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'न कोई भगवान है, न हमारी किस्मत किसी ने लिखी - हॉकिंग ने आखिरी किताब में लिखी है ये बाते
'न कोई भगवान है, न हमारी किस्मत किसी ने लिखी - हॉकिंग ने आखिरी किताब में लिखी है ये बाते

18 अक्टूबर 2018 ।।
भगवान कहीं नहीं है , किसी ने दुनिया नहीं बनाई और
कोई हमारी किस्मत नहीं लिखता है । नास्तिक माने
जाने वाले खगोलशास्त्री स्टीफन हॉकिंग ने अपनी
आखिरी किताब में यही लिखा है. हॉकिंग की इस
किताब में कई यूनिवर्स के बनने, एलियन इंटेलिजेंस,
स्पेस कोलोनाइजेशन और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस
जैसे कई जरूरी सवालों के जवाब दिए गए हैं ।
कोई हमारी किस्मत नहीं लिखता है । नास्तिक माने
जाने वाले खगोलशास्त्री स्टीफन हॉकिंग ने अपनी
आखिरी किताब में यही लिखा है. हॉकिंग की इस
किताब में कई यूनिवर्स के बनने, एलियन इंटेलिजेंस,
स्पेस कोलोनाइजेशन और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस
जैसे कई जरूरी सवालों के जवाब दिए गए हैं ।
हॉकिंग की इस किताब को जॉन मूरा ने पब्लिश की
है. इस एक किताब में कई बड़े सवालों के जवाब हैं।
उनकी किताब में लिखा है, 'सदियों से यह माना जाता
रहा है कि मेरे जैसे डिसेबल लोगों पर भगवान का
श्राप होता है । लेकिन मेरा मानना है कि मैं कुछ लोगों
को निराश करूंगा लेकिन मैं यह सोचना ज्यादा पसंद
करूंगा कि हर चीज की व्याख्या दूसरे तरीके से की जा सकती है.' हॉकिंग की किताब का नाम है क्या वहां
भगवान है? (is There a God?) ।
मूरा ने कहा, उन्होंने लिखा है कि उन्होंने 'भगवान'
शब्द का इस्तेमाल गैर निजी तरीके से किया है । जैसा
अल्बर्ट आइंस्टाइन लॉ ऑफ नेचर के लिए गॉड शब्द
का इस्तेमाल करते थे । यानी लॉ ऑफ नेचर को समझना
ही भगवान के दिमाग को समझना है । हॉकिंग ने लिखा है, 'मेरी भविष्यवाणी है कि हम इस सेंचुरी के खत्म होते-होते भगवान के दिमाग को समझने लगेंगे.'।
शब्द का इस्तेमाल गैर निजी तरीके से किया है । जैसा
अल्बर्ट आइंस्टाइन लॉ ऑफ नेचर के लिए गॉड शब्द
का इस्तेमाल करते थे । यानी लॉ ऑफ नेचर को समझना
ही भगवान के दिमाग को समझना है । हॉकिंग ने लिखा है, 'मेरी भविष्यवाणी है कि हम इस सेंचुरी के खत्म होते-होते भगवान के दिमाग को समझने लगेंगे.'।
हॉकिंग की मौत इसी साल मार्च में हुई थी । उनके मुताबिक, यूनिवर्स कभी न खत्म होने वाला फ्री लंच है और अगर
यूनिवर्स कुछ नया नहीं जोड़ता तो आपको इसे बनाने के
लिए भगवान की जरूरत नहीं है । क्या उनकी आस्था थी?
इस पर वह बताते हैं, 'हम जो चाहते हैं वह मानने के लिए
फ्री हैं । और यह मेरा मानना है कि भगवान नहीं है. किसी
ने यूनिवर्स नहीं बनाई और न ही कोई हमारी किस्मत
चलाता है.'।
वह आगे लिखते हैं इससे मुझे इस बात का पूरा अहसास
है कि न तो कोई स्वर्ग है और न ही मरने के बाद कोई
जीवन ।मेरा मानना है कि मरने के बाद जीवन है-यह
सोचना सिर्फ आपका खुशनुमा विचार हो सकता है ।
इसके लिए कोई भरोसेमंद साक्ष्य नहीं है । हॉकिंग की
मौत के बाद उनके एस्टेट ने प्रोजेक्ट पूरा करके किताब
पब्लिश करने का फैसला लिया है ।
'न कोई भगवान है, न हमारी किस्मत किसी ने लिखी - हॉकिंग ने आखिरी किताब में लिखी है ये बाते
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
on
October 18, 2018
Rating: 5
