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योगी जी जरा बलिया को भी देखिये :गौ आश्रय स्थल की हालत बद से बदतर,सोहांव का गो आश्रय केंद्र जहां गोवंशों की उम्र बढ़ती नही घटती है





नरही,बलिया ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक पशु आश्रय स्थल योजना बलिया में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर दम तोड़ती नजर आ रही है। थाना क्षेत्र के सोहाव गांव में बने पशु आश्रय स्थल जमीनी हकीकत को देखने के बाद यह साफ नज़र आता है कि पूरी योजना केवल कागजों पर ही चल रही है तथा पशुओं के जान की परवाह भी नहीं की जा रही है।स्थलीय निरीक्षण में इस गौ शाला में 36 बछड़े मिले जिनकी टैगिंग थी,जो केवल भूसा खा रहे थे,पूरे गौ शाला में गंदगी का अंबार लगा हुआ था तो पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की खिल्ली उड़ाता दिख रहा है । इस केंद्र पर 5 बछड़े बिना टैगिंग के थे।ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से इस गौ शाला के बछड़े रोज मर रहे है तथा उनको रातो रात इसमें से गायब कर दिया जा रहा है।इस संबंध में जब पशु चिकित्साधिकारी केके मौर्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गौ शाला में इस समय 46 बछड़े है तथा जब से गौ शाला बनी है केवल 6 बछड़े मरे है जबकि वर्तमान में टैगिंग वाले केवल 36 बछड़े है।बिना टैग वाले बछड़ों के संबंध में उन्होंने कहा कि जब ग्राम प्रधान और सचिव उनको सूचना देंगे तो उनकी भी टैगिंग कराई जाएगी,अभी इस संबंध में कोई सूचना उनको नहीं मिली है,परन्तु मौके पर 5 बिना टैगिंग वाले बछड़े भी मौजूद थे। सवाल यह कि पिछले 15 माह में छूटे हुए बछड़ो की टैगिंग का किसी को ख्याल ही नही आया ? या कोई बात छुपाई जा रही है ?

पिछले साल के फरवरी में बने इस स्थल में एक भी बछड़ा 1 साल से ऊपर का प्रतीत नहीं हो रहा जबकि डॉ मौर्य का कहना है कि शुरुआत में 6 -7 महीने के बछड़े आए थे और 15 महीने बीत जाने के बाद भी उसी अवस्था में बने है उनका विकास नहीं हो रहा ? या जो पहले आये थे वो चारे के अभाव में दम तोड़ दिये और उनकी जगह पर नये बछड़ो को रख कर संख्या पूरी कर दी गयी है ? यह तो बाहर की उच्च स्तरीय जांच से ही पता लग पायेगा ? स्थानीय जांच पर ग्रामीणों को संदेह है । ग्राम पंचायत अधिकारी रितेश राय इस संबंध में पूछने पर कुछ भी बोलने से मना कर दिए।ग्राम प्रधान सचिता से संपर्क करने पर भी फोन नहीं उठा। पूरे प्रकरण को देखने और समझने के बाद ग्रामीणों की आशंका को बल मिल रहा की पशु खाने बिना मर रहे है तथा उनकी जगह पर नए पशुओं को डाल दिया जा रहा है । सवाल यह उठ रहा कि क्या बलिया के अधिकारी सीएम योगी के अतिमहत्वाकांक्षी योजना को भी पलीता लगा रहे है ?
रिपोर्ट मधुसूदन सिंह