पड़ताल : कैसे पकड़े गए हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक से गैंगरेप और हत्या के आरोपी
कैसे पकड़े गए हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक से गैंगरेप और हत्या के आरोपी
ए कुमार
हैदराबाद 1 दिसंबर 2019 ।। छब्बीस वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का शव जली हुई हालत में गुरुवार को मिलने के बाद साइबराबाद पुलिस ने शुक्रवार को गैंगरेप और हत्या के आरोप में हैदराबाद से चार लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ (26), जोल्लू शिवा (20), जोल्लू नवीन (20) और चिंतकुंटा चेन्नाकेशवुलू के तौर पर हुई है।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वी. सज्जनार ने कहा कि इस बर्बरतापूर्ण रेप और हत्या को 48 घंटे के अंदर सुलझाने के लिए साइबराबाद पुलिस, शादनगर पुलिस और शमशाबाद पुलिस ने साथ मिलकर काम किया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने वारदात की जगह पर मिले सुराग, सीसीटीवी कैमरे, आरोपियों की तरफ से लिए गए रास्ते, प्रत्यक्षदर्शियों और गुप्तचरों की निशानदेही पर चार आरोपियों को पकड़कर उन्हें शादनगर पुलिस थाने लाया गया।
पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद आरिफ भारी ट्रक चलाने वाला घटना का मुख्य अभियुक्त है, जिसे हैदराबाद में मंगलवार को सामान की डिलीवरी करनी थी। लेकिन, सामान लेने वाले के नहीं होने के चलते आरिफ ने अपने साथ सफाई करने वाले जोल्लू सिवा और दो अन्य साथी नवीन और चेन्नकेशवुलू के साथ ट्रक को शमशाबाद के टोंडपुल्ले टोल गेट के पास गाड़ी खड़ी की। यह हैदराबाद का बाहरी इलाका है।
बुधवार की शाम करीब छह बजे चारों ने देखा कि एक महिला ने अपनी स्कूटी खड़ी की और वहां से चली गई। उसके बाद उस महिला के खिलाफ यह साजिश रची गई। पुलिस के मुताबिक, उन चारों आरोपियों ने वारदात के वक्त शराब पी रखी थी।
उनकी योजना के मुताबिक, नवीन को उस वेटनरी डॉक्टर की स्कूटी को पंचर करना था और उसकी वापसी तक उसका इंतजार करना था। जब वे महिला डॉक्टर गाछीबावली से 9 बजकर 15 मिनट पर अपनी स्कूटी लेने के लिए वापस लौटी तो आरिफ अपने ट्रक से उतरा और उसके पास गया और कहा कि यह टायर पंचर है। जिसके बाद उसने वेटनरी डॉक्टर से स्कूटी को रिपेयर कराने का ऑफर किया। उसके बाद उसने सफाई करने वाले शिवा के साथ स्कूटी भेज दी।
ठीक उसी वक्त उस महिला पशु डॉक्टर ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि एक ट्रक ड्राईवर ने पंचर ठीक कराने का ऑफर किया है और सफाई करनेवाले को रिपेयर के लिए देकर भेजा है। इस फोन कॉल की रिकॉर्डिंग गुरुवार को खूब सर्कुलेट हुई, जिसमें वह ये अपनी बहन से कह रही है कि वह काफी डर हुई थी।
दोनों बहनों की बातचीत के करीब पन्द्रह मिनट के अंदर ही 9 बजकर 40 मिनट पर महिला पशु डॉक्टर का फोन स्वीच ऑफ हो गया। पुलिस ने बताया कि आरिफ, नवीन और चेन्नकेशवुलू ने जबरदस्ती पास के एक चहारदीवारी में ले गया और उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
कैसे हुई घटना?
