नगरा नगर पंचायत में जेसीबी खरीद कागजों पर, डीएम ने बैठायी अब जांच
संतोष कुमार द्विवेदी
नगरा, बलिया। नवसृजित नगर पंचायत नगरा में 34 लाख के जेसीबी की कागजी खरीद सहित अन्य वित्तीय अनियमितता की जांच को डीएम ने 5 सदस्यीय टीम गठित की है।सत्र 22-23 में कार्यरत लिपिक के खिलाफ वित्तीय धन में बड़ी अनियमितता व 34 लाख के जेसीबी की कागजी खरीद, पद से ज्यादा संविदा कर्मियों को भुगतान व अन्य अन्य कार्यो में हुए घोटाले की शिकायत पर जिलाधिकारी ने जांच बैठायी है। टीम से एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जांच की जानकारी होते ही नगर पंचायत कार्यालय में हड़कंप की स्थिति हो गई है।
नवसृजित नगर पंचायत नगरा में रसड़ा के लिपिक प्रदीप कुमार गुप्ता को नगर पंचायत नगरा से सम्बद्ध कर नगर पंचायत का कार्य शुरु कर दिया गया था। नगर पंचायत में धांधली का शिकायती पत्र दिया गया था। जिसमें लिपिक व अन्य के ऊपर वित्तीय बजट की अनियमितता और जेसीबी की खरीद आदि के घोटाले का आरोप लगाया गया है। शिकायती पत्र में जेसीबी की खरीद केवल कागजों तक सीमित है। धरातल पर कहीं पता ही नहीं। शिकायत के बाद जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने 5 सदस्यीय टीम गठित कर जांच बैठा दी है। टीम में एडीएम बलिया को अध्यक्ष और बरिष्ट कोषाधिकारी, एसडीएम रसड़ा, अधिशासी अभियंता लोनिवि, वित्त एवं लेखाधिकारी जिला बेसिक शिक्षा को सदस्य नामित किया गया है। तत्कालीन लिपिक बर्तमान में नगर पालिका परिषद रसड़ा में तैनात है।कार्यकाल के दौरान 56 कर्मचारियों की जगह 73 कर्मचारियों को वेतन भुगतान कर धन का बंदरबांट करने का आरोप है। लिपिक पर 2022-23 ले दौरान राज्य वित्त, स्वच्छ भारत, 15वे व 14वें तथा नवसृजित नगर पंचायत, मुख्यमंत्री योजना, पंडित दीनदयाल योजना में प्राप्त धन का गबन एवं लूट का भी आरोप है।