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केजरीवाल का पीएम मोदी से सवाल - क्या हिन्दू मुस्लिम की बात करने से भारत बनेगा नम्बर एक



16 जुलाई 2018 ।।

तीन तलाक से संबंधित विधेयक के संसद में लम्बित रहने को लेकर कांग्रेस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणी का हवाला देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा ।केजरीवाल ने इंदौर में आम आदमी पार्टी के राज्यस्तरीय सम्मेलन में कहा, 'अगर अपनी सरकार के चार साल के कार्यकाल के बाद भी मोदी को हिन्दू-मुसलमान की बात करनी पड़ रही है, तो इसका मतलब है कि उनकी सरकार की उपलब्धियां शून्य रही हैं.’।
प्रधानमंत्री ने 'तीन तलाक' से संबंधित विधेयक के संसद में अटके होने को लेकर कल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था,'मैंने अखबार में पढ़ा कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है. पिछले दो दिन से चर्चा चल रही है. लेकिन मुझे आश्चर्य नहीं हो रहा है क्योंकि जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो स्वयं उन्होंने कह दिया था कि देश के प्राकृतिक संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार मुसलमानों का है.’।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा,'कांग्रेस पार्टी मुस्लिमों की पार्टी है, (यह कहना) अगर आपको ठीक लगता है, तो आपको मुबारक. लेकिन यह तो बताइये कि क्या मुसलमानों की यह पार्टी सिर्फ पुरुषों की है या महिलाओं की भी है ? क्या (इस पार्टी में) मुस्लिम महिलाओं की इज्जत और हक के लिये भी कोई जगह है? '
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज अमेरिका नैनो तकनीक की बात कर रहा है. जापान, फ्रांस और इंग्लैंड जैसे देश बड़ी- बड़ी तकनीकों की बातें कर रहे हैं. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री अब भी हिंदू-मुसलमान की बात कर रहे हैं.'।
उन्होंने कहा, 'हम सब चाहते हैं कि विकास और तकनीकी के क्षेत्र में अमेरिका और अन्य बड़े देशों को भारत पीछे छोड़ दे. लिहाजा मै प्रधान मंत्री जी से पूंछना चाहता हूं  कि क्या हिंदू-मुस्लिम की बात करने से भारत दुनिया का नम्बर-एक देश बन सकेगा.' स्कूली पढ़ाई के क्षेत्र में दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केजरीवाल ने कहा कि भारत केवल शिक्षा के माध्यम से दुनिया का नम्बर-एक देश बन सकता है.।
उन्होंने कहा, 'भारत के नागरिक इस दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोग हैं. लेकिन ‘गन्दी राजनीति’ के जरिये बड़ी संख्या में देशवासियों को जान-बूझकर अनपढ़ रखा जा रहा है.' केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पिछले 70 साल के दौरान देश में किसी भी दल की केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सही तरीके से काम नहीं किया है ।