पीड़िता वेटरिनरी डॉक्टर अपने घर से करीब 10 मिनट की दूरी पर टोंडुपल्ली इलाके के टोलप्लाजा पर अपनी स्कूटी पार्क कर यहां से कार से अस्पताल जाया करती थी। गुरुवार की शाम रोज की तरह ही उसने करीब 6:20 बजे अपनी स्कूटी पार्क कर कैब से अस्पताल चली गई। इधर ट्रक किनारे लगाए आरोपी हवश मिटाने के लिए गिद्धों की सी नजर गड़ाए थे कि किसे शिकार बनाया जाए। आरोपियों ने सोचा कि इस महिला ने स्कूटी पार्क की है तो जरूरी लौटेगी। पीड़िता अस्पताल से अपनी स्कूटी के पास लौटती कि इससे पहले ही रात करीब आठ अजे आरोपियों ने उसकी स्कूटी की हवा निकाल दी।
इधर रात 9:22 बजे डॉक्टर जब साइबराबाद के पशु चिकित्साल से लौटी तो पाया कि उसकी स्कूटी पंचर हो गई है। वह कुछ उपाय सोचती कि इससे पहले इंसान के वेष में शैतान उसकी मदद के बहाने पास पहुंच गए। दो लड़के थे। एक ने कहा हम आगे जाकर आपकी स्कूटी ठीक करा देंगे। तभी दूसरे ने स्कूटी पकड़ ली और चलने लगा। वह कुछ समझ पाती कि उसके पास कुछ संदिग्ध लोग और पहुंच गए। ऐसा देखकर घबराई वेटरिनरी डॉक्टर ने अपने घर फोन किया और बहन को बताया कि उसकी मदद के नाम पर कुछ संदिग्ध लोग उसके पास आ गए हैं। वह उसे बहुत ज्यादा डर लग रहा है। इस पर बहन ने कहा कि वह वहीं पर पहुंच रहे हैं डरे नहीं।
अब रात को 9:40 बजे जब घरवालों ने दोबारा उसके फोन पर कॉल किया तो हव स्विच ऑफ आने लगा। इधर कुछ मिनटों में आरोपियों ने पीड़िता को सुनसान इलाके में पड़े खाली प्लॉट में ले गए और वहां बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद आरोपियों ने उसपर पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया। पीड़िता का शव जब अधजला हो गया तो आरोपियों ने अपने ट्रक में स्कूटी और उसके शव को रखकर बेंगलुरु-हैदराबाद हाइवे पर एक पुल के नीचे फेक दिया।
इधर करीब 10:30 बजे तक पीड़िता के घर वाले टोलप्लाजा पर पहुंचे तो डॉक्टर का कोई सुराग नहीं लगा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने की बजाए उन्हें इधर-उधर दौड़ाती रही। पुलिस एक्शन लेती तो शायद डॉक्टर की जान बच जाती।
मामले में पुलिस ने शनिवार को आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अदालत ने आरोपियों काे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
हैदराबाद के शादनगर थाने के बाहर शुक्रवार से ही लोगों का प्रदर्शन कर रहे हैं। घटना को लेकर शनिवार को भी तेलंगाना और हैदराबाद के बाहर भी लोगों का देखने को मिला। थाने का घेराव कर लोगों ने चप्पल फेंका। घंटों तक पुलिस भीड़ को काबू करने के लिए मशक्कत करती रही।
ए कुमार
हैदराबाद 1 दिसंबर 2019 ।। छब्बीस वर्षीय महिला पशु चिकित्सक का शव जली हुई हालत में गुरुवार को मिलने के बाद साइबराबाद पुलिस ने शुक्रवार को गैंगरेप और हत्या के आरोप में हैदराबाद से चार लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ (26), जोल्लू शिवा (20), जोल्लू नवीन (20) और चिंतकुंटा चेन्नाकेशवुलू के तौर पर हुई है।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वी. सज्जनार ने कहा कि इस बर्बरतापूर्ण रेप और हत्या को 48 घंटे के अंदर सुलझाने के लिए साइबराबाद पुलिस, शादनगर पुलिस और शमशाबाद पुलिस ने साथ मिलकर काम किया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने वारदात की जगह पर मिले सुराग, सीसीटीवी कैमरे, आरोपियों की तरफ से लिए गए रास्ते, प्रत्यक्षदर्शियों और गुप्तचरों की निशानदेही पर चार आरोपियों को पकड़कर उन्हें शादनगर पुलिस थाने लाया गया।
पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद आरिफ भारी ट्रक चलाने वाला घटना का मुख्य अभियुक्त है, जिसे हैदराबाद में मंगलवार को सामान की डिलीवरी करनी थी। लेकिन, सामान लेने वाले के नहीं होने के चलते आरिफ ने अपने साथ सफाई करने वाले जोल्लू सिवा और दो अन्य साथी नवीन और चेन्नकेशवुलू के साथ ट्रक को शमशाबाद के टोंडपुल्ले टोल गेट के पास गाड़ी खड़ी की। यह हैदराबाद का बाहरी इलाका है।
बुधवार की शाम करीब छह बजे चारों ने देखा कि एक महिला ने अपनी स्कूटी खड़ी की और वहां से चली गई। उसके बाद उस महिला के खिलाफ यह साजिश रची गई। पुलिस के मुताबिक, उन चारों आरोपियों ने वारदात के वक्त शराब पी रखी थी।
उनकी योजना के मुताबिक, नवीन को उस वेटनरी डॉक्टर की स्कूटी को पंचर करना था और उसकी वापसी तक उसका इंतजार करना था। जब वे महिला डॉक्टर गाछीबावली से 9 बजकर 15 मिनट पर अपनी स्कूटी लेने के लिए वापस लौटी तो आरिफ अपने ट्रक से उतरा और उसके पास गया और कहा कि यह टायर पंचर है। जिसके बाद उसने वेटनरी डॉक्टर से स्कूटी को रिपेयर कराने का ऑफर किया। उसके बाद उसने सफाई करने वाले शिवा के साथ स्कूटी भेज दी।
ठीक उसी वक्त उस महिला पशु डॉक्टर ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि एक ट्रक ड्राईवर ने पंचर ठीक कराने का ऑफर किया है और सफाई करनेवाले को रिपेयर के लिए देकर भेजा है। इस फोन कॉल की रिकॉर्डिंग गुरुवार को खूब सर्कुलेट हुई, जिसमें वह ये अपनी बहन से कह रही है कि वह काफी डर हुई थी।
दोनों बहनों की बातचीत के करीब पन्द्रह मिनट के अंदर ही 9 बजकर 40 मिनट पर महिला पशु डॉक्टर का फोन स्वीच ऑफ हो गया। पुलिस ने बताया कि आरिफ, नवीन और चेन्नकेशवुलू ने जबरदस्ती पास के एक चहारदीवारी में ले गया और उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
कैसे हुई घटना?
