बलिया : आशनाई में गयी जनसेवा केंद्र संचालक की जान , विवाहित प्रेमिका ने अपने मायके बुलाकर पति और उसके भाई से करायी प्रेमी की हत्या
बलिया : आशनाई में गयी जनसेवा केंद्र संचालक की जान , विवाहित प्रेमिका ने अपने मायके बुलाकर पति और उसके भाई से करायी प्रेमी की हत्या
मधुसूदन सिंह , शशिकुमार की रिपोर्ट
सुखपुरा बलिया 21 जनवरी 2019 ।। विदेश में रहने वाले गांव के दोस्त की बीबी के साथ अवैध संबंध बनाकर रखने की कीमत स्थानीय थाना क्षेत्र के शिवपुर निवासी जनसेवा केंद्र संचालक नागेंद्र साहनी (23 वर्ष) पुत्र नथुन साहनी को अपनी जान से चुकानी पड़ी है ।
नागेंद्र साहनी की हत्या के आरोप में इससे अवैध संबंध रखने वाली महिला , महिला के पति और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है । वही गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर हल्दी थाना क्षेत्र के नैनीजोर जाने वाले गंगा घाट से लगभग दो घण्टे की खोजबीन के बाद लाश और सुखपुरा थाना क्षेत्र के सूर्यपुरा नाले से मृतक का मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है ।
हत्या की वारदात के पीछे अनिल साहनी की पत्नी और मृतक के बीच अवैध संबंध कारण बताया जा रहा है । हटाया जाता है कि अनिल साहनी अरब में नौकरी करता था और परिवार वालो से छुपाकर जनसेवा केंद्र संचालक नागेंद्र के खाते में अपनी पत्नी के लिये पैसे भेजता था जिसको नागेंद्र अनिल की पत्नी को दे देता था । पैसे के इस लेनदेन में कब दो जवान जिस्म एक हो गये पता ही नही चला । कहते है धुंआ और इश्क छुपाये नही छुपता है । यही बात इन दोनों के संबंधों में भी हुई । अनिल के घर वाले भी काना फुंसी के चलते जान गये । इसी बीच अनिल अरब छोड़कर वापस शिवपुर आकर रहने लगा । अनिल को भी इनके अवैध संबंधों की जानकारी हुई तो वह पहले तो अपनी पत्नी को हड़काया , फिर रंगेहाथ पकड़ने के लिये गुप्तचरी करने लगा । फिर अनिल ने अपने भाई संजय (दोनो पुत्रगण सैद नाथ साहनी) के साथ मिलकर नागेंद्र की हत्या की खौफनाक साजिश रच डाली और अपनी पत्नी को मायके हांसनगर थाना हल्दी भेजकर नागेंद्र को बुलाने को कहा । पति की साजिश में शामिल होकर इसने एकदम नये नम्बर से नागेंद्र को फोन करके हांसनगर बुलाया ।
बताया जाता है कि 26 दिसम्बर 2018 को नागेंद्र साहनी अपने परिजनों से बलिया के एक मित्र के यहां पार्टी में जाने की बात कहकर घर से निकला था । बलिया से हांसनगर पहुंचने तक इसकी प्रेमिका ने नये नम्बर से 14 बार फोन किया था । नागेंद्र के पहुंचने के बाद प्रेमिका ने अपने पति को इसकी सूचना दी । सूचना के बाद आने भाई संजय के साथ मिलकर चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाने से नशे में हुए नागेंद्र को दोनो भाइयो ने गला दबाकर हत्या करने के बाद लाश को बोरा में भरकर उसमें नमक और पत्थर भरकर नैनीजोर (बिहार) जाने वाले घाट पहुंच कर गंगा जी मे डुबो दिया ।
उधर 26 दिसम्बर से लापता अपने भाई को ढूंढते हुए
सत्येंद्र साहनी ने 29 दिसम्बर को गुमशुदगी की सुखपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी खोजबीन करते रहे । गांव में अवैध संबंध के कारण चर्चा में होने के कारण भी लोगो का शक अनिल और इसकी पत्नी पर हो रहा था । सुखपुरा पुलिस भी सर्विलांस की मदद से नागेंद्र का लोकेशन ट्रेस की तो अंतिम बार नैनीजोर (बिहार) के आसपास मिला , इसके बाद बन्द मिला । अंतिम काल के सम्बंध में जब छानबीन शुरू हुई तो अनिल और इसकी पत्नी की तरफ शक की सुई घूम गयी । इसी बीच सत्येंद्र ने अनिल और उसकी पत्नी के ऊपर शक जाहिर किया । इसके बाद थानाध्यक्ष सुखपुरा ने अनिल और इसके भाई संजय को थाने ला कर कड़ाई से पूंछतांछ की तो इन लोगो ने न सिर्फ गंगा नदी में से मृतक की लाश बरामद करवाई बल्कि मृतक का मोबाइल फोन शिवपुर के नाले से बरामद करा दिया । अनिल साहनी , इसकी पत्नी और संजय साहनी को गिरफ्तार कर लिया गया है । लगभग 26 दिन बाद हत्या की इस बारदात को सुखपुरा थानाध्यक्ष द्वारा सुलझा लेने और आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाने से लोगो ने खुशी व्यक्त किया ।
