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सभी ग्राम प्रधान व सचिव से डीएम बलिया की अपील :ग्रामवासियों को बताएं कोविड-19 से बचाव के तरीके, अफवाहों से बचें, फैलाया तो मिलेगी सजा

सभी ग्राम प्रधान व सचिव से डीएम बलिया की अपील :ग्रामवासियों को बताएं कोविड-19 से बचाव के तरीके,अफवाहों से बचें, फैलाया तो मिलेगी सजा

बलिया 24 मार्च 2020: कोरोना वायरस को लेकर जिले के सभी पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान से जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने कहा है कि गांव में मुनादी कराकर संक्रमण से बचाव के विनय तरीकों के बारे के बारे में बताया जाए। साथ ही उन्होंने विशेष जोर देकर कहा है कि अगर किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण दिखने की शंका भी हो तो उनके घर ही क्वॉरंटाइन रखे जाने की सलाह परिवार के सदस्यों को दें।
उन्होंने यह भी कहा है कि गांव के लोगों को जागरूक किया जाए कि मनचाही यात्रा से बचें और जरूरत और जरूरत और जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले। बाहर से घर आए तो हैंडवास, सैनिटाइजर या साबुन से खूब बढ़िया से हाथ धोएं। आपस में एक मीटर की दूरी पर खड़े होकर ही बात करें। यात्रा करते समय मास्क या साफ रुमाल रुमाल साफ रुमाल रुमाल का प्रयोग करें।
जिलाधिकारी ने कहा है कि कोरोना वायरस के लक्षण 14 दिनों के अंदर दिखने लगता है, जिसमें खांसी, जुकाम, सिर दर्द एवं बुखार बुखार एवं बुखार बुखार दर्द एवं बुखार बुखार दर्द एवं बुखार बुखार एवं बुखार, जुकाम, सिर दर्द एवं बुखार बुखार एवं बुखार बुखार दर्द एवं बुखार बुखार, सिर दर्द एवं बुखार बुखार एवं बुखार बुखार दर्द एवं बुखार बुखार एवं बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ होती है। अगर किसी में इस प्रकार के लक्षण मिले तो संदेह होने पर लक्षण मिले तो संदेह होने पर तत्काल जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम 05498-220857 पर संपर्क करें या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर इसकी सूचना दें। वर्तमान में कोविड-19 के संक्रमण से बचने का इलाज नहीं है। इसका बचाव ही इसका एकमात्र उपाय और इलाज है।

अफवाहों से बचें, फैलाया तो मिलेगी सजा

बलिया: जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने कहा है कि सोशल मीडिया पर प्रसारित अफवाहों से बचें और दूसरों को भी अफवाह नहीं फैलाने का सुझाव दें। अगर किसी प्रकार की अफवाह फैलाई तो इसकी सजा भी भुगतनी पड़ सकती है। सभी ग्राम प्रधान से उन्होंने अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस के विषय में सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार या गलत अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध तत्काल स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराएं। साथ ही ग्रामीणों की एक सूची बनाकर उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखने को कहा है।