देवरिया से गोरखपुर तक शेल्टर होम का गंदा खेल
शेल्टर होम का गंदा खेल |
रिपोर्टर -अमित कुमार
देवरिया 8 अगस्त 2018 ।।
शेल्टर होम का गंदा खेल, मजबूर बेसहारा लडकियों और महिलाओं का होता है, उत्पीडन । जी हां बेबस बेसहारा महिलाओं का जब कोई नहीं होता, तो इस तरह की महिलाए जमाने की जिल्लत से बचने के लिए इस तरह के शेल्टर होम का रुख करती है, और वही जिन्दगी गुजारने का फैसला करती है, लेकिन उन्हें नहीं मालूम की यहां उनकी जिन्दगी नर्क से बद्दतर बन जाती है । इस दलदल में आकर वो जल्दी बाहर नहीं निकल पाती है, कुछ ऐसा ही मामला तब सामने आया जब एक बेबस नाबालिग लड़की इस शेल्टर होम से भाग कर थाने पहुची, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ ।
देवरिया स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट संचालित होने की खबर ने सभी को हिलाकर रख दिया है। शासन ने खुद इसकी मॉनिटरिंग शुरू करते हुए विशेष हेलीकाप्टर से सोमवार को एक उच्च स्तरीय जांच टीम देवरिया भेजी थी । जिला प्रोबेशन अधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने संचालिका व उसकी बेटी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करते हुए संचालिका गिरिजा त्रिपाठी व उसके पति मोहन त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । साथ ही एफआईआर की कापी में तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसमे पति और पत्नी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया बाकी छोटी बहन कंचनलता को आज गोरखपुर से गिफ्तार कर लिया गया, लेकिन इसमें नया मोड़ तब आया, जब गोरखपुर के खोराबार में रानिडिहा के पास चाणक्यपूरी में एक विंध्यवासिनी नाम से एक वृद्ध आश्रम चलता था, और पिछले कई सालो से ये आश्रम चल रहा था, सुन कर हैरानी तब हुई जब ये पता चला कि इस आश्रम की संचालिका संविदा पर गोरखपुर के जिला प्रोबेशन अधिकारी के यहां कार्यरत थी । चौकाने वाली बात यह है कि कनकलता, गिरजा त्रिपाठी की बड़ी बेटी है । जिसे आफिस में काम करते पकड़ा गया और बात की गयी तो साफ़ बताया, कि वो गिरजा त्रिपाठी की बेटी है । कनकलता ने बलिया एक्सप्रेस के संवाददाता से कहां कि पहले अपना माइक हटाइए फिर मै बताती हूं ।बताया बड़ी बात ये यह है कि यह सेंटर चलता था, नहीं चलता इसका क्या मतलब है, मै अपनी यहां नौकरी कर रही हूं, 5 साल से जाब कर रही हूं, विधि सह परिवेक्षा अधिकारी, 2013 से यही पर काम कर रही हूं । कनकलता की यही से नियुक्ति भी हुई है, गिरजा त्रिपाठी इनकी माँ है |
कनकलता सरकारी मुलाजिम होते हुए भी बृद्धाश्रम की संचालिका