मधुसूदन सिंह , शशिकुमार की रिपोर्ट
सुखपुरा बलिया 21 जनवरी 2019 ।। विदेश में रहने वाले गांव के दोस्त की बीबी के साथ अवैध संबंध बनाकर रखने की कीमत स्थानीय थाना क्षेत्र के शिवपुर निवासी जनसेवा केंद्र संचालक नागेंद्र साहनी (23 वर्ष) पुत्र नथुन साहनी को अपनी जान से चुकानी पड़ी है ।
नागेंद्र साहनी की हत्या के आरोप में इससे अवैध संबंध रखने वाली महिला , महिला के पति और भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है । वही गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर हल्दी थाना क्षेत्र के नैनीजोर जाने वाले गंगा घाट से लगभग दो घण्टे की खोजबीन के बाद लाश और सुखपुरा थाना क्षेत्र के सूर्यपुरा नाले से मृतक का मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है ।
हत्या की वारदात के पीछे अनिल साहनी की पत्नी और मृतक के बीच अवैध संबंध कारण बताया जा रहा है । हटाया जाता है कि अनिल साहनी अरब में नौकरी करता था और परिवार वालो से छुपाकर जनसेवा केंद्र संचालक नागेंद्र के खाते में अपनी पत्नी के लिये पैसे भेजता था जिसको नागेंद्र अनिल की पत्नी को दे देता था । पैसे के इस लेनदेन में कब दो जवान जिस्म एक हो गये पता ही नही चला । कहते है धुंआ और इश्क छुपाये नही छुपता है । यही बात इन दोनों के संबंधों में भी हुई । अनिल के घर वाले भी काना फुंसी के चलते जान गये । इसी बीच अनिल अरब छोड़कर वापस शिवपुर आकर रहने लगा । अनिल को भी इनके अवैध संबंधों की जानकारी हुई तो वह पहले तो अपनी पत्नी को हड़काया , फिर रंगेहाथ पकड़ने के लिये गुप्तचरी करने लगा । फिर अनिल ने अपने भाई संजय (दोनो पुत्रगण सैद नाथ साहनी) के साथ मिलकर नागेंद्र की हत्या की खौफनाक साजिश रच डाली और अपनी पत्नी को मायके हांसनगर थाना हल्दी भेजकर नागेंद्र को बुलाने को कहा । पति की साजिश में शामिल होकर इसने एकदम नये नम्बर से नागेंद्र को फोन करके हांसनगर बुलाया ।
बताया जाता है कि 26 दिसम्बर 2018 को नागेंद्र साहनी अपने परिजनों से बलिया के एक मित्र के यहां पार्टी में जाने की बात कहकर घर से निकला था । बलिया से हांसनगर पहुंचने तक इसकी प्रेमिका ने नये नम्बर से 14 बार फोन किया था । नागेंद्र के पहुंचने के बाद प्रेमिका ने अपने पति को इसकी सूचना दी । सूचना के बाद आने भाई संजय के साथ मिलकर चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाने से नशे में हुए नागेंद्र को दोनो भाइयो ने गला दबाकर हत्या करने के बाद लाश को बोरा में भरकर उसमें नमक और पत्थर भरकर नैनीजोर (बिहार) जाने वाले घाट पहुंच कर गंगा जी मे डुबो दिया ।
उधर 26 दिसम्बर से लापता अपने भाई को ढूंढते हुए
सत्येंद्र साहनी ने 29 दिसम्बर को गुमशुदगी की सुखपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी खोजबीन करते रहे । गांव में अवैध संबंध के कारण चर्चा में होने के कारण भी लोगो का शक अनिल और इसकी पत्नी पर हो रहा था । सुखपुरा पुलिस भी सर्विलांस की मदद से नागेंद्र का लोकेशन ट्रेस की तो अंतिम बार नैनीजोर (बिहार) के आसपास मिला , इसके बाद बन्द मिला । अंतिम काल के सम्बंध में जब छानबीन शुरू हुई तो अनिल और इसकी पत्नी की तरफ शक की सुई घूम गयी । इसी बीच सत्येंद्र ने अनिल और उसकी पत्नी के ऊपर शक जाहिर किया । इसके बाद थानाध्यक्ष सुखपुरा ने अनिल और इसके भाई संजय को थाने ला कर कड़ाई से पूंछतांछ की तो इन लोगो ने न सिर्फ गंगा नदी में से मृतक की लाश बरामद करवाई बल्कि मृतक का मोबाइल फोन शिवपुर के नाले से बरामद करा दिया । अनिल साहनी , इसकी पत्नी और संजय साहनी को गिरफ्तार कर लिया गया है । लगभग 26 दिन बाद हत्या की इस बारदात को सुखपुरा थानाध्यक्ष द्वारा सुलझा लेने और आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाने से लोगो ने खुशी व्यक्त किया ।