Breaking News

कुशीनगर :बांसी नदी में श्रद्घालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

कुशीनगर :बांसी नदी में श्रद्घालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
ए कुमार


कुशीनगर 12 नवम्बर 2019 ।।   जनपद के यूपी-बिहार की सीमा बांसी धाम घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मंगलवार  की अहले सुबह से लाखों की संख्या में यूपी बिहार से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बांसी नदी में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना करने के बाद गौ दान किए। इस नहान मेले में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की संख्या अधिक देखी गई। सोमवार की शाम से ही दूर-दराज से श्रद्धालु जुटने शुरु हो गए थे।

पंडाल में किया रात्रि विश्राम

मंगलवार की अहले सुबह 3 बजे से श्रद्धालु बांसी नदी के दोनों तटों पर बने घाट पर पहुंचने लगे। सुबह के पांच बजते ही यूपी बिहार की सीमा पर दोनों तरफ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लग गई ।
सुबह की ठंड पर आस्था भारी

श्रद्धालुओं के स्नान के बाद बाहर निकलते ही गौ दान व पूजा अर्चना की गई। इच्छा अनुसार दान दिया गया।
इस सुबह की ठंड में गाय के बछड़े कंपकपा रहे थे। फिर दान का कार्यक्रम यूं हीं चलता रहा।

आकर्षण का केंद्र बना झूला

बांसी मेले में बाहर से आए झूला, सर्कस,जादूगर आदि आकर्षण का केंद्र बने रहे। जिसमें खासकर बच्चों एवं युवाओं की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। वहीं देर रात तक झूला के लिए लोगों का तांता लगा रहा।

राजनीतिक दलों का रहा सहयोग

बांसी मेले में आए श्रद्धालुओं के विश्राम के मनोरंजन के लिए राजनीतिक दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें सांसद व डीएम ने बांसी धाम स्थान पर जागरण कार्यक्रम का उद्घाटन दीप जलाकर किया।श्री दुबे ने कहा कि इस ऐतिहासिक मेले को पर्यटन का दर्जा दिलाने के लिए पहल की जा रही है सरकार बहुत जल्द ही इस पर फैसला ले सकती है

देर रात तक झूमते रहे श्रद्धालु

सांस्कृतिक कार्यक्रम में भोजपुरी सिनेमा जगत के जाने माने कलाकारो ने अपने भक्ति गीतों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। कलाकारों की प्रस्तुति सराहनीय रही।सांसद विजय कुमार दुबे ने कहा कि प्रत्येक वर्ष लगने वाले इस मेले को सरकारी दर्जा दिलाने एवं यूपी-बिहार की सीमा बांसी को पर्यटन स्थल घोषित करने के लिए मांग उठाई जाएगी। बांसी मेले का विस्तार किया जाएगा।

यूपी बिहार प्रशासन की रही कड़ी चौकसी

एतिहासिक बांसी मेले को लेकर स्थानीय पुलिस द्वारा विशेष चौकसी बरती गई। इस दौरान महिला पुलिस व पुरुष पुलिस को मेले में तैनात किया गया था। पुलिस प्रशासन के डर से शराब का सेवन करने वालों में भय का आलम रहा। मेले में आए लोग यूपी में पहुंचकर शराब का सेवन करने के बाद बिहार के सीमा पर पुलिस की तैनाती को देखकर सीमा पार करना मुनासिब नहीं समझे। धनहा थानाध्यक्ष पूरी रात पुलिस टीम के साथ मेले में गश्त लगाते रहे।