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बेल्थरा रोड के दर्जन भर गांवो मे पहुंचा बाढ़ का पानी, डीएम एसपी एसडीएम ने दौरा कर सहायता का दिया भरोसा





अभयेश मिश्र 

बिल्थरारोड बलिया।। घाघरा नदी की उफनती लहरों ने तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत पैदा कर दिया है। तटवर्ती गांवों में नदी का पानी पहुँच गया है। खतरे के निशान से एक मीटर से ऊपर घाघरा बह रही है । गांवों में नाव चल रही है। बरहज में बना पीपा का पुल टूटकर नदी में बह रहा है। घाघरा नदी के तांडव को देखते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल एसपी राजकरन नय्यर ने  नदी के पानी से प्रभावित हल्दिरामपुर रेगुलेटर, तुर्तीपार, मुजौना,,टन्गुनिया, हाहानाला का पहुँचकर जायजा लिया।




 वही उपजिलाधिकारी दीपशिखा सिंह ने नाव पर बैठकर टन्गुनिया गांव का जायजा लिया। इस दौरान डीएम और एसपी ने प्रभावित वाशिन्दों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। नदी के बढ़ाव से तुर्तीपार शमशान घाट भी पूरी तरह से डूब गया है। शमशान घाट के डूब जाने की स्थिति में लोग बंधे पर ही मृतकों का अंतिम संस्कार करने को विवश हैं।






लगभग आधा दर्जन गांवों में घाघरा की उठती लहरों से क्षेत्र में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। तटवर्ती इलाकों की तरफ नदी का बढ़ना जारी है। नदी के पानी ने तटवर्ती गांव और खेतों में खड़ी फसल पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। किसान फसल के नुकसान को लेकर परेशान हैं। नदी के कहर से तुर्तीपार स्थित शमशान घाट भी अछूता नहीं रह सका है तथा वह भी पूरी तरह पानी में डूब चुका है। शमशान घाट के साथ ही उसके मार्ग पर भी पानी बहने से लोगों को अपना जूता हाथ में लेकर पानी में चलना मजबूरी बन गई है। शव की अंत्येष्टि के लिए लकड़ियां ले जाना भी लोगों के लिए कठिन हो गया है। अब शमशान घाट की बजाय लोगों द्वारा बंधे पर ही मृतकों की अंत्येष्टि करने का क्रम जारी है। प्रशासन इस मामले में उदासीन है। रात को शमशान घाट के बंधे पर लगी सोलर लाइट ही लोगों को रास्ता दिखा रही है।

तुर्तीपार, हाहानाला, राजभर बस्ती टगुनिया, गुलौरा गांव, मुजौना के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे ग्रामीणों को घोर परेशानी उठानी पड़ रही है। पशुपालकों के सामने पशुओं का भूसा भींग जाने के चलते पशुओं को चारे की दिक्कत हो गई है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार को नदी का जलस्तर 65.247 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान 64.010 मीटर से 1.27 मीटर ऊपर है। आयोग ने अगले 24 घंटे में जलस्तर में वृद्धि होने का पूर्वानुमान किया है। नदी का पानी एक- एक सेंटीमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से बढ़ रहा है।