बलिया : डीएम के निरीक्षण में ईओ की खुली कागजी पोल , पुरानी जगह पर ही काम करते मिले लिपिक
नपा कार्यालय का किया निरीक्षण, लिपिकों के टेबल बदलने के निर्देश
डीएम के निरीक्षण में ईओ की खुली कागजी पोल , पुरानी जगह पर ही काम करते मिले लिपिक
बलिया 7 सितंबर 2018 : बार बार यूपी सरकार के पोर्टल आईजीआरएस पर पटल बदलने की शिकायत को फर्जी पटल बदल दिये जाने की आख्या देकर शिकायतों का निस्तारण कराने वाले बलिया के अबतक के सबसे सुयोग्य अधिशाषी अधिकारी डीके विश्वकर्मा की आज पोल पट्टी डीएम के निरीक्षण में सबके सामने खुल गयी । यही नही चेयरमैन ने भी पटल बदलने के अपने आदेश को अबतक लागू न कराने के लिये ईओ को ही डीएम के सामने दोषी ठहराया ।बता दे कि आज जिलाधिकारी ने नगरपालिका कार्यालय का बकायदा निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक टेबल पर जाकर संबंधित लिपिक से पूछताछ की जाकर संबंधित लिपिक से पूछताछ की की। चेयरमैन ने शिकायत किया कि मेरे निर्देश के के बाद भी लिपिकों के टेबल में बदलाव नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने शीघ्र ऐसा करने का निर्देश अधिशासी अधिकारी को दिया। स्थानांतरण के बाद चार्ज हस्तानांतरण नहीं करने करने वाले बाबूओं का वेतन रोकने का आदेश दिया। पुराने अभिलेखों को डिजिटलाइज्ड कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य अनुभाग, लेखा अनुभाग, प्रकाश अनुभाग में जाकर जरूरी पूछताछ की।बता दे कि सम्पति, कर और निर्माण कार्य का पटल देखने वाले प्रमोद चौरसिया को ईओ की मेहरबानी से पुनः निर्माण का कार्य नये पटल आवंटन में भी दिया गया है । जबकि इसकी जांच कि प्रमोद चौरसिया या अन्य ने कितने दिनों तक किस कार्य को देखा है पत्रावलियों के अवलोकन से साफ हो जाएगा । अब देखना है कि शासन को अपने गुमराह करने वाले आदेशो से गुमराह करने वाले ईओ डीके विश्वकर्मा जिलाधिकारी के आदेश को कब तक लागू कर रहे है ।
इस मौके पर एसडीएम अश्विनी श्रीवास्तव, चेयरमैन अजय कुमार, ईओ दिनेश विश्वकर्मा साथ थे।
डीएम के निरीक्षण में ईओ की खुली कागजी पोल , पुरानी जगह पर ही काम करते मिले लिपिक
बलिया 7 सितंबर 2018 : बार बार यूपी सरकार के पोर्टल आईजीआरएस पर पटल बदलने की शिकायत को फर्जी पटल बदल दिये जाने की आख्या देकर शिकायतों का निस्तारण कराने वाले बलिया के अबतक के सबसे सुयोग्य अधिशाषी अधिकारी डीके विश्वकर्मा की आज पोल पट्टी डीएम के निरीक्षण में सबके सामने खुल गयी । यही नही चेयरमैन ने भी पटल बदलने के अपने आदेश को अबतक लागू न कराने के लिये ईओ को ही डीएम के सामने दोषी ठहराया ।बता दे कि आज जिलाधिकारी ने नगरपालिका कार्यालय का बकायदा निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक टेबल पर जाकर संबंधित लिपिक से पूछताछ की जाकर संबंधित लिपिक से पूछताछ की की। चेयरमैन ने शिकायत किया कि मेरे निर्देश के के बाद भी लिपिकों के टेबल में बदलाव नहीं किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने शीघ्र ऐसा करने का निर्देश अधिशासी अधिकारी को दिया। स्थानांतरण के बाद चार्ज हस्तानांतरण नहीं करने करने वाले बाबूओं का वेतन रोकने का आदेश दिया। पुराने अभिलेखों को डिजिटलाइज्ड कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य अनुभाग, लेखा अनुभाग, प्रकाश अनुभाग में जाकर जरूरी पूछताछ की।बता दे कि सम्पति, कर और निर्माण कार्य का पटल देखने वाले प्रमोद चौरसिया को ईओ की मेहरबानी से पुनः निर्माण का कार्य नये पटल आवंटन में भी दिया गया है । जबकि इसकी जांच कि प्रमोद चौरसिया या अन्य ने कितने दिनों तक किस कार्य को देखा है पत्रावलियों के अवलोकन से साफ हो जाएगा । अब देखना है कि शासन को अपने गुमराह करने वाले आदेशो से गुमराह करने वाले ईओ डीके विश्वकर्मा जिलाधिकारी के आदेश को कब तक लागू कर रहे है ।
इस मौके पर एसडीएम अश्विनी श्रीवास्तव, चेयरमैन अजय कुमार, ईओ दिनेश विश्वकर्मा साथ थे।