एक सरकारी पद पर काम करने वाली कनकलता खुद एक आश्रम की संचालिका है, इस बात से हैरान जिला प्रशासन अब जाँच करने की बात कह रहा है । लेकिन वो इतने सालो से सरकारी काम कर रही है, और एक आश्रम चला रही है, वो भी उस विभाग में रह कर जो विभाग ऐसे आश्रमों की जाँच करता है, तो चेकिंग होने से पहले और वीआईपी मूमेंट होने से पहले इन्हें सारी बात विभाग में रहने के कारण पता चल जाती होंगी । |फिलहाल इस पुरे मामले की जानकरी मिलते ही सुबह से ही पुलिस के आला अधिकारी और प्रशासनिक अमला शेल्टर होम पर जम गया, और जाँच शुरू कर दिया है । महिला पुलिस की जवानो द्वारा पुरे घर की तलाशी ली गई, तो पता चला, कि यहां पर एक 20 से 22 साल की लड़की भी है, जो देवरिया के शेल्टर होम में रहती थी, और अभी महज 5 दिनों पहले यहां आई है, लड़की काफी डरी और सहमी हुई है । पुलिस ने यहां से एक लड़की, एक संचालिका कनकलता, और मैनेजर अंकित के साथ कुक और एक केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया है, और उन्हें अपनी कस्टडी में लेकर पूछ ताछ कर रही है |
के0 विजयेन्द्र पाण्डियन (जिला अधिकारी गोरखपुर) ने बताया कि अगल बगल के लोगो की या इस बृद्धाआश्रम में रहने वाले बुजुर्ग महिलाओ के परिजनों की माने तो यहां पर औरते और लडकिया बाहर जाती थी, और जब अधिकारी आते जाते थे तो अगल बगल की महिलाओं को बैठा दिया जाता था । 3 से 4 सालो से ये बृद्धा आश्रम चल रहा था, और हमेशा यहां से लडकिया और महिलाये आती जाती रहती थी । पहले 20 से 25 महिलाए रहती थी, लेकिन आज जब रजिस्टर चेक किया गया तो महज 4 से 5 महिलाये ही इंट्री मिली, कभी भी इस आश्रम में किसी को अंदर जाने की इजाजत नही थी |
इस पुरे मामले पर देर शाम जिला अधिकारी ने बताया, कि देवरिया में माँ वैष्णो देवी के नाम से एक आश्रम चल रहा था, कल शाम को हम लोगो को एक खबर मिली थी, कि यहाँ पर उनका बृद्धाआश्रम पहले चलता था, उसके बाद रात में हम लोगो ने पूरी टीम भेजी थी, उस समय यहां चार बृद्ध लोग मिले थे, और एक महिला भी मिली थी, उनकी तबियत ठीक नहीं थी, इसलिए हम लोगो ने उन्हें मेडिकल चेकअप के लिये रेफर कर दिया था । आज जब सवेरे हमारी टीम सील करने के लिए यहां आयी थी, तब सविता नाम की एक लड़की भी मिली । तब हम लोगो ने पूछ ताछ शुरू की है, तो पता चला कि देवरिया में भी ये लड़की मिसिंग थी, ।केस डायरी के हिसाब से उसके बाद देवरिया पुलिस प्रशासन को हम लोगो ने सूचना दे दी है । यहां पर ज़ितने कमरे है, बिल्डिंग में सबको सील कर दिया गया है, और जितनी भी महिला है, सभी को देवरिया को हम लोग सुपुर्द करा रहे है । कल जब टीम आई थी, तो ये लड़की नहीं थी, आज जब रजिस्ट्रर इनका चेक किया गया तो उसमे भी ओवर राइटिंग था । आज रजिस्टर पर डेट और टाइम भी अलग से लिखा था । जब डीएम से संचालिका कनकलता को लेकर नौकरी और आश्रम चलाने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा, कि उन्हें हटा दिया गया, और उन्हें भी पुलिस के सुप्रुत कर दिया गया है, किसी को नहीं छोड़ रहे है, टोटल 5 लोग यहां वर्तमान में मिले है, उन सभी को अरेस्ट कर लिया गया है ।
यह हाल है, और इस तरह से शेल्टर होम का खेल चल रहा था, यहा बेसहारा लडकियों को महिलाओं को लाकर उन्हें जिश्म फरोशी के धंधे में ढकेल दिया जाता था, और ये इस दलदल में फंस कर अपनी जिदंगी नर्क में तब्दिल होते देखने को मजबूर होती थी । फिलहाल एक लड़की के हिम्मत के बाद इस पुरे मामले से पर्दा उठा है, और अब इसकी जाँच बड़े पैमाने पर की जा रही है ।