मऊ : सरकार का तुगलकी फरमान : जो देश के अरबो रुपये लुटे उनके कर्जे माफ,सांसदों का भत्ता बढ़ाकर किया मालामाल,सरकारी कारिंदे ,मजदूर किसान पूंछ रहे है हमारा क्या कुसूर है सरकार ?
मऊ : सरकार का तुगलकी फरमान : जो देश के अरबो रुपये लुटे उनके कर्जे माफ,सांसदों का भत्ता बढ़ाकर किया मालामाल,सरकारी कारिंदे ,मजदूर किसान पूंछ रहे है हमारा क्या कुसूर है सरकार ?
जगदीश सिंह
मऊ 1 मई 2020 ।। कोरोना महामारी के बीच मे भारत सरकार ऐसे ऐसे गुल खिला दिये है कि जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है । जिस सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग के लिये देश के सभी सरकारी अधिकारियों,कर्मचारियों के डीए की चार किस्तों को 2021 तक रोक दिया है, सभी सरकारी सेवको द्वारा 1 दिन का वेतन देने के बावजूद अगले डेढ़ साल तक प्रत्येक माह 1 दिन की सैलरी कार्यरत सरकारी सेवको व पेंशनरों की कटौती का आदेश दिया ,सभी सांसदों की विकास निधियों को दो साल के लिये स्थगित कर के वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती करके जनता के बीच वाहवाही लूटी थी । उसी सरकार ने चुपके से देश का खजाना लूटकर डकार जाने वाले उद्योगपतियों के करोड़ो अरबो रुपये के कर्जे को मांफ करके और सांसदों के भत्तों में बढ़ोत्तरी करके जनता के बीच विलेन बन गयी है । बहुत के नशे में चूर सरकारों से सिर्फ यही कहना है --
जरूरत तोङ देती है गुरूरे बे नियाजी को !
ना होती कोई मजबूरी तो हर बन्दा खुदा होता !!
आफत काल में चल रहे देश के परिवेश में भी मलाई काटने वालों की चांदी है! चौकिये नहीं साहब! गरीब दो जून की रोटी के लिये हाथ फैला रहा है! दर दर भटकने को मजबूर है! वहीं अरबों रूपये की राशि जो भारतीय बैंको से इस देश के पूंजी पतियों ने लिया था सरकार ने माफ कर दिया! हमेशा का झंझट साफ कर दिया! आईये आप को इस आपात कालीन स्थित में जब देश का हर आदमी पीएम के एक आवाज पर सर झुका रहा है! कदम से कदम मिला रहा है! घन्टी घन्टा ताली बजा रहा है!उस हालात में भी दिल्ली की सियासत में शिरकत करने वाले सांसदो को 49 हजार प्रति महीने निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मोदी सरकार ने बढा दिया !! यह हवा हवाई नहीं भाई सात आप्रैल को इसका गजट भी हो गया । है न सोचनीय सवाल! सरकार का फरमान देखिये! देश के सरकारी विभागो में नौकरी करने वाले लोगों के वेतन से प्रत्यके महीने में एक दिन की कटौती किया जा रहा है! यह कटौती डेढ साल तक होती रहेगी! चाहे ए क्लास का अधिकारी हो! या फोर्थ क्लास का कर्मचारी! वही इसमें सेवा निवृत्त पेन्शनर भी शामिल कर लिये गये है!आईये आप को सरकार का एक और तोहफा बता रहे है! डीए भत्ता जो हर छ माह पर मिलता है वह भी बन्द कर दिरा गया! यानि जनवरी 2020से जनवरी 2021तक तीन डीए आगले ङेढ साल तक बंद। पीएम के एक आह्वान पर देश का हर नागरिक प्रधान मन्त्री केयर फंड, राज्य सरकार केयर फंड ,तथा जिला पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक केयर फंड ,मे झूम कर दान दिया! सरकार का फरमान कोई भूखा न रहे! लेकिन सरकारी सुविधा नदारद!