पीड़िता वेटरिनरी डॉक्टर अपने घर से करीब 10 मिनट की दूरी पर टोंडुपल्ली इलाके के टोलप्लाजा पर अपनी स्कूटी पार्क कर यहां से कार से अस्पताल जाया करती थी। गुरुवार की शाम रोज की तरह ही उसने करीब 6:20 बजे अपनी स्कूटी पार्क कर कैब से अस्पताल चली गई। इधर ट्रक किनारे लगाए आरोपी हवश मिटाने के लिए गिद्धों की सी नजर गड़ाए थे कि किसे शिकार बनाया जाए। आरोपियों ने सोचा कि इस महिला ने स्कूटी पार्क की है तो जरूरी लौटेगी। पीड़िता अस्पताल से अपनी स्कूटी के पास लौटती कि इससे पहले ही रात करीब आठ अजे आरोपियों ने उसकी स्कूटी की हवा निकाल दी।
इधर रात 9:22 बजे डॉक्टर जब साइबराबाद के पशु चिकित्साल से लौटी तो पाया कि उसकी स्कूटी पंचर हो गई है। वह कुछ उपाय सोचती कि इससे पहले इंसान के वेष में शैतान उसकी मदद के बहाने पास पहुंच गए। दो लड़के थे। एक ने कहा हम आगे जाकर आपकी स्कूटी ठीक करा देंगे। तभी दूसरे ने स्कूटी पकड़ ली और चलने लगा। वह कुछ समझ पाती कि उसके पास कुछ संदिग्ध लोग और पहुंच गए। ऐसा देखकर घबराई वेटरिनरी डॉक्टर ने अपने घर फोन किया और बहन को बताया कि उसकी मदद के नाम पर कुछ संदिग्ध लोग उसके पास आ गए हैं। वह उसे बहुत ज्यादा डर लग रहा है। इस पर बहन ने कहा कि वह वहीं पर पहुंच रहे हैं डरे नहीं।
अब रात को 9:40 बजे जब घरवालों ने दोबारा उसके फोन पर कॉल किया तो हव स्विच ऑफ आने लगा। इधर कुछ मिनटों में आरोपियों ने पीड़िता को सुनसान इलाके में पड़े खाली प्लॉट में ले गए और वहां बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद आरोपियों ने उसपर पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया। पीड़िता का शव जब अधजला हो गया तो आरोपियों ने अपने ट्रक में स्कूटी और उसके शव को रखकर बेंगलुरु-हैदराबाद हाइवे पर एक पुल के नीचे फेक दिया।
इधर करीब 10:30 बजे तक पीड़िता के घर वाले टोलप्लाजा पर पहुंचे तो डॉक्टर का कोई सुराग नहीं लगा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने की बजाए उन्हें इधर-उधर दौड़ाती रही। पुलिस एक्शन लेती तो शायद डॉक्टर की जान बच जाती।
मामले में पुलिस ने शनिवार को आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अदालत ने आरोपियों काे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
हैदराबाद के शादनगर थाने के बाहर शुक्रवार से ही लोगों का प्रदर्शन कर रहे हैं। घटना को लेकर शनिवार को भी तेलंगाना और हैदराबाद के बाहर भी लोगों का देखने को मिला। थाने का घेराव कर लोगों ने चप्पल फेंका। घंटों तक पुलिस भीड़ को काबू करने के लिए मशक्कत करती रही।