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देश में ईमानदारी के अनमोल कोहिनूर रत्न है वर्तमान और निवर्तमान सीजेआई

सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की एक दिन की फीस से भी कम है CJI की संपत्ति

नईदिल्ली 3 अक्टूबर 2018 ।।
मधुसूदन सिंह 
दीपक मिश्रा मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पद से रिटायर हो गए. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जज रंजन गोगोई ने बुधवार को 46वें चीफ जस्टिस पद की शपथ ले ली है । दीपक मिश्रा 21 साल तक जज रह चुके हैं । इनमें से 14 साल वो हाईकोर्ट के जज भी रहे हैं । वही रंजन गोगोई ने 28 फरवरी 2001 को गुवाहटी हाईकोर्ट के जज के तौर अपने
कैरियर की शुरुआत की थी । इसके बाद वे 23 अप्रैल 2012 को सुप्रीम कोर्ट के जज बने ।

दोनों ही जजों के इतने लंबे कार्यकाल के बावजूद उनकी संपत्ति न के बराबर है । रंजन गोगोई के पास तो अपना घर तक नहीं है । अगर हम रंजन गोगोई की कुल संपत्ति को मिलाकर देखें तो ये वरिष्ठ वकीलों की एक दिन की फीस से भी कम होगी । वहीं दीपक मिश्रा के पास दिल्ली के मयूर विहार में एक फ्लैट है, जो उन्होंने बैंक से 22.5 लाख रुपए का लोन लेकर खरीदा था । इसके अलावा कटक में उनके पास एक और घर है, जिसकी मरम्मत काफी सालों से नहीं हुई है ।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस गोगोई के पास सोने के कोई आभूषण नहीं है । उनकी पत्नी के पास भी केवल वही आभूषण हैं जो उन्हें शादी के वक्त उनके परिवार की तरफ से मिले थे । वहीं दीपक मिश्रा के पास केवल दो सोने की रिंग है जो वो पहनते हैं । इसके अलावा उनके पास एक चेन भी है । हालांकि उनकी पत्नी के पास रंजन गोगोई की पत्नी के मुकाबले थोड़ी ज्यादा ज्वेलरी है । ऐसे में जब हम देखते है तहसील स्तर की हो या जिला स्तर की अदालतों के बाबुओ के भी आलीशान भवन है और जब हम निवर्तमान सीजेआई जस्टिस दीपक मिश्रा हो या वर्तमान नवनियुक्त सीजेआई जस्टिस रंजन गोगोई की तरफ देखते है तो हम सोचने को मजबूर हो जाते है कि इन्ही दोनो लोगो जैसे लोग के चलते ही देश मे जहां न्यायालय  जनता के बीच इंसाफ के मंदिर के रूप में अपनी प्रतिष्ठा कायम किये हुए है , वही ईमानदारी के चलते पूरी दुनिया मे भारत का सर फक्र से ऊंचा किये हुए है । वास्तव में भारत के ये दो ईमानदारी के कोहिनूर रत्न है ।


गोगोई के पास अपनी गाड़ी तक नहीं

जस्टिस गोगोई के पास अपनी गाड़ी भी नहीं है. हालांकि इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि पिछले 20 सालों से उन्हें सरकारी गाड़ी उपलब्ध कराई गई हो. लेकिन इसके अलावा भी उनके पास कुल मिलाकर केवल 30 लाख रुपए की संपत्ति ही है. साल 1999 में जस्टिस गोगोई ने गुवाहाटी के बेलटोला इलाके में एक प्लॉट खरीदा था जो उन्होंने काफी साल पहले 65 लाख रुपए में बेच दिया था ।

वरिष्ठ अधिवक्ता की एक दिन की आय से भी कम है जस्टिस गोगोई की कुल संपत्तिकुल 
वहीं दूसरी तरफ अगर हम किसी वरिष्ठ या मशहूर वकील की एक दिन की आय देखें तो पता चलता है कि वे एक दिन में 50 लाख से ज्यादा कमा लेते है. वकीलों की इस कमाई के सामने सुप्रीम कोर्ट के जजों की संपत्ति कुछ भी नही है ।