जनसहयोग से ही गरीबो को हो रही राशन पानी की आमद?आखिर क्यूं कोई सरकारी सुविधा नही मिल रही है ?किस लिये दिया गया चन्दा ? सत्ता सम्हालने के बाद मोदी जी ने घोषणा की थी कि देश को 2021 तक 5 ट्रेलियन ङालर की एकोनामी पर देश को पहुंचा देंगे? अब ऐलान हो गया गरीब मजदूर अध्यापक कर्मचारी जहाँ भी गैर सरकारी संस्थानों मे काम कर रहें है,उनके मालिक उनके वेतन से कटौती नहीं करेंगे! तथा समय समय पर वेतन मजदूरी भुगतान करेगे? जब कि सबको मालूम है कि सारे संस्थान कल कारखाने दुकान प्रतिष्ठान बन्द है! आमदनी गायब! उत्पादन नदारद! तो फिर कहाँ से हो पायेगा वेतन मजदूरी का आहरण? वाह रे सरकार, गजब का है तेरा तुगलकी फरमान? जो देश को लूट रहें है बेईमान उनके कर्ज माफ कर खतम कर दिया बेमियादी मर्ज! जो दस हजार तक के बकायेदार है ,जेलों में बन्द करने का बना रखा है प्रविधान ? आज संकट मे है किसान! खेती को बर्बाद कर दिया ओला और तूफान ? लेकिन एक शब्द भी नही निकले चुप है देश का आला हुक्मरान! कैसे चलेगा हिन्दुस्तान! अब यह सवाल बवाल बनकर करोना के बाद जनमानस मे वैमनस्यता का प्रवाह पैदा करेगा! बात वहीं होगी जो जैसा करेगा वैसा ही भरेगा?। करम का भरम बहुत दिन नही टिकता! कुछ ही दिन मे ही सामने है दिखता। रिज़र्व बैंक आपदा राहत कोष से दो दो बार अरबो निकला तब भी देश नहीं सुधरा! उल्टे देश के पचास गद्दार जिनको बचा रही है सरकार, इन डिफाल्टरो का जो देश के खजाने से 63हजार करोड़ कर्ज लिये थे!हो गये थे आसानी से फरार? उनका सारा कर्ज माफ! अगले चुनाव का रास्ता साफ!मेहुल चौकसी,अनील अम्बानी! नीरव मोदी! सहित पचास आज फिर ताल ठोक रहे है! देश की आर्थिक स्थिति को आग मे झोंक रहे है। ये तो सब अखबारी आकड़े है! इससे इतर बहुत कुछ है जिसका खुलासा हो ही नही पाता है। व्यवस्था के दल दल में फँसता जा रहा देश, एक बार फिर पूंजीपतियों के हवाले होता जा रहा है। हर प्रतिष्ठान सारा कल कारखाना रेलवे रोडवेज सब कुछ तो निलाम हो रहा है।यह सही है इस समय यह कहने लिखने का समय नहीं है! लेकीन क्या सासंदो का निर्वाचन क्षेत्र भत्ता बढाना जरूरी था! क्या गद्दारो का अरबों रुपये कर्ज माफ करना जरूरी था! ऐसी कौन सी बात है कौन सी मजबूरी है? फीलहाल देश के आर्थिक हालात खराब हो रहे है। गरीब असहाय हो रहे! मजदूर बेकार हो रहे! व्यवसायी सुबह से शाम तक रो रहे है! किसान आत्म हत्या कर रहे है! लॉक डाउन के कारण लाखों लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं,मजबूरी मे घरों में लोग रह रहें ,फिर भी सरकारी कारनामो को सुनकर दिल दहल रहा है। पूंजी पतियों की सम्पतियो पर रोक नही है। आखिर क्या होगा इस देश का! क्या होगा करोना से बदलते परिवेश का? इस सवाल का आखिर जबाब कौन देगा! इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। आप सावधान रहें!सतर्क रहे!आने वाला कल भयावह नजारा पेश करने को तैयार है! बस भगवान पर भरोसा करे! हर,कदम पर आप के साथ ईश्वर है।
जगदीश सिंह
7860503468
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
जगदीश सिंह
मऊ 1 मई 2020 ।। कोरोना महामारी के बीच मे भारत सरकार ऐसे ऐसे गुल खिला दिये है कि जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है । जिस सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग के लिये देश के सभी सरकारी अधिकारियों,कर्मचारियों के डीए की चार किस्तों को 2021 तक रोक दिया है, सभी सरकारी सेवको द्वारा 1 दिन का वेतन देने के बावजूद अगले डेढ़ साल तक प्रत्येक माह 1 दिन की सैलरी कार्यरत सरकारी सेवको व पेंशनरों की कटौती का आदेश दिया ,सभी सांसदों की विकास निधियों को दो साल के लिये स्थगित कर के वेतन में 30 प्रतिशत की कटौती करके जनता के बीच वाहवाही लूटी थी । उसी सरकार ने चुपके से देश का खजाना लूटकर डकार जाने वाले उद्योगपतियों के करोड़ो अरबो रुपये के कर्जे को मांफ करके और सांसदों के भत्तों में बढ़ोत्तरी करके जनता के बीच विलेन बन गयी है । बहुत के नशे में चूर सरकारों से सिर्फ यही कहना है --
जरूरत तोङ देती है गुरूरे बे नियाजी को !
ना होती कोई मजबूरी तो हर बन्दा खुदा होता !!
आफत काल में चल रहे देश के परिवेश में भी मलाई काटने वालों की चांदी है! चौकिये नहीं साहब! गरीब दो जून की रोटी के लिये हाथ फैला रहा है! दर दर भटकने को मजबूर है! वहीं अरबों रूपये की राशि जो भारतीय बैंको से इस देश के पूंजी पतियों ने लिया था सरकार ने माफ कर दिया! हमेशा का झंझट साफ कर दिया! आईये आप को इस आपात कालीन स्थित में जब देश का हर आदमी पीएम के एक आवाज पर सर झुका रहा है! कदम से कदम मिला रहा है! घन्टी घन्टा ताली बजा रहा है!उस हालात में भी दिल्ली की सियासत में शिरकत करने वाले सांसदो को 49 हजार प्रति महीने निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मोदी सरकार ने बढा दिया !! यह हवा हवाई नहीं भाई सात आप्रैल को इसका गजट भी हो गया । है न सोचनीय सवाल! सरकार का फरमान देखिये! देश के सरकारी विभागो में नौकरी करने वाले लोगों के वेतन से प्रत्यके महीने में एक दिन की कटौती किया जा रहा है! यह कटौती डेढ साल तक होती रहेगी! चाहे ए क्लास का अधिकारी हो! या फोर्थ क्लास का कर्मचारी! वही इसमें सेवा निवृत्त पेन्शनर भी शामिल कर लिये गये है!आईये आप को सरकार का एक और तोहफा बता रहे है! डीए भत्ता जो हर छ माह पर मिलता है वह भी बन्द कर दिरा गया! यानि जनवरी 2020से जनवरी 2021तक तीन डीए आगले ङेढ साल तक बंद। पीएम के एक आह्वान पर देश का हर नागरिक प्रधान मन्त्री केयर फंड, राज्य सरकार केयर फंड ,तथा जिला पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक केयर फंड ,मे झूम कर दान दिया! सरकार का फरमान कोई भूखा न रहे! लेकिन सरकारी सुविधा नदारद!जनसहयोग से ही गरीबो को हो रही राशन पानी की आमद?आखिर क्यूं कोई सरकारी सुविधा नही मिल रही है ?किस लिये दिया गया चन्दा ? सत्ता सम्हालने के बाद मोदी जी ने घोषणा की थी कि देश को 2021 तक 5 ट्रेलियन ङालर की एकोनामी पर देश को पहुंचा देंगे? अब ऐलान हो गया गरीब मजदूर अध्यापक कर्मचारी जहाँ भी गैर सरकारी संस्थानों मे काम कर रहें है,उनके मालिक उनके वेतन से कटौती नहीं करेंगे! तथा समय समय पर वेतन मजदूरी भुगतान करेगे? जब कि सबको मालूम है कि सारे संस्थान कल कारखाने दुकान प्रतिष्ठान बन्द है! आमदनी गायब! उत्पादन नदारद! तो फिर कहाँ से हो पायेगा वेतन मजदूरी का आहरण? वाह रे सरकार, गजब का है तेरा तुगलकी फरमान? जो देश को लूट रहें है बेईमान उनके कर्ज माफ कर खतम कर दिया बेमियादी मर्ज! जो दस हजार तक के बकायेदार है ,जेलों में बन्द करने का बना रखा है प्रविधान ? आज संकट मे है किसान! खेती को बर्बाद कर दिया ओला और तूफान ? लेकिन एक शब्द भी नही निकले चुप है देश का आला हुक्मरान! कैसे चलेगा हिन्दुस्तान! अब यह सवाल बवाल बनकर करोना के बाद जनमानस मे वैमनस्यता का प्रवाह पैदा करेगा! बात वहीं होगी जो जैसा करेगा वैसा ही भरेगा?। करम का भरम बहुत दिन नही टिकता! कुछ ही दिन मे ही सामने है दिखता। रिज़र्व बैंक आपदा राहत कोष से दो दो बार अरबो निकला तब भी देश नहीं सुधरा! उल्टे देश के पचास गद्दार जिनको बचा रही है सरकार, इन डिफाल्टरो का जो देश के खजाने से 63हजार करोड़ कर्ज लिये थे!हो गये थे आसानी से फरार? उनका सारा कर्ज माफ! अगले चुनाव का रास्ता साफ!मेहुल चौकसी,अनील अम्बानी! नीरव मोदी! सहित पचास आज फिर ताल ठोक रहे है! देश की आर्थिक स्थिति को आग मे झोंक रहे है। ये तो सब अखबारी आकड़े है! इससे इतर बहुत कुछ है जिसका खुलासा हो ही नही पाता है। व्यवस्था के दल दल में फँसता जा रहा देश, एक बार फिर पूंजीपतियों के हवाले होता जा रहा है। हर प्रतिष्ठान सारा कल कारखाना रेलवे रोडवेज सब कुछ तो निलाम हो रहा है।यह सही है इस समय यह कहने लिखने का समय नहीं है! लेकीन क्या सासंदो का निर्वाचन क्षेत्र भत्ता बढाना जरूरी था! क्या गद्दारो का अरबों रुपये कर्ज माफ करना जरूरी था! ऐसी कौन सी बात है कौन सी मजबूरी है? फीलहाल देश के आर्थिक हालात खराब हो रहे है। गरीब असहाय हो रहे! मजदूर बेकार हो रहे! व्यवसायी सुबह से शाम तक रो रहे है! किसान आत्म हत्या कर रहे है! लॉक डाउन के कारण लाखों लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं,मजबूरी मे घरों में लोग रह रहें ,फिर भी सरकारी कारनामो को सुनकर दिल दहल रहा है। पूंजी पतियों की सम्पतियो पर रोक नही है। आखिर क्या होगा इस देश का! क्या होगा करोना से बदलते परिवेश का? इस सवाल का आखिर जबाब कौन देगा! इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। आप सावधान रहें!सतर्क रहे!आने वाला कल भयावह नजारा पेश करने को तैयार है! बस भगवान पर भरोसा करे! हर,कदम पर आप के साथ ईश्वर है।
जगदीश सिंह
7860503468
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं।
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098