक्रमण को रोकने की जगह फैलने का खतरा उतपन्न हो गया है ।
बता दे कि बलिया के सीएमओ आवास के पास सड़क पर एम्बुलेंस कर्मी अपनी गाड़ियों के साथ खड़े रहते है । ये लोग मरीजो के सैम्पल लेकर आने के बाद प्रयोग में आये हुए पीपीई किट ,ग्लब्स,टोपी आदि को बगल में स्थित केंद्रीय स्टोर व मलेरिया विभाग के बीच जो एक छोटी सी जगह है उसी में फेंक दे रहे है । यही नही बहुत सारे ग्लब्स, मास्क ,टोपी तो प्रोफेसर कालोनी की तरफ जाने वाली सड़क के नाले में ही फेक दिये है । यही नही एक टोपी तो अपर पुलिस अधीक्षक के बाउंड्री के कटीले तार में झंडा की तरह फहरा रही है । आंधी पानी का मौसम है, यह उड़कर कहां और किसके संपर्क में आ जायेगा , कहा नही जा सकता है । सबसे बड़ा सवाल यह है कि किस स्वास्थ्य कर्मी ने कोरोना पॉजिटिव की सेम्पलिंग की है, यह पहचान करना तत्काल मुश्किल है । ऐसे में यंत्र तत्र फेके गये ये पीपीई किट,ग्लब्स,मास्क,टोपी का प्रयोग किसी कोरोना पॉजिटिव के सेम्पल लेने में किया गया है कि नही कहना मुश्किल ही नही असंभव है । ऐसे में इन एम्बुलेंस चालको और इस पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को प्रयोग के बाद पीपीई किट, ग्लब्स,मास्क व टोपी को कहां और कैसे डिस्ट्रॉय करना है ,बताना अति आवश्यक हो गया है अन्यथा इनकी इस छोटी सी लापरवाही से संक्रमण फैलने में देर नही लगेगी ।
इस संबंध में जब सीएमओ डॉ पीके मिश्र से बात की गई तो उनका कहना था कि अगर ऐसा हुआ है तो बहुत गलत है । मैं सभी एम्बुलेंस चालको और उस पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को आज ही निर्देशित कर दे रहा हूँ कि प्रयोग करने के बाद पीपीई किट,फेश शील्ड,टोपी,ग्लब्स , मास्क आदि जो भी समान निष्प्रयोज्य हो गये हो उनको नष्ट करने के लिये बताये गये दिशा निर्देशों के अनुसार नष्ट करे, न कि यहां वहां फेक कर संक्रमण फैलाने के कारक बने ।
वही इससे मलेरिया विभाग में दहशत का माहौल है । वही मलेरिया विभाग में भी कुछ कर्मी ऐसे है जो अपने ग्लब्स को सीढ़ियों पर ही फेक दिये है ।