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बलिया : घाघरा के पानी से घिरे गांवों में पहुँचे डीएम

घाघरा के पानी से घिरे गांवों में पहुँचे डीएम


बलिया 31 अगस्त 2018 : घाघरा नदी का पानी कुछ गांवों में घुस गया है। इसको लेकर प्रशासनिक चहलकदमी भी तेज हो गई है। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने शुक्रवार को बैरिया क्षेत्र के बकुल्हा के पास घाघरा के पानी से घिरे गांव फतेह राय का टोला व बैजनाथ टोला में जाकर बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर उनका हाल जाना। आश्वासन दिया कि जरूरत पड़ने पर हर प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। पशुओं के लिए चारा व उनकी चिकित्सा व्यवस्था की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। बाढ़ चौकिया पूरी तरह सक्रिय हैं। हालांकि अभी कोई खास खतरनाक स्थिति नहीं है। फतेह राय का टोला का संपर्क अभी मुख्य मार्गो से जुड़ा है। गांव में एक जगह रास्ते पर मिट्टी फेंकवा कर ऊंचा कराने का निर्देश ग्राम पंचायत को दिया, ताकि पानी इस पार से उस पार ना हो सके। एसडीएम बैरिया ने बताया कि बैजनाथ टोला में नाव लगा दी गई है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से भी कहा कि नाव पर क्षमता से अधिक आदमी बैठकर नहीं जाएंगे। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से बताया कि जलस्तर में घटाव की संभावना जताई जा रही है। ग्रामीणों के लिए यह राहत देने वाली खुशखबरी थी। कटान की समस्या पर जिलाधिकारी ने कहा कि पानी उतरने के बाद इस पर उचित कार्यवाही की जाएगी। डूब चुकी फसलों पर किसानों को राहत मिलेगी।

जरूरत पड़ने पर तत्काल मिलेगी राहत

- जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ने पर सभी प्रकार की राहत तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी। खाद्य सामग्री से लेकर पशुओं के चारे व अन्य राहत व्यवस्था संबंधित टेंडर हो चुके हैं। एहतियात के तौर पर गांव में पानी होने के बाद पशुओं के रहने व चारे की व्यवस्था कर ली गई है। सभी विभाग राहत कार्य के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जहां भी वैसी खतरनाक स्थिति पैदा होगी, तत्काल सभी प्रकार की राहत पहुंचाई जाएगी।

*...जब डीएम के आने मात्र से बाढ़पीड़ित हुए खुश*

- बैजनाथ के टोला के सामने बंधे से ही जिलाधिकारी ने गांव का हाल देखा। उनके पहुंचने मात्र से ग्रामीण इस कदर खुश हुए कि कुछ देर के लिए ऐसा लग रहा था मानो वह बाढ़ की आपदा को भूल गए हो। एक ग्रामीण ने पीपल के पेड़ के नीचे तुरंत एक चौकी बिछाई और जिलाधिकारी को बिठाया। गांव की ही दुकान से बिस्कुट के पैकेट मंगाकर बड़े प्यार से पानी पिलाए। ग्रामीणों का यह प्यार पाकर जिलाधिकारी भी गदगद हो गए। ग्रामीणों का कहना था कि पहली बार जिले के मुखिया हम लोगों का हाल जानने गांव में आए